बंबई उच्च न्यायालय ने जॉनसन एंड जॉनसन को बेबी पाउडर बनाने, बेचने की अनुमति दी

मुंबई, 11 जनवरी : बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी को अपना बेबी पाउडर बनाने, उसका वितरण करने और बेचने की अनुमति देते हुए बुधवार को, कंपनी का लाइसेंस रद्द करने के महाराष्ट्र सरकार के आदेश को सख्त बताया तथा उसे खारिज कर दिया. न्यायमूर्ति गौतम पटेल और न्यायमूर्ति एस जी दिगे की पीठ ने कंपनी को बेबी पाउडर का उत्पादन करने, उसका वितरण करने तथा उसे बेचने की अनुमति दे दी. पीठ ने कंपनी की राज्य सरकार के दो आदेशों को चुनौती देने वाली एक याचिका पर यह आदेश पारित किया. राज्य सरकार के दो आदेशों में से एक, एक 15 सितंबर, 2022 को कंपनी का लाइसेंस रद्द करना और दूसरा 20 सितंबर, 2022 को बेबी पाउडर के निर्माण और बिक्री को तुरंत रोकने का आदेश था.

व्यवस्था देते हुए पीठ ने कहा कि कॉस्मेटिक उत्पादों के लिए गुणवत्ता और सुरक्षा संबंधी मानकों को बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन किसी एक उत्पाद में इनका मामूली विचलन होने पर पूरी उत्पादन प्रक्रिया को बंद करना उचित नहीं लगता. अदालत ने आदेश में कहा ‘‘कार्यकारी एक चींटी को मारने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल नहीं कर सकता. क्या यह हमेशा अपरिहार्य है कि जब किसी उत्पाद का, (निर्धारित मानदंडों से) विचलन या गैर-अनुपालन का एक मामला हो, तो नियामक प्राधिकरण के पास एकमात्र विकल्प, उत्पादन करने वाली कंपनी का लाइसेंस रद्द कर देना होता है ? यह भी पढ़ें : Delhi Police ASI Shambhu Dayal Murder: आरोपी की पहचान अनीश राज के रूप में हुई, मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं

पीठ ने कहा ‘‘यह हमें सख्त प्रतीत होता है. ऐसा लगता है कि कार्यकारी कार्रवाई में खामी अथवा अतार्किकता है. ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे पता चले कि एफडीए (राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन) ने याचिकाकर्ता कंपनी के किसी अन्य उत्पाद के लिए या किसी अन्य कंपनी के लिए इस तरह का कड़ा रुख अपनाया है. उच्च न्यायालय ने अपनी व्यवस्था में सरकारी आदेशों को रद्द कर दिया और कंपनी को बेबी पाउडर उत्पादों के निर्माण, वितरण और बिक्री की अनुमति दे दी.

राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए जनवरी 2024 में खुल जाएगा: चम्पत राय

अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 25 अक्टूबर : अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में जनवरी 2024 में मकर संक्रांति पर प्राण प्रतिष्ठा करके मंदिर को श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जाएगा. मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को बताया, ”मुख्य मंदिर का 40 प्रतिशत और कुल मिलाकर परिसर में 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. हम निर्माण कार्य की प्रगति और गुणवत्ता से संतुष्ट हैं.” उन्होंने बताया कि मंदिर का प्रथम तल दिसम्बर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा. उसके बाद 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी और मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.

राय ने बताया कि मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में प्रमुख साधु-संतों की प्रतिमाएं लगवाने के लिए स्थान निर्धारित करने का भी फैसला किया है. ट्रस्ट ने दीपावली के एक दिन बाद मंगलवार को मीडिया को उस जगह जाने की इजाजत दी जहां से मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया जा सकता है. भ्रमण के दौरान संवाददाताओं को उस स्थान पर भी ले जाया गया जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले शनिवार को मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया था. गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा नौ नवम्बर 2019 को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में फैसला सुनाये जाने के बाद विवादित रहे परिसर में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था. प्रधानमंत्री मोदी ने पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था. यह भी पढ़ें : Chhattisgarh: थाना प्रभारी की गुंडा गर्दी, जनजातीय क्रूरता मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध पर पुलिस वाले को लोगों के सामने चप्पल से पीटा- Video

योजना के मुताबिक राम मंदिर परिसर में 70 एकड़ क्षेत्र के अंदर वाल्मीकि, केवट, शबरी, जटायु, सीता, विघ्नेश्वर (गणेश) और शेषावतार (लक्ष्मण) के मंदिर भी बनाये जाएंगे. एक आयताकार दो मंजिला परिक्रमा मार्ग भी बनाया जा रहा है, जिसमें मंदिर का क्षेत्रफल और उसके प्रांगण सहित कुल आठ एकड़ जमीन शामिल है. इसके पूर्वी भाग में बलुआ पत्थर से बना प्रवेश द्वार होगा.
राजस्थान में मकराना पहाड़ियों से लाये जा रहे सफेद संगमरमर का उपयोग मंदिर के गर्भगृह के अंदर किया जाएगा.

Pakistan: पाकिस्तान जाकर पढ़ाई न करे भारतीय छात्र, वरना भारत में नहीं मिलेगी नौकरी: यूजीसी

नई दिल्ली, 23 अप्रैल : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) यानी यूजीसी और भारत में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने वाले एआईसीटीई ने पाकिस्तान के शिक्षण संस्थानों को लेकर चेतावनी जारी की है. भारतीय छात्रों के लिए जारी किए गए इस संयुक्त परामर्श में कहा गया है कि भारतीय छात्र पाकिस्तान के किसी भी कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश न लें. यूजीसी के मुताबिक पाकिस्तान से पढ़ कर आने वाले छात्र भारत में नौकरी व उच्च शिक्षा प्राप्त करने के पात्र नहीं होंगे.

यूजीसी और एआईसीटीई ने कहा है कि भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए पाकिस्तान न जाएं. पाकिस्तान जाकर तकनीकी, शिक्षा उच्च शिक्षा या अन्य किसी भी प्रकार का कोर्स करने वाला भारतीय छात्र भारत में नौकरी अथवा आगे की पढ़ाई के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला नहीं ले सकेगा. यहां यूजीसी ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसे व्यक्ति जो पाकिस्तान से आए हैं उन पर यह नियम लागू नहीं होगा. पाकिस्तान से आए प्रवासी और उनके बच्चे जिन्हें भारत द्वारा नागरिकता प्रदान की गई है, वह गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद भारत में रोजगार पाने के पात्र होंगे.

गौरतलब है कि इससे पहले यूजीसी और एआईसीटीई भारतीय छात्रों के लिए चीन के शिक्षण संस्थानों के संदर्भ में भी इसी प्रकार की एडवाइजरी जारी की थी. गौरतलब है कि हर वर्ष जम्मू-कश्मीर के कई छात्र पाकिस्तान के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन ले रहे हैं. अभी तक सैकड़ों कश्मीरी छात्र पाकिस्तान के तकनीकी कॉलेजों में एडमिशन ले चुके हैं.

एआईसीटीई का कहना है कि गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों में पढ़ाई करने के बाद हासिल की गई डिग्री भारतीय संस्थानों की डिग्री के बराबर नहीं होती. इस तरह की गैर मान्यता वाले संस्थानों की डिग्री प्राप्त करने के लिए भारी मात्रा में शुल्क खर्च करने के उपरांत भी ऐसे विद्यार्थियों को भारत में नौकरी के अवसर प्राप्त करने में समस्या का सामना करना पड़ता है. इसी मुद्दे को संज्ञान में लिया गया है. ऐसे विद्यार्थियों के माता-पिता का उन पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.

इससे पहले बीते वर्ष भी तकनीकी शिक्षा परिषद के सदस्य सचिव ने इस विषय पर आधिकारिक सूचना जारी की थी. जारी की गई सूचना में कहा गया था कि पाकिस्तानी संस्थानों के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में दाखिले से पहले यह एनओसी प्राप्त करना आवश्यक है. यह भी पढ़ें : Mathura: शाही ईदगाह के अधिकारियों ने मस्जिद में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को नियंत्रित किया

पाकिस्तान के अलावा यूजीसी एआईसीटीई चीन के शैक्षणिक संस्थानों को लेकर भी ऐसी एडवाइजरी जारी कर चुके हैं. इसी वर्ष मार्च में जारी की गई एक एडवाइजरी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने चीनी शैक्षणिक संस्थानों में भारतीय छात्रों को दाखिला ना लेने की सलाह दी थी. इस एडवाइजरी में कहा गया था कि केवल ऑनलाइन मोड में आयोजित ऐसे डिग्री पाठ्यक्रमों को यूजीसी और एआईसीटीई दोनों ही मान्यता नहीं देते हैं.

यूजीसी ने कहा था कि चीन के कुछ विश्वविद्यालयों ने वर्तमान और आगामी शैक्षणिक वर्षों के लिए विभिन्न डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है. दूसरी ओर, चीन ने कोविड -19 के मद्देनजर सख्त यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं और यात्राओं को भी प्रतिबंधित रखा है.

पूर्वी दिल्ली में अपशिष्ट जल शोधन संयंत्र में गड्ढे में गिरने से दो मजदूरों की मौत

नयी दिल्ली, 31 मार्च : पूर्वी दिल्ली के कोंडली इलाके (Kondli Area) में एक अपशिष्ट जल शोधन संयंत्र में काम करने के दौरान छह फुट गहरे गड्ढे में गिर जाने से बुधवार शाम दो मजदूरों की मौत हो गयी. पुलिस ने यह जानकारी दी. यह घटना उत्तर पश्चिमी दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक सीवर में गिरने से चार लोगों की मौत होने के एक दिन बाद हुई.

पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान नितेश (25) और यशदेव (35) के रूप में हुई है. दोनों ही मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. पुलिस ने बताया कि उन्हें शाम करीब पांच बजे सूचना मिली कि दल्लूपुरा में संयंत्र में काम करने वाले दो व्यक्ति गड्ढे में गिर गए हैं. यह भी पढ़ें : Jharkhand: झारखंड सरकार शराब की थोक, खुदरा बिक्री को अपने नियंत्रण में लेगी

पूर्वी दिल्ली की पुलिस उपायुक्त प्रियंका कश्यप ने कहा कि सूचना मिलने पर न्यू अशोक नगर पुलिस थाने की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और पाया कि दो व्यक्ति वहां एक गड्ढे में गिर गए हैं. दमकल कर्मियों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस इस संबंध में कानूनी कार्रवाई कर रही है.

Rubina Dilaik और Paras Chhabra का पंजाबी सॉन्ग ‘Galat’ हुआ रिलीज, देखें दर्द और इमोशन से भरा ये Music Video

Rubina Dilaik and Paras Chhabra Galat Music Video: बिग बॉस 14 की विनर रुबीना दिलैक का म्यूजिक वीडियो ‘गलत’ आज इंटरनेट पर रिलीज कर दिया गया है. इस गाने में वो बिग बॉस 13 के चर्चित कंटेस्टेंट पारस छाबड़ा के साथ नजर आ रही हैं. इस पंजाबी गीत को असीस कौर ने अपनी आवाज दी है और इसके विकास, सनी विक और राज फतेहपुर ने मिलकर बनाया है.

इस गाने को रुबीना दिलैक ने आज अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा, “गलत आज आखिरकार आपका है. इसे आप Vryloriginals पर देख सकते हैं. कमेंट्स में बताओ कैसा लगा.” गाने की शुरुआत में दिखाया गया है कि पारस रुबीना से कुछ कागजात पर उनके दस्तखत लेते हैं. रुबीना को एहसास होता है कि उनके साथ कुछ गलत हो रहा है लेकिन वो पारस पर अपने विश्वास के चलते सवाल-जवाब नहीं करती हैं.

 

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ये गाना एक कहानी है प्रेम, विश्वासघात का जिसमें रुबीना दिलैक और पारस छाबड़ा ने बेहद शानदार परफॉर्मेंस दिया है. गाने में दिखाया गया है कि किस तरह से पारस उन्हें किसी अन्य लड़की के लिए धोखा देते हैं और उनका दिल तोड़ देते हैं.

गाने के अंत में काफी ड्रामा भी देखने को मिलता है जहां बात इतनी बिगड़ जाती है कि रुबीना और पारस बारी बारी से एक दूसरे पर बंदूक भी तान देते हैं. इंटरनेट पर ये गाना आते ही तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं.