Aishwarya Rai Bachchan Turns 49: ऐश्वर्या राय के जन्मदिन पर देखें एक्ट्रेस की ये 7 पावरफुल फिल्में, खूब करेंगे एंज्वाय (Watch Video)

Aishwarya Rai Bachchan Turns 49: ऐश्वर्या राय जितनी खूबसूरत हैं, उनकी अदाकारी भी उतनी ही पावरफुल है. आज ऐश अपना 49वां जन्मदिन मना रही हैं. एक्ट्रेस ने अपने करियर में काफी फिल्मों में काम किया है, कुछ सफल तो कुछ असफल साबित हुईं, पर उनका स्टारडम कभी कम नहीं हुआ. क्योंकि हर कोई जानता है कि ऐश एक बेहद ही मझी हुई कलाकार हैं. उनके इस खास दिन पर हम आपके लिए एक्ट्रेस की ऐसी 7 फिल्मों की लिस्ट लेकर आए हैं, अगर आपने अभी तक ये फिल्में नहीं देखी हैं तो जरूर देखें.

हम दिल दे चुके सनम

देवदास 

धूम 2

गुरु

जोधा अकबर

सरबजीत

पीएस 1

Elon Musk का एक और बड़ा फैसला, Twitter बोर्ड के सभी डायरेक्टर्स को पद से हटाया

Twitter के नए मालिक एलन मस्क एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं. मस्क ने Twitter के सभी बोर्ड डायरेक्टर्स की छुट्टी कर दी है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक जिन डायरेक्टर्स को हटाया गया है, उनमें मार्था लेन फॉक्स, ओमिड कोर्डेस्टानी, डेविड रोसेनब्लैट, पैट्रिक पिचेट, एगॉन डरबन, फी-फी ली और मिमी अलेमायेहौ शामिल हैं.

एलन मस्क ने 28 अक्टूबर को ट्विटर (Twitter) की कमान संभाली है. मालिक बनने के बाद ही उन्होंने ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल, CFO नेड सेगल और लीगल अफेयर-पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को कंपनी से टर्मिनेट कर दिया था.

विदेश की खबरें | अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मोरबी पुल हादसे के पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जतायी

वाशिंगटन, 31 अक्टूबर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुजरात के मोरबी शहर में एक पुल टूटने से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति सोमवार को गहरी संवेदना जतायी।
एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था। हालांकि रविवार शाम को पुल पर अत्यधिक संख्या में लोगों के होने से पुल टूट गया और हादसे में अब तक 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
बाइडन ने एक बयान में कहा, ‘‘आज, हमारा दिल भारत के साथ है। जिल और मैं गुजरात के लोगों के शोक में उनके साथ हैं और उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने पुल टूटने के चलते अपने प्रियजनों को खो दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत अपरिहार्य साझेदार हैं, हमारे नागरिकों के बीच गहरे संबंध हैं। इस कठिन घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े रहेंगे और उनका समर्थन करना जारी रखेंगे।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

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देश की खबरें | टाटा-एयरबस परियोजना विवाद: कंपनी के अधिकारियों ने पिछले साल महाराष्ट्र में ‘प्रतिकूल’ निवेश माहौल पर अफसोस जताया

मुंबई, 31 अक्टूबर टाटा-एयरबस द्वारा विमान निर्माण परियोजना के लिए गुजरात को चुनने को लेकर उठे विवाद के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि कंपनी के अधिकारियों ने पिछले साल राज्य में अनुकूल माहौल की कमी पर अफसोस जताया था।
गौरतलब है कि इस परियोजना के गुजरात जाने के पीछे केन्द्र का हाथ बताते हुए राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने फडणवीस के इस दावे को खारिज किया था।
आदित्य ने दावा किया कि टाटा-एयरबस के अधिकारियों ने राज्य की तत्कालीन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार से कहा था कि उन्हें जहां भी केंद्र सरकार कहेगी, वहीं विमान निर्माण संयंत्र स्थापित करना होगा।
शिवसेना विधायक ने फडणवीस के इस दावे का भी खंडन किया कि पिछली महा विकास आघाड़ी सरकार ने राज्य में वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर संयंत्र को राज्य में बनाए रखने के लिए कुछ नहीं किया, जो अंततः गुजरात में स्थानांतरित हो गया। उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में वेदांता के अधिकारियों और पिछली सरकार के बीच कई बैठकें हो चुकी हैं।
महाराष्ट्र से गुजरात के वडोदरा जाने वाले सी-295 सैन्य परिवहन विमान के निर्माण की 22,000 करोड़ रुपये की परियोजना को लेकर सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे नीत सरकार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेतृत्व वाले विपक्ष के बीच वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है।
इससे पहले दिन में फडणवीस ने दावा किया कि एयरबस परियोजना को स्थानांतरित करने का निर्णय तब लिया गया था जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे।

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बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ नारेबाजी को हल्के में नहीं लिया जा सकता: कर्नाटक HC

बेंगलुरू, 31 अक्टूबर: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) के एक कथित सदस्य के खिलