कोच्चि, 30 नवंबर केरल उच्च न्यायालय ने मालाबार सीमेंट्स कंपनी के पूर्व सचिव वी शशींद्रन और उनके दो बच्चों की आत्महत्या मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से नाखुशी जताते हुए कहा कि मामले में पूरी जांच ने एजेंसी की प्रतिष्ठा को धूमिल किया।
न्यायमूर्ति पी सोमराजन ने सीबीआई के निदेशक को मामले की जांच के लिए एक नया दल गठित करने का आदेश दिया।
मालाबार सीमेंट्स भ्रष्टाचार मामले के एक प्रमुख गवाह शशींद्रन 24 जनवरी, 2011 को अपने आठ और नौ साल के दो बेटों के साथ कथित रूप से अपने घर के अंदर मृत लटके मिले थे।
अदालत ने बताया कि उनके घर पर बाहर से ताला लगा हुआ था। उसकी पत्नी ने दरवाजा खोला था और शवों को लटका देखा।
अदालत ने अपने आदेश में कहा, “यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी भी जांच पिछले 10 से अधिक वर्षों से लंबित है और कुछ भी नहीं मिला है। दूसरी ओर, एक आधी-अधूरी पूरक रिपोर्ट को अपराध में शामिल संगत मुद्दों पर ध्यान दिये बिना आंखों में धूल झोंकने के लिए प्रस्तुत किया गया था।”
उच्च न्यायालय ने सीबीआई को “उचित गंभीरता” के साथ इस मुद्दे को लेने के लिए कहा और आशा व्यक्त की कि एजेंसी “दोषी अधिकारियों, जिन्होंने यह कृत्य किया है” के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
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