Dollar Price: रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरा, डॉलर के मुकाबले छह पैसे मजबूत

मुंबई, 28 नवंबर: शेयर बाजारों में सकारात्मक धारणा और विदेशी पूंजी निवेश आने के बीच मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे मजबूत होकर 83.34 के भाव (अस्थायी) पर बंद हुआ. इस तरह रुपया अमेरिकी मुद्रा के समक्ष अपनी सबसे निचली स्थिति से उबरने में सफल रहा. पिछले कारोबारी दिवस शुक्रवार को रुपया 83.40 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में कमजोरी आने और कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब रहने से रुपये को समर्थन मिला.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 83.37 के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान 83.32 के ऊपरी और 83.39 के निचले स्तर पर पहुंचा. हालांकि कारोबार के अंत में यह डॉलर के मुकाबले 83.34 के भाव (अस्थायी) पर बंद हुआ जो छह पैसे की मजबूती को दर्शाता है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, “भारतीय रुपये ने कारोबारी सप्ताह की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ की क्योंकि कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के बाद डॉलर में प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोरी आई.

हालांकि महीने के अंत में डॉलर की मांग आने से रुपये की बढ़त प्रभावित हुई.”अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.18 प्रतिशत बढ़कर 80.92 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. घरेलू बाजार में बीएसई का सेंसेक्स 204.16 अंक यानी 0.31 प्रतिशत चढ़कर 66,174.20 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 95.00 अंक यानी 0.48 प्रतिशत बढ़कर 19,889.70 अंक पर पहुंच गया.

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Share Market: शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 140 अंक टूटा

मुंबई, 20 नवंबर : स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 140 अंक टूट गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी के बीच वाहन, जन केंद्रित सेवाओं से जुड़ी कंपनियों और जिंस शेयरों में गिरावट से बाजार नीचे आया. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 139.58 यानी 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,655.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 246.93 अंक तक लुढ़क गया था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 37.80 अंक यानी 0.19 प्रतिशत फिसलकर 19,694 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स और जेएसडब्ल्यू स्टील प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, विप्रो, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और मारुति शामिल हैं.

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में मिला-जुला रुख रहा. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को लाभ में रहे थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.21 डॉलर प्रति बैरल रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 477.76 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 187.75 अंक और एनएसई निफ्टी 33.40 अंक के नुकसान में रहा था.

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रुपया नौ पैसे की गिरावट के साथ 83.35 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर

मुंबई, 20 नवंबर: स्थानीय शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को नौ पैसे की गिरावट के साथ अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.35 पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि विदेशी कोषों की सतत निकासी ने स्थानीय मुद्रा की धारणा को प्रभावित किया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.25 प्रति डॉलर पर खुला.

कारोबार के अंत में यह 83.35 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया. यह पिछले बंद भाव से नौ पैसे की गिरावट है. रुपया शुक्रवार को 83.27 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.48 पर आ गया.

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.14 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. इस बीच, सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 139.58 अंक की गिरावट के साथ 65,655.15 अंक पर और एनएसई निफ्टी 37.80 अंक फिसलकर 19,694 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 477.76 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

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आरबीआई पूरी तरह सतर्क, मौद्रिक नीति का रुख महंगाई को काबू में लाने पर: दास

मुंबई, 9 नवंबर: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय बैंक पूरी तरह से सतर्क है और मौद्रिक नीति का रुख आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के साथ महंगाई को काबू में लाने पर है. सरकार ने केंद्रीय बैंक को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है.

दास ने तोक्यो में एक संगोष्ठी में आरबीआई के वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिन टेक) परिवेश का जिक्र करते हुए कहा कि यह ग्राहक केंद्रित है.
उन्होंने कहा कि बेहतर संचालन व्यवस्था, प्रभावी निरीक्षण, नैतिक रूप से उपयुक्त गतिविधियां और जोखिम प्रबंधन सुनिश्चित करने और स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) के माध्यम से फिनटेक के स्व-नियमन को प्रोत्साहित करने पर ध्यान है. दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अपनी अक्टूबर की बैठक में 2023-24 के लिये खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो 2022-23 के 6.7 प्रतिशत से कम है.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर तीन महीने के निचले स्तर पर आ गयी है। अक्टूबर महीने का महंगाई का आंकड़ा 13 नवंबर को जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि सकल (हेडलाइन) मुद्रास्फीति खाद्य कीमतों के झटकों को लेकर संवेदनशील बनी हुई है. वहीं मुख्य (कोर) मुद्रास्फीति जनवरी, 2023 में अपने उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद 1.70 प्रतिशत नीचे आ चुकी है. आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘‘इन परिस्थितियों में मौद्रिक नीति का रुख सतर्क बना हुआ है और आर्थिक वृद्धि को समर्थन देते हुए मुद्रास्फीति को लक्ष्य के अनुरूप रखने को कीमतों को नीचे लाने की दिशा में काम कर रही है.’’

मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुख्य नीतिगत दर रेपो को अक्टूबर में द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. यह लगातार चौथी बार था, जब रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया गया. एमपीसी की अगली बैठक दिसंबर की शुरुआत में होने वाली है. दास ने यह भी कहा कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने भारत में फिनटेक क्रांति में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि इसकी सफलता की कहानी वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय मॉडल बन गई है.

‘मोबाइल एप्लिकेशन’ के माध्यम से बैंक खातों के बीच तुरंत धन का अंतरण करने की इसकी क्षमता ने लोगों के डिजिटल लेनदेन के तरीके को बदल दिया है. दास ने जापान के तोक्यो में उद्योग मंडल तोक्यो चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में भारतीय आर्थिक अध्ययन संस्थान की भारतीय अर्थव्यवस्था पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इसके अलावा यूपीआई को अन्य देशों की तेज भुगतान प्रणालियों के साथ जोड़ने का भी काम जारी है. फिनटेक का लाभ उठाने और सीमापार से भुगतान को अधिक कुशल और सस्ता बनाने के लिये भारत और जापान की तेज भुगतान प्रणालियों को जोड़ने की संभावना का पता लगाया जा सकता है.’’

भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के बारे में दास ने कहा कि यह ‘संतोष की बात’ है कि हाल के वर्षों में उतार-चढ़ाव भरे हालात में भी यह सुगमता से आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘अपनी अंतर्निहित मजबूती और सूझबूझ के साथ नीतिगत उपायों से वृद्धि को गति और मजबूती मिल रही है। साथ ही मुद्रास्फीति भी काबू में आ रही है। हमारा आर्थिक प्रदर्शन महामारी के समय से सोच-विचार कर किये गये उपायों, उपयुक्त मौद्रिक तथा राजकोषीय नीतियों के दम पर बेहतर रहा है.’’ हालांकि, दास ने यह भी कहा कि मौजूदा अनिश्चित माहौल में आत्मसंतुष्टि की गुंजाइश नहीं है.

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Share Market: बाजार में दूसरे दिन तेजी, सेंसेक्स 283 अंक और चढ़ा

मुंबई, 3 नवंबर:  स्थानीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 283 अंक लाभ में रहा। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझानों के बीच घरेलू बाजार लाभ में रहे. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 282.88 अंक यानी 0.44 प्रतिशत चढ़कर 64,363.78 पर बंद हुआ. दिन के कारोबार में सूचकांक 454.29 अंक तक चढ़ गया था. दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 97.35 अंक यानी 0.51 फीसदी बढ़कर 19,230.60 पर बंद हुआ.

सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक और सन फार्मा में उल्लेखनीय बढ़त हुई. दूसरी ओर नुकसान में रहने वाले शेयरों में बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, नेस्ले, टाटा स्टील और बजाज फाइनेंस बैंक शामिल हैं. व्यापक बाजारों में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.94 प्रतिशत चढ़ा, जबकि मिडकैप सूचकांक में 0.71 प्रतिशत तेजी हुई.

क्षेत्रवार बात करें तो सभी सूचकांक बढ़कर बंद हुए. रियल्टी में 2.64 प्रतिशत, सेवाओं में 1.60 प्रतिशत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 1.44 प्रतिशत, उपभोक्ता विवेकाधीन वस्तुओं में 1.15 प्रतिशत, तेल और गैस में 0.94 प्रतिशत, बैंकेक्स में 0.68 प्रतिशत और ऊर्जा में 0.73 प्रतिशत की बढ़त हुई. इस सप्ताह के दौरान कुल मिलाकर बीएसई सेंसेक्स 580.98 अंक यानी 0.91 प्रतिशत चढ़ा, जबकि निफ्टी में 183.35 अंक यानी 0.96 प्रतिशत की तेजी रही.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”मजबूत वैश्विक संकेतों, प्रमुख आर्थिक आंकड़ों के बेहतर रहने और घरेलू कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजों से आशावाद को बढ़ावा मिला है. ऐसे संकेत हैं कि फेडरल रिजर्व भविष्य में दरों में बढ़ोतरी नहीं करेगा। इसके अलावा तेल कीमतों में कुछ गिरावट से भी उम्मीद बढ़ी है.’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़कर बंद हुए.

यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को तेजी के साथ बंद हुए. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.01 प्रतिशत बढ़कर 86.86 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 12.43 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.

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Zomato Shares Jump: जोमैटो का शेयर लगभग 10 प्रतिशत उछला, जबरदस्त घाटे के बाद अब मुनाफे में लौटी कंपनी

नयी दिल्ली, 3 नवंबर: खाने का सामान ऑनलाइन ऑर्डर करने की सुविधा देने वाली कंपनी जोमैटो के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मुनाफा होने की घोषणा के बाद शुक्रवार को उसके शेयर में लगभग 10 प्रतिशत का उछाल आया. कंपनी का सितंबर, 2023 तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 36 करोड़ रुपये रहा है.बीएसई में कंपनी का शेयर 8.28 प्रतिशत बढ़कर 116.40 रुपये पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, यह 11.62 प्रतिशत बढ़कर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 120 रुपये पर पहुंच गया था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में यह 9.62 प्रतिशत उछाल के साथ 117.90 रुपये पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 251 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में परिचालन आय 2,848 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,661 करोड़ रुपये थी.

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सोना 180 रुपये चढ़ा, चांदी 400 रुपये मजबूत

नयी दिल्ली, 18 सितंबर: वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में उछाल के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 180 रुपये की तेजी के साथ 60,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी.

इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,020 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 400 रुपये बढ़कर 74,400 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गयी.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘सोमवार को सोने में तेजी आई, जहां विदेशी बाजारों में सकारात्मक कारोबार के बाद दिल्ली में सोने की हाजिर कीमतें (24 कैरेट) 180 रुपये बढ़कर 60,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गईं.”

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,927 डॉलर प्रति औंस हो गया. चांदी की कीमत चढ़कर 23.10 डॉलर प्रति औंस हो गई.

एसबीआई ग्राहकों को ईएमआई भुगतान में संभावित चूक होंने पर भेज रहा है चॉकलेट

मुंबई, 17 सितंबर: देश के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कर्जदारों, खासकर खुदरा ग्राहकों से समय पर मासिक किस्त (ईएमआई) का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है. बैंक ने बताया कि वह मासिक किस्त के भुगतान में चूक वाले संभावित कर्जदारों को चॉकलेट भेज रहा है. बैंक ने बयान में कहा कि भुगतान में चूक की योजना बना रहे कर्जदार बैंक द्वारा याद दिलाने के बाद भी कोई जवाब नहीं देते हैं. इसलिए उनके घर पर बिना उन्हें सूचित किए जाना एक अच्छा विकल्प है.

ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच खुदरा ऋण वितरण भी बढ़ रहा है। ऐसे में यह कदम बेहतर कर्ज वसूली के उद्देश्य से उठाया जा रहा है.
एसबीआई का खुदरा ऋण आवंटन जून, 2023 तिमाही में 16.46 प्रतिशत बढ़कर 12,04,279 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10,34,111 करोड़ रुपये था. बैंक का कुल ऋण खाता 13.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 33,03,731 करोड़ रुपये हो गया.

एसबीआई में जोखिम, अनुपालन और दबाव वाली परिसंपत्तियों के प्रभारी प्रबंध निदेशक अश्विनी कुमार तिवारी ने सप्ताहांत में यहां कहा, “कृत्रिम मेधा (एआई) का उपयोग करने वाली दो फिनटेक (वित्तीय-प्रौद्योगिकी) कंपनियों के साथ हम अपने खुदरा कर्जदारों को उनके ऋण भुगतान दायित्वों की याद दिलाने का एक नया तरीका अपना रहे हैं. जहां एक कंपनी कर्जदार के साथ सुलह कर रही है, वहीं दूसरी कंपनी हमें कर्जदार की चूक करने की प्रवृत्ति के बारे में सचेत कर रही है.”

उन्होंने कहा कि चॉकलेट का एक पैकेट ले जाने और व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने का यह नया तरीका अपनाया गया है क्योंकि यह पाया गया है कि चूक की योजना बना रहा उधारकर्ता बैंक से भुगतान करने की याद दिलाने वाले फोन कॉल का जवाब नहीं देगा.तो सबसे अच्छा तरीका है कि आप बिना बताए उनके ही घर पर मिल उन्हें चौंका दें. और अबतक, सफलता दर जबर्दस्त रही है.
तिवारी ने दोनों कंपनियों का नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि यह कदम अभी प्रायोगिक चरण में है और इसे लगभग 15 दिन पहले ही लागू किया गया है और ‘सफल होने पर हम औपचारिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे.’

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शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी, सेंसेक्स 100 अंक चढ़ा

मुंबई, 06 सितंबर: एशियाई बाजारों में मजबूती के रुझान के बीच बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव के बाद लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स अंतिम घंटे की लिवाली से 100.26 अंक यानी 0.15 प्रतिशत चढ़कर 65,880.52 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 292.23 अंक तक गिरकर 65,488.03 अंक पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 36.15 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,611.05 अंक पर बंद हुआ। यह घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का लगातार चौथा कारोबारी सत्र रहा.
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से बढ़त में रहे.

दूसरी तरफ टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर नीचे आए. एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट रही. यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे.

मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.70 प्रतिशत गिरकर 89.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। सऊदी अरब एवं रूस द्वारा कच्चे तेल उत्पादन में कटौती को साल के अंत तक जारी रखने के फैसले से यह दस महीनों में पहली बार 90 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया था. भारतीय बाजारों में तेजी के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी की निकासी जारी रखी है. शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 1,725.11 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की.

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रुपया 10 पैसे टूटकर 83.14 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर

नयी दिल्ली, 06  सितंबर:  अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की गिरावट के साथ 83.14 (अस्थायी) प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिकी मुद्रा में मजबूती से रुपये की धारणा प्रभावित हुई. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि डॉलर के छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से बुधवार को भारतीय रुपये में गिरावट आई. इसके अलावा कच्चे तेल की ऊंची कीमतों का भी रुपये पर असर पड़ा.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.08 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान यह 83.02 से 83.18 के दायरे में घूमने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव से 10 पैसे टूटकर 83.14 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ. रुपया इससे पहले इसी साल 21 अगस्त को 83.13 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंचा था.

रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 33 पैसे की गिरावट के साथ 83.04 पर बंद हुआ था. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 104.73 पर आ गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.44 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार कर रहा था. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 1,725.11 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.

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