Student Tracks Musk’s private Jet: एलन मस्क के निजी जेट को करता था ट्रैक, Forbes’ 30 Under लिस्ट में शामिल हुआ ये छात्र

सैन फ्रांसिस्को, 30 नवंबर: एलन मस्क के निजी जेट को ट्रैक करने वाले कॉलेज छात्र जैक स्वीनी को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 सूची में नामित किया गया है. इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा में पढ़ने वाली 21 वर्षीय स्वीनी को फोर्ब्स की उपभोक्ता प्रौद्योगिकी उद्यमियों की सूची में सूचीबद्ध किया गया था.

फोर्ब्स की प्रोफ़ाइल में लिखा है, “जैक स्वीनी ने ऐसे बॉट बनाए हैं, जो मार्क क्यूबन, टेलर स्विफ्ट और विभिन्न रूसी कुलीन वर्गों सहित अमीर और प्रसिद्ध लोगों के निजी जेट को ट्रैक करते हैं और पत्रकारों, शोधकर्ताओं व शौकीनों को सोशल मीडिया पर विमानों को ट्रैक करने में मदद की है.”

स्वीनी के अनुसार, यह स्वीकारोक्ति उन कई कारणों में से एक है, जिससे उन्हें खुशी है कि उन्होंने मस्क की इस मांग को नहीं माना कि वह अपने निजी जेट को ट्रैक करना बंद कर दें.

स्वीनी ने कहा, “मैं आभारी हूं कि मुझे सूची में शामिल किया गया. इससे मुझे उन महान लोगों से मिलने का मौका, जो मुझे पसंद हैं.”

स्वीनी ने हाल के वर्षों में अमेरिकी गायक-गीतकार टेलर स्विफ्ट और मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग सहित दुनिया के कुछ सबसे प्रभावशाली लोगों के लिए उड़ान डेटा एकत्र और प्रकाशित किया है.

वह मूल रूप से पिछले साल लोगों के ध्यान में तब आए, जब मस्क ने सोशल मीडिया पर अपनी उड़ान की जानकारी साझा करने से रोकने के लिए उन्हें 5,000 डॉलर की पेशकश की, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया और 50,000 डॉलर की मांग की.

मस्क ने कहा कि वह इसके बारे में सोचेंगे, लेकिन उन्होंने भुगतान नहीं किया है.

मस्क के कंपनी संभालने के बाद दिसंबर में @ElonJet और @ZuccJet सहित स्वीनी के एक्स खातों को निलंबित कर दिया गया था. मस्क ने दावा किया कि खाता “व्यक्तिगत सुरक्षा जोखिम” था.

पिछले साल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म से निलंबित होने के बाद इस साल जुलाई में स्वीनी मेटा के ट्विटर-प्रतिद्वंद्वी थ्रेड्स में चली गईं.

PM Modi Dubai Visit: पीएम मोदी UAE के लिए रवाना, दुबई में जलवायु एक्शन शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 दिसंबर को COP-28 के विश्व जलवायु एक्शन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुबई, संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हुए. सयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति व अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के आमंत्रण पर पीएम मोदी 30 नवंबर व एक दिसंबर को दुबई में रहेंगे. पीएम मोदी सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.

Pakistan: तोशाखाना मामले में नवाज शरीफ का बयान दर्ज, एनएबी ने जवाबदेही अदालत को दी जानकारी

इस्लामाबाद, 30 नवंबर: पाकिस्तान की एक जवाबदेही अदालत को बृहस्पतिवार को सूचित किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री एवं पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में अपना बयान दर्ज कराया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के खिलाफ 2019 में दायर मामला इस आरोप पर केंद्रित है कि उन्हें तोशाखाना (उपहार भंडार) से रियायती कीमतों पर लक्जरी वाहन प्राप्त हुए थे. अभियोजक ने मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश मुहम्मद बशीर को सूचित किया कि शरीफ ने मामले में अपना बयान दर्ज कराया है.

बचाव पक्ष के वकील ने अदालत को सूचित किया कि शरीफ को दिए गए वाहन का कोई रिकॉर्ड नहीं था या शरीफ द्वारा किसी वाहन की मांग के अनुरोध को साबित करने वाला कोई दस्तावेज नहीं था. अभियोजक ने जवाब दिया कि कार्यवाही में किसी भी आगामी कदम से पहले बयान की गहन जांच आवश्यक है. अदालत ने तोशाखाना मामले की सुनवाई 20 दिसंबर के लिए स्थगित कर दी. एनएबी द्वारा दायर मामले के अनुसार, तत्कालीन प्रधानमंत्री गिलानी ने शरीफ और जरदारी को अवैध लाभ पहुंचाने के लिए कथित तौर पर तोशाखाना नियमों में ढील देकर विभिन्न विदेशी सरकारों और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उन्हें उपहार में दिए गए वाहनों को अपने पास रखने की अनुमति दी थी.

संदर्भ में कहा गया है, आरोपियों ने, ‘अपने व्यक्तिगत लाभ और हित के लिए बेईमानी और अवैध तरीकों से’, कुल मूल्य के 15 प्रतिशत का मामूली भुगतान करके वाहनों को अपने पास रखा. अदालत ने जून 2020 में स्व-निर्वासन में लंदन में रह रहे शरीफ के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, लेकिन लगभग चार साल का निर्वासन समाप्त करने के बाद पिछले महीने स्वेच्छा से अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण करने के उपरांत वारंट वापस ले लिया गया.

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Israel Hamas War: यरुशलम में गोलीबारी में तीन की मौत, सातवें दिन युद्ध विराम की स्थिति नाजुक

यरुशलम, 30 नवंबर : यरुशलम के एक बस स्टॉप पर फलस्तीनी बंदूकधारियों की गोलीबारी में कम से कम तीन इजराइली मारे गए और छह अन्य घायल हो गए, जिससे क्षेत्र में हिंसा के मौजूदा दौर के फैलने के बाद से शहर में अल्पकालिक शांति भंग हो गई. इजराइल की पुलिस ने कहा, ‘‘सुबह लगभग सात बजकर 40 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर दो फलस्तीनी बंदूकधारी राजधानी के मुख्य प्रवेश द्वार की वीजमैन स्ट्रीट पर एक वाहन से बाहर निकले और एक बस स्टॉप पर मौजूद लोगों पर गोलियां चला दीं.’’ पुलिस और चिकित्सकों ने कहा कि यरुशलम के प्रवेश द्वार पर एक आतंकवादी गोलीबारी हमले में तीन लोग मारे गए और छह घायल हो गए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं. बताया जाता है कि क्षेत्र में दो ऑफ-ड्यूटी (ड्यूटी पर मौजूद नहीं) सैनिकों और एक सशस्त्र आम नागरिक ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए. सोशल मीडिया मंच पर प्रसारित वीडियो में दोनों बंदूकधारियों के अंधाधुंध गोलीबारी शुरू करने पर बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे कुछ लोग अलग-अलग दिशाओं में भागते दिख रहे हैं.

इजराइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने दोनों हमलावरों की पहचान पूर्वी यरुशलम के 38 वर्षीय मुराद नाम्र और उसके भाई 30 वर्षीय इब्राहिम नाम्र के रूप में की है.
एजेंसी ने कहा, ‘‘दोनों हमास के सदस्य थे और पहले आतंकी गतिविधि के लिए जेल जा चुके थे.’’ एजेंसी ने कहा है कि गाजा पट्टी में आतंकवादी तत्वों के निर्देशों के तहत आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के लिए मुराद को 2010 और 2020 के बीच जेल में डाल दिया गया था और इब्राहिम को 2014 में अज्ञात आतंकवादी गतिविधि के लिए जेल की सजा हुई थी. फुटेज से पता चला कि दोनों एम-16 असॉल्ट राइफल और एक हैंडगन से लैस थे. पुलिस को वाहन की तलाशी में भारी मात्रा में गोला-बारूद मिले. पुलिस किसी भी अतिरिक्त हमलावर से बचने के लिए इलाके की तलाशी ले रही है. हमले की जगह पर पहुंचे मैगन डेविड एडोम एम्बुलेंस सेवा के चिकित्सकों ने 24 वर्षीय महिला को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया, जबकि आठ अन्य घायलों में से एक बुजुर्ग पुरुष और एक महिला को अस्पताल में मृत घोषित किया गया. घायलों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. बस स्टॉप पर लगभग ठीक एक साल पहले एक घातक बम हमला हुआ था. यह भी पढ़ें : Israel Hamas War: हमास ने बंधकों का चौथा जत्था किया रिहा, संघर्ष विराम दो दिन और बढ़ा

