NEET Without Biology: डॉक्टर बनना हुआ आसान, 12वीं में बिना बायोलॉजी के भी दे सकते हैं नीट परीक्षा

नई दिल्ली (NEET Without Biology). भारत में डॉक्टर बनने की प्रक्रिया काफी कठिन है. अभी तक के नियमों के मुताबिक, इसके लिए 12वीं बायोलॉजी विषय से पास करना अनिवार्य होता था. लेकिन अब नए नियम के तहत, 12वीं में बायोलॉजी/बायोटेक्नोलॉजी विषय न होने पर भी आप नीट परीक्षा दे सकते हैं. एनएमसी के नए नियमों (NMC New Guidelines) में ऐसे उम्मीदवारों को एक ऑप्शन दिया जा रहा है.

12वीं में बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी विषय नहीं होने पर 10+2 स्तर की उसकी परीक्षा अलग से पास कर सकते हैं. स्टूडेंट्स को यह एग्जाम किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से देना होगा. अलग से पास करने वाले स्टूडेंट्स विदेशी मेडिकल कॉलेज में भी एडमिशन ले सकेंगे. नेशनल मेडिकल कमीशन इन स्टूडेंट्स को एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट इश्यू करेगा.

जिन स्टूडेंट्स ने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई रेगुलर तौर पर न की हो यानी ओपन स्कूल से की हो या प्राइवेट (घर पर रहकर) मोड में परीक्षा पास की हो, वह भी डॉक्टर बनने के लिए नीट यूजी परीक्षा दे सकते हैं.

NCERT पैनल की सिफारिश, सिलेबस में शामिल किया जाए रामायण और महाभारत के चैप्टर

एनसीईआरटी (NCERT) की उच्च स्तरीय पैनल ने सिलेबस में रामायण (Ramayana) और महाभारत  (Mahabharata) के चैप्टर शामिल करने को लेकर सिफारिश की है. एनसीईआरटी  की इस सिफारिश के बाद स्‍कूली पुस्तकों में रामायण और महाभारत से जुड़े चैप्टर्स को जल्द ही शामिल किया जा सकता है. रामायण और महाभारत से जुड़े अध्याय एनसीईआरटी की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्‍तकों में शामिल किए जाने की सिफारिश एनसीईआरटी की तरफ से की गई है.

दरअसल एनसीईआरटी के पैनल ने अपनी सिफारिश में कहा है कि ‘शास्त्रीय काल’ के इतिहास के हिस्से के रूप में रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्य स्कूली पुस्तकों में शामिल किए जाने चाहिए.   पैनल ने कक्षाओं की दीवारों पर संविधान की प्रस्तावना स्थानीय भाषाओं में लिखे जाने की सिफारिश भी की है.

Tweet:

स्नातक की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र पाठ्यक्रमों में ‘एआई टूल्स’ को चाहते हैं शामिल किया जाना

लंदन, 18 नवंबर: विश्व के 15 देशों के छात्रों पर किये गए ‘ग्लोबल स्टूडेंट सर्वे 2023’ में, स्नातक की पढ़ाई कर रहे ज्यादातर भारतीयों ने कहा कि वे अपने पाठ्यक्रम में करियर के लिहाज से प्रासंगिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) टूल्स’ को शामिल किया जाना चाहते हैं. ‘एआई टूल’ एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो विशिष्ट कार्यों को करने और समस्याओं का हल करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता गणना का उपयोग करता है.

चेग डॉट ओआरजी के वार्षिक विश्लेषण में 83 प्रतिशत भारतीय छात्रों पर सर्वेक्षण किया गया, जिसका नतीजा इस हफ्ते यहां जारी किया गया. इन छात्रों ने पाठ्यक्रम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को शामिल करने की मांग की है. इस मामले में संख्या के लिहाज से वे केन्या (84 प्रतिशत) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर सउदी अरब (48 प्रतिशत) है. इसके अलावा, इन भारतीय छात्रों में 46 प्रतिशत को ऐसा लगता है कि उनकी उपाधि(डिग्री) कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहायता प्राप्त कार्यस्थल पर अधिक उपयोगी होगी.

साथ ही, स्नातक की पढ़ाई कर रहे 44 प्रतिशत भारतीय छात्रों ने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई के लिए ‘जेनेरेटिव कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ (जेनएआई) या ‘जेनेरेटिव मॉडल’ का उपयोग करते हुए शब्द, तस्वीर, या संप्रेषण के अन्य माध्यम उत्पन्न करने वाली कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग किया. इस मामले में भारतीय छात्रों की संख्या वैश्विक औसत 40 प्रतिशत से अधिक है.

भारतीय छात्र ‘जेनएआई’ को सीखने में एक मददगार ‘टूल’ मान रहे हैं. लेकिन वे इसके और बेहतर होने की गुंजाइश देख रहे हैं. 49 प्रतिशत छात्रों ने जवाब तैयार करने में मानव विशेषज्ञता को शामिल करने का आग्रह किया और इसका इस्तेमाल करने की कोशिश करने वाले 28 प्रतिशत छात्रों ने गलत सूचना पाने पर चिंता जताई है. चेग डॉट ओआरजी के प्रमुख एवं एडटेक फर्म चेग के मुख्य संचार अधिकारी हीदर हाटलो पोर्टर ने कहा, ‘‘छात्र जेनएआई को अपनाना शुरू कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि वे इसके बेहतर होने की गुंजाइश देख रहे हैं.’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Karnataka Bans Head Cover in Exams: परीक्षाओं में लड़कियों के सिर ढकने पर प्रतिबंध, मंगलसूत्र पहनने की अनुमति

कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) ने राज्य भर में 18 और 19 नवंबर को होने वाली विभिन्न बोर्डों और निगमों की भर्ती परीक्षाओं के लिए एक ड्रेस कोड की घोषणा की है. इसने ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करके नकल रोकने के लिए आगामी परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार के सिर ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

प्राधिकरण ने परीक्षा हॉल के अंदर फोन और ब्लूटूथ इयरफ़ोन जैसे किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर भी प्रतिबंध लगा दिया. हालांकि, इसने दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बाद मंगलसूत्र पहनने की अनुमति दे दी है.

हालांकि ड्रेस कोड स्पष्ट रूप से हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाता है, कुछ मुस्लिम महिलाओं द्वारा सिर के चारों ओर लपेटा जाने वाला स्कार्फ नए दिशानिर्देशों में निहित है. केईए ने कहा कि परीक्षा हॉल में “सिर, मुंह या कान को ढकने वाला कोई भी परिधान या टोपी” पहनने की अनुमति नहीं होगी. आदेश में कहा गया है कि यह ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करके परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को रोकने के प्रयास का हिस्सा है.

Winter Break in Delhi Schools: प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां घोषित, 9 से 18 नवंबर तक बंद रहेंगे विद्यालय

दिल्ली में प्रदूषण घटने का नाम नहीं ले रहा हैजि, सके चलते लोगों को हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है. इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली के सभी स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां घोषित कर दी गई है. 9 नवंबर से 18 नवंबर तक सभी विद्यालय बंद रहेंगे.

मतलब अब बच्चों को सर्दी की 10 दिन की छुट्टियां दिसंबर के बजाय नवंबर में ही मिल रही हैं. ये छुट्टियां विंटर ब्रेक के साथ एडजस्ट की जाएंगी.  दिल्ली सरकार ने कहा है कि दिसंबर-जनवरी का विंटर ब्रेक अभी एडजस्ट किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने ये कदम राजधानी में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए उठाया है, जिससे बच्चों को सेफ रखा जा सके.

Study Hindi In Medical Colleges: योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी के मेडिकल कॉलेजों में अब हिंदी में भी होगी पढ़ाई

लखनऊ, 5 नवंबर : उत्तर प्रदेश में चिकित्सा संस्थान अब सरकारी निर्देशों के अनुसार शिक्षा के माध्यम के रूप में हिंदी का उपयोग कर सकते हैं. राज्य भर के सभी चिकित्सा संस्थानों के प्राचार्यों और फैकल्टी सदस्यों को हिंदी में पढ़ाना शुरू करने और महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को मासिक अपडेट देने के लिए कहा गया है.

महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) किंजल सिंह ने सभी राज्य-संचालित, स्वायत्त मेडिकल कॉलेजों और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) और डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आरएमएलआईएमएस) के अधिकारियों को एक पत्र में कहा, ”31 अक्टूबर को जारी एक सरकारी पत्र में कहा गया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हिंदी में पढ़ाई शुरू की जाए.” यह भी पढ़े: Hypertension: मोबाइल फोन पर 30 मिनट से ज्यादा बात करने वाले हो जाएं सावधान, बढ़ सकता है हाइपरटेंशन का जोखिम

इस परिवर्तन से मेडिकल छात्रों, विशेषकर उन लोगों के लिए अधिक स्पष्टता आने की उम्मीद है जिन्होंने अपनी पहली शिक्षा हिंदी में हासिल की है. वहीं केजीएमयू में फिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एनएस वर्मा ने कहा, “अब लगभग सभी एमबीबीएस विषयों के लिए हिंदी किताबें उपलब्ध हैं. कुछ की समीक्षा भी चल रही है. रूस, चीन, जापान जैसे कई देश छात्रों को अपनी भाषा में पढ़ाते हैं.” केजीएमयू में एनाटॉमी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर नवनीत कुमार ने कहा, ”हालांकि, शिक्षकों ने बताया कि जब कक्षा में किसी भी जटिल प्वाइंट को विस्तार से समझाने की बात आती है तो हिंदी पहले से ही भाषा रही है.

हमारा लगभग 60 प्रतिशत कंटेंट हिंदी में समझाया जा रहा है। इससे छात्रों को यह समझने में मदद मिलती है कि हम वास्तव में क्या पढ़ाते हैं. “केजीएमयू में पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सूर्यकांत ने छात्रों को एमबीबीएस प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम शुरू करने से पहले अंग्रेजी सिखाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने सुझाव दिया कि यदि मेडिकल पाठ्यपुस्तकें हिंदी में उपलब्ध होंगी, तो इससे बेहतर शिक्षण में सुविधा होगी.

विशेष रूप से, प्रोफेसर सूर्यकांत ने 1991 में अपनी थीसिस हिंदी में लिखी थी, जिसे राज्य विधानसभा द्वारा इसके पक्ष में प्रस्ताव पारित होने के बाद ही स्वीकार किया गया था. 30 सितंबर को एनईईटी-यूजी काउंसलिंग के समापन के बाद, शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान और जैव रसायन विज्ञान के छात्रों के लिए प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू हो गई हैं.

Maharashtra SSC, HSC Exam 2024 Dates Out: महाराष्ट्र में 10वीं-12वीं बोर्ड की फाइनल परीक्षा का टाइम टेबल घोषित, mahahsscboard.in पर ऐसे करें डाउनलोड

 Maharashtra SSC, HSC Exam 2024 Dates Out: महाराष्ट्र में में 10वीं और 12 वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों से जुडी  खबर है. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अगले साल 2024 होने वाली 10वीं और 12वीं परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. बोर्ड  के मुताबिक 12वीं की परीक्षा 21 फरवरी 2024 से 19  मार्च 2024 तक आयोजित की जाएगी. वहीं 10वीं बोर्ड की परीक्षा 1 मार्च से 26 मार्च 2024 तक आयोजित की जायेगी.

बोर्ड  के  शेड्यूल के अनुसार अधिकांश परीक्षाएं सुबह 11 बजे से एक ही पाली में आयोजित की जाएंगी. दोपहर 3 बजे से दूसरी पाली में कुछ परीक्षाएं होंगी. परीक्षा का टाइम टेबल जारी होने के बाद छात्र  विस्तृत समय सारणी 2 नवंबर 2023 से बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.mahahsscboard.in पर उपलब्ध कराई जाएगी. जिसे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. यह भी पढ़े: Maharashtra Board SSC & HSC Exam 2020 Date Sheet and Timetable: यहां देखें महाराष्ट्र बोर्ड के 10वीं और 12वीं के परीक्षा का पूरा शेड्यूल

10-12 वीं के परीक्षा के टाइम टेबल ऐसे करें डाउनलोड

  • MSBSHSE के आधिकारिक पोर्टल mahahsscboard.in पर जाएं.
  • एमएसबीएसएचएसई समय सारिणी’ पर क्लिक करें.
  • महाराष्ट्र बोर्ड एसएससी, एचएससी समय सारिणी 2024 स्क्रीन पर उपलब्ध होगी
  • परीक्षा के लिए प्रिंटआउट ले लें

Tweet:

महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इसके साथ ही सैद्धांतिक परीक्षा की तारीखों के साथ, बोर्ड ने कक्षा 10 और 12 की व्यावहारिक परीक्षाओं की तारीखें भी घोषित कर दी हैं. कक्षा 10 के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं 10 फरवरी से 29 फरवरी, 2024 के बीच होंगी, जबकि कक्षा 12 के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2 से 20 फरवरी, 2024 के बीच होंगी.

NCERT Recommends Replacing India With Bharat: एनसीईआरटी की सिफारिश- पुस्तकों में इंडिया के बजाय ‘भारत’ का उपयोग किया जाए

एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों को संशोधित करने वाले पैनल ने सिफारिश की है कि कक्षा 5 से कक्षा 12 तक की पाठ्यपुस्तकों में इंडिया के बजाय ‘भारत’ का उपयोग किया जाए. भारत नाम पहली बार आधिकारिक तौर पर तब सामने आया जब सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा आयोजित G20 आमंत्रणों को ‘भारत के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम से भेजा.

एनसीईआरटी पैनल ने पाठ्यपुस्तकों में ‘प्राचीन इतिहास’ के बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने की सिफारिश भी की है.

Manipur School Reopen: मणिपुर में 9 दिनों बाद आज फिर से खुलेंगे स्कूल, दो छात्राओं की हत्या के बाद आंदोलन के चलते हुए थे बंद

Manipur School Reopen From Today:  मणिपुर के स्कूल 9 दिनों की बंदी के बाद  आज यानी शुक्रवार से फिर से खुलेंगे, अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. मणिपुर स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक एल. नंदा कुमार सिंह (L. Nanda Kumar Singh) ने एक आदेश में कहा कि गृह विभाग (Home Department) के परामर्श से शुक्रवार से सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया.

छात्रों के आंदोलन को देखते हुए, राज्य सरकार ने 27 सितंबर को राज्य के सभी स्कूलों को 5 अक्टूबर तक बंद कर दिया था और 6 अक्टूबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया था. यह भी पढ़े: Manipur School Reopen: मणिपुर में दो महीने बाद खुले स्कूल, सिर्फ 4521 बच्चे पहुंचे विद्यालय

17 वर्षीय छात्रा हिजाम लिनथोइनगांबी और 6 जुलाई को 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत की हत्या के खिलाफ इंफाल में 26 और 27 सितंबर को बड़े पैमाने पर छात्र आंदोलन हुए.  मारे गए दोनों छात्रों की तस्वीरें अलग-अलग वेबसाइटों पर प्रसारित की गईं. 25 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तीव्र आंदोलन शुरू हो गया, जिसमें सुरक्षा बलों के साथ झड़प में लड़कियों सहित कम से कम 100 छात्र घायल हो गए.

Fake University List 2023: यूजीसी ने भारत में फर्जी विश्वविद्यालयों की राज्यवार सूची जारी की, यहां देखें पूरी लिस्ट

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: भारत में उच्च शिक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार नियामक संस्था, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नकली विश्वविद्यालयों की व्यापकता पर एक अधिसूचना जारी की है. यूजीसी ने भारत भर के विभिन्न राज्यों में चल रहे 20 फर्जी शैक्षणिक संस्थानों की एक विस्तृत सूची तैयार की है, जिसमें दिल्ली में आठ ऐसे संस्थान शामिल हैं, दिल्ली में इसकी संख्या सबसे अधिक है. इस सूची में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित अन्य विश्वविद्यालय शामिल हैं. इस सूची का मुख्य लक्ष्य इन फर्जी कॉलेजों की पहचान में सहायता करना और छात्रों और अभिभावकों के बीच उनकी उपस्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. यह भी पढ़ें: Delhi Liquor Scam: संजय सिंह के आवास पर ED की रेड पर भड़के सीएम केजरीवाल, कहा- आगामी लोकसभा चुनाव में हार को लेकर मारे जा रहे हैं छापे- देखें VIDEO

यूजीसी द्वारा जारी फर्जी विश्वविद्यालयों की राज्यव्यापी सूची देखें

दिल्ली

  • अखिल भारतीय सार्वजनिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान (एआईपीएचएस) राज्य सरकार विश्वविद्यालय
  • कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड
  • संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय
  • व्यावसायिक विश्वविद्यालय
  • एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी
  • भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान
  • स्व-रोज़गार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय
  • आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (आध्यात्मिक विश्वविद्यालय)

उत्तर प्रदेश

  • गांधी हिंदी विद्यापीठ
  • नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी
  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय)
  • भारतीय शिक्षा परिषद

पश्चिम बंगाल

  • भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान
  • वैकल्पिक चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थानआंध्र प्रदेश
  • क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी
  • बाइबल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंडिया

कर्नाटक

  • बदगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसायटी

केरल

  • सेंट जॉन विश्वविद्यालय

महाराष्ट्र

  • राजा अरबी विश्वविद्यालय

पुदुचेरी

  • श्री बोधि उच्च शिक्षा अकादमी

यूजीसी ने अलग-अलग राज्यों को विशिष्ट निर्देश जारी कर इन फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.

“मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि आपका संस्थान फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में आता है, क्योंकि यह संस्थान यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 2 (एफ) या धारा 3 के अर्थ के तहत एक ‘विश्वविद्यालय’ नहीं है, बल्कि इसमें संलग्न है. डिग्री प्रदान करने का व्यवसाय या इसके नाम के साथ ‘विश्वविद्यालय’ शब्द का उपयोग करके फर्जी डिग्री प्रदान करके निर्दोष छात्रों को धोखा देना. यह चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि कई छात्र आपके संस्थान के धोखाधड़ी कृत्य का शिकार बन रहे हैं”, यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने इन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को एक आधिकारिक पत्र में लिखा.