बृहस्पतिवार का हमला इजराइल और हमास द्वारा युद्ध विराम को सातवें दिन बढ़ाने पर सहमति जताने के तुरंत बाद हुआ. इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से एक घोषणा में कहा गया, ‘‘युद्ध संबंधी मामलों के मंत्रिमंडल ने कल रात सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि समझौते की रूपरेखा में जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी अगर उससे संबंधित एक सूची आज सुबह सात बजे (बृहस्पतिवार, 30 नवंबर 2023) तक नहीं दी गई तो लड़ाई तुरंत फिर से शुरू हो जाएगी.’’ पीएमओ ने कहा, ‘‘रूपरेखा की शर्तों के अनुसार महिलाओं और बच्चों की एक सूची कुछ समय पहले इजराइल को सौंपी गई थी इसलिए विराम जारी रहेगा.’’ एक प्रेस विज्ञप्ति में पीएमओ ने कहा, ‘‘आज (30 नवंबर) रिहा होने वाले बंधकों की सूची प्राप्त होने के बाद, परिवारों को सूचित कर दिया गया है.’’ हालिया दौर की हिंसा शुरू होने के बाद से यरुशलम अपेक्षाकृत शांत है और हमास द्वारा यरुशलम में फलस्तीनियों को समर्थन देने के कई आह्वान के बावजूद कोई बड़ी झड़प की सूचना नहीं मिली है.

भारत को हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए: प्रधानमंत्री ट्रूडो

ओटावा, 30 नवंबर: प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय नागरिक पर अभियोग के बाद हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा के आरोपों को भारत को गंभीरता से लेना चाहिए. ट्रूडो ने बुधवार को कहा कि ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में 18 जून को निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोपों पर कनाडा के अधिकारी अगस्त से अमेरिका के अपने समकक्षों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. भारत ने ट्रूडो के आरोपों को ‘‘बेतुका’’ बताकर खारिज कर दिया है. अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश के आरोपी भारतीय नागरिक ने इस आश्वासन के बाद साजिश में शामिल होना स्वीकार किया कि गुजरात में उसके खिलाफ चल रहा एक आपराधिक मामला खारिज कर दिया जाएगा.

अमेरिका की एक अदालत में बुधवार को सामने आये अभियोजन पक्ष के आरोपपत्र के अनुसार निखिल गुप्ता (52) पर न्यूयॉर्क शहर में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की नाकाम साजिश में संलिप्त रहने का आरोप है. ‘कैनेडियन प्रेस’ ने ट्रूडो के हवाले से अपनी खबर में कहा, ‘‘अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को और रेखांकित करती हैं कि भारत को कनाडा के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए.’’ न्यूयॉर्क में अमेरिकी जिला न्यायालय में बुधवार को अभियोग में यह खुलासा नहीं किया गया है कि किस अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रची गई थी.

‘फाइनेंशियल टाइम्स’ अखबार ने हालांकि अज्ञात सूत्रों के हवाले से पिछले सप्ताह खबर जारी की थी कि अमेरिकी अधिकारियों ने प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया था और इस साजिश में भारत सरकार के शामिल होने की आशंकाओं को लेकर उसे चेतावनी दी थी. ट्रूडो ने कहा, ‘‘यह कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे कोई भी हल्के में ले सकता है. हमारी जिम्मेदारी कनाडा के लोगों को सुरक्षित रखना है और हम ऐसा करते रहेंगे.’’ कनाडा के आरोपों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ओटावा के साथ मुख्य मुद्दा उस देश में भारत विरोधी तत्वों की गतिविधियां है.

बागची ने कहा, ‘‘जहां तक कनाडा की बात है, हमने कहा है कि उन्होंने सतत रूप से भारत विरोधी चरमपंथियों को और हिंसा को जगह दी है और मुख्य मुद्दा दरअसल यही है. कनाडा में हमारे राजनयिक प्रतिनिधियों ने इसके दंश को झेला है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कनाडा की सरकार से अपेक्षा करते हैं कि वह राजनयिक संबंधों पर विएना समझौते के तहत वचनबद्धताओं का पालन करे. हमने अपने आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप को भी देखा है.’’ उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर यह अस्वीकार्य है.

भारतीय नागरिक के अभियोग पर प्रतिक्रिया देते हुए, कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी अभियोग के बाद इस बात की ‘‘पुष्टि होती है कि कनाडा इन खतरों से निपटने में अकेला नहीं है.’’ लेब्लांक ने कहा, ‘‘कनाडा की सरकार, ‘रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस’ और खुफिया सेवा जैसी एजेंसियां कनाडा के लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करती हैं, लेकिन उन लोगों को भी जवाबदेह ठहराती हैं जिन्होंने कनाडा में एक कनाडाई नागरिक की हत्या कर दी.’’

कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि वह अमेरिका में हुए घटनाक्रम पर टिप्पणी नहीं करेंगी. उन्होंने हालांकि कहा कि कनाडा सरकार अपने उन ‘‘विश्वसनीय आरोपों’’ पर कायम है कि कनाडा में कनाडा के एक नागरिक की हत्या हुई थी. उन्होंने भारत से निज्जर की हत्या मामले को लेकर कनाडा की जांच में शामिल होने का भी आग्रह किया. जोली ने कहा कि उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन समेत अमेरिकी सहयोगियों के साथ इस मुद्दे पर कई बार बातचीत की है. उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही, हम भारत से इस मामले की जांच में शामिल होने का आह्वान करते हैं, और मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वे ऐसा करें.’’

जोली ने निज्जर की हत्या की जांच के संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा, ‘‘मैं आपको हमारी जांच का असर बता सकती हूं और यह भी बता सकती हूं कि अमेरिका में क्या चल रहा है. मैंने इसी मुद्दे पर अपने भारतीय समकक्ष से बातचीत की है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए उनसे सहयोग का आह्वान करते हैं कि हमारी जांच आगे बढ़ सके.’’

उन्होंने कहा कि कनाडा के 41 राजनयिकों की राजनयिक छूट वापस लेने संबंधी भारत का निर्णय “पूरी तरह से अस्वीकार्य है.’’ भारत ने देश से 41 कनाडाई राजनयिकों की वापसी को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के उल्लंघन के रूप में ‘‘चित्रित’’ करने के कनाडा के प्रयास को खारिज कर दिया और कहा कि दो-तरफा राजनयिक समानता सुनिश्चित करना राजनयिक संबंधों पर विएना संधि के प्रावधानों के साथ पूरी तरह से सुसंगत है.

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Pakistan: लाहौर में पुलिस की वर्दी पहने लुटेरों ने भारतीय सिख परिवार के साथ लूटपाट की

लाहौर, 30 नवंबर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में पुलिस की वर्दी पहने लुटेरों ने एक भारतीय सिख परिवार के साथ लूटपाट की. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि कंवल जीत सिंह और उनके परिवार के सदस्य गुरु नानक देव की जयंती पर समारोह में भाग लेने के लिए भारत से यहां आए हैं. पुलिस के अनुसार, बुधवार को परिवार के सदस्य गुरुद्वारा जनमस्थान ननकाना साहिब से लौटने के बाद खरीदारी के लिए लाहौर के गुलबर्ग इलाके में स्थित लिबर्टी मार्केट गए थे.

पुलिस प्रवक्ता एहतशाम हैदर ने पीटीआई को बताया, “जब सिख परिवार एक दुकान से बाहर आया तो पुलिस की वर्दी पहने दो लुटेरों ने उन्हें रोका और हथियारों का भय दिखाकर नकदी और आभूषण लूट लिए.” हैदर ने बताया कि लुटेरों ने सिख परिवार से आभूषणों के अलावा 2,50,000 भारतीय रुपये और 1,50,000 पाकिस्तानी रुपये लूट लिए. घटना के बाद वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और वे लोग सिख परिवार के साथ स्थानीय थाना पहुंचे. स्थानीय थाना प्रभारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी को इस घटना की सूचना दी.

हैदर ने कहा कि पुलिस उप महानिरीक्षक रैंक के एक अधिकारी ने भारतीय सिख परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि लुटेरों को गिरफ्तार किया जाएगा तथा उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी. पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने भी तीर्थयात्रा पर आए सिख परिवार के साथ लूटपाट की घटना पर कड़ा संज्ञान लिया और लाहौर पुलिस प्रमुख से तुरंत रिपोर्ट देने को कहा.
नकवी ने सीसीटीवी फुटेज से संदिग्धों की तत्काल पहचान पर जोर देते हुए डकैती में शामिल अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है.

नकवी ने कहा कि इस मामले में किसी भी लापरवाही पर गौर किया जाना चाहिए और जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिख तीर्थयात्री सम्मानित अतिथि हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोच्च जिम्मेदारी है. गुरु नानक देव की जयंती उत्सव को लेकर 2,500 से अधिक भारतीय सिख अभी पाकिस्तान में हैं.

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Israel Shooting Videos: यरूशलेम में गोलीबारी, सुरक्षा बल ने दो फ़िलिस्तीनी हमलावर को मार गिराएं, सात घायल

Israel Shooting Videos: यरुशलम के प्रवेश द्वार के पास एक आतंकी गोलीबारी हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. कथित तौर पर, मैगन डेविड एडोम एम्बुलेंस सेवा पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने से पहले साइट पर ही उनका इलाज कर रही है. सुरक्षा बलों ने घटना पर रियेक्ट करते हुए दो फिलिस्तीनी बंदूकधारी को मार गिराए है, चिकित्सक और सुरक्षा बल सक्रिय रूप से घटना पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

वीडियो देखें:

UK Shocker: नेक्रोफिलियाक डबल मर्डरर ने सालों तक मुर्दाघर में 101 शवों के साथ बनाया संबंध, हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने दीं अनुमति, पूछताछ में खुलासा

UK Shocker: एक आधिकारिक जांच में अस्पताल मैनेजमेंट विनियमन और प्रक्रिया में “गंभीर विफलता” उजागर हुआ है, जिससे कुख्यात नेक्रोफिलियाक डबल हत्यारे, डेविड फुलर को 15 वर्षों में कम से कम 101 महिलाओं और लड़कियों के शरीर का दुरुपयोग करने में मदद की थी. सर जोनाथन माइकल की अध्यक्षता में हुई जांच में केंट अस्पतालों में निगरानी की चिंताजनक कमी उजागर हुई, जहां फुलर ने 2005 और 2020 के बीच अपने भयानक अपराध किए. यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में लड़कों के साथ वायरल वीडियो में डांस करने पर परिवार ने लड़की को मौत के घाट उतारा

कई रिपोर्टों के अनुसार, डेविड फुलर एक पूर्व रखरखाव पर्यवेक्षक ने 2005 और 2020 के बीच कम से कम 101 लाशों पर यौन शोषण किया, तीन दशकों से अधिक समय तक अस्पताल की सुरक्षा और मैनेजमेंट में खामियों का फायदा उठाकर पता लगाने से बचते रहे. उसके अपराधों में 1987 में दो महिलाओं, वेंडी नेल और कैरोलिन पियर्स की हत्या शामिल थी. जांच से पता चला कि फुलर का आपराधिक रिकॉर्ड में चोरी भी शामिल है, उसके रोजगार के दौरान खुलासा नहीं किया गया था, जिससे उसे मुर्दाघरों तक अप्रतिबंधित पहुंच की अनुमति मिल गई जहां उसने निकायों के खिलाफ 140 उल्लंघन किए.

रिपोर्ट में फुलर की बेशर्म हरकतों का भी खुलासा हुआ है, वह एक साल में बिना ध्यान दिए 444 बार मुर्दाघर जाता था. सर जोनाथन माइकल की जांच में भविष्य में होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए 17 सिफ़ारिशों का प्रस्ताव दिया गया है, जिसमें मुर्दाघरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की तात्कालिकता पर ज़ोर दिया गया है, यह सुनिश्चित किया गया है कि गैर-मोर्चरी कर्मचारी भी साथ हों, रात भर शवों को फ्रिज के बाहर रखने पर रोक लगाई जाए. चौंकाने वाली रिपोर्ट ने 2008 के बाद से मुर्दाघर के संचालन में मुद्दों को संबोधित करने में सीनियर मैनेजमेंट की विफलता को भी रेखांकित किया है.

मेडस्टोन और टुनब्रिज वेल्स एनएचएस ट्रस्ट को “मानक नीतियों और प्रक्रियाओं का पालन करने में विफलता” और फुलर की गतिविधियों के बारे में जिज्ञासा की लगातार कमी के लिए गंभीर आलोचना का सामना करना पड़ा है. रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि मुर्दाघर में मुद्दों के बारे में मैनेजमेंट की अवेयरनेस के बावजूद प्रभावी कार्रवाई की कमी थी. जांच में जवाबदेही की मांग की गई कि निरीक्षण के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

69 वर्षीय फुलर , हत्याओं के लिए दो आजीवन कारावास की सजा और नेक्रोफिलिया के लिए अतिरिक्त 12 साल की सजा काट रहा है, जांच के निष्कर्ष पीड़ितों के परिवारों द्वारा अनुभव किए गए गहरे आघात को उजागर करते हैं. स्वास्थ्य मंत्री मारिया कौलफ़ील्ड सहित सरकारी अधिकारियों ने गहरा खेद व्यक्त किया और रिपोर्ट से सबक सीखने की प्रतिबद्धता जताई. जांच का दूसरा भाग, देश भर में मृतकों की देखभाल की समीक्षा करने के लिए निर्धारित किया गया है, जो 2024 में अपेक्षित निष्कर्षों के साथ, निजी मुर्दाघरों, निजी एम्बुलेंसों और अंतिम संस्कार निदेशकों में सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगा.

स्नेक कैचर ने खाली डिब्बे में फंसे सांप के सिर को निकाला बाहर, लोगों को गंदगी न फैलाने की चेतावनी दी

ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया के एक सांप पकड़ने वाले ने एक खाली डिब्बे में एक सांप का सिर फंसने के बाद फेसबुक पर लोगों को कूड़ा फैलाने के बारे में चेतावनी दी. पेज ने सांप को बचाने के बाद उसकी एक तस्वीर भी साझा की. पोस्ट किए जाने के बाद से कई लोगों ने सांप को बचाने के उनके प्रयासों की सराहना की. इससे पहले कि आप डिब्बे बाहर फेंक दें, इसे क्रश कर दें!” फेसबुक पेज स्नेक कैचर तस्मानिया ने लिखा. उन्होंने सांप की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं. एक तस्वीर में, सांप का सिर खाली डिब्बे में फंसा हुआ है. दूसरी तस्वीर में, आप देख सकते हैं कि व्यक्ति सांप को कैन से छुड़ाने की कोशिश कर रहा है. सरीसृप को बचाए जाने के बाद, उसे जंगल में छोड़ दिया गया. यह भी पढ़ें: Viral Video: सोते हुए मगरमच्छ के साथ मजे से फोटो ले रहे थे लोग, अचानक से जाग गया पानी का दैत्य और फिर…

देखें पोस्ट:

Miraculous Rescue in Gaza: इजराइल के फिलिस्तीन पर बमबारी के 37 दिन बाद मलबे से बचाई गई नवजात बच्ची, नवजात की रेस्क्यू का वीडियो वायरल

Newborn Palestinian Baby Girl Rescue Video: इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच, एक नवजात शिशु को उसके घर पर बमबारी के लगभग 37 दिन बाद गाजा के मलबे से बचाए जाने का एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 24 सेकंड की वीडियो क्लिप में युद्ध शुरू होने के बाद इजराइल द्वारा बमबारी किए गए घर के मलबे से नवजात शिशु को जीवित बचाए जानें का वीडियो है. गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी बच्ची युद्ध शुरू होने से कुछ दिन पहले पैदा हुई थी, अपने परिवार के घर पर बमबारी के बाद सभी बाधाओं के बावजूद बच गई. विशेष रूप से, शुरुआती हमले शुरू होने के 37 दिन बाद शिशु को बचाया गया था. एक्स पर एक उपयोगकर्ता, जिसने वीडियो शेयर किया उसने कहा, “हम कुछ आशा पर टिके रहे, और तीन घंटे के काम के बाद, भगवान की देखभाल और उनकी कृपा से उसे सावधानीपूर्वक बचा लिया गया है.

वीडियो देखें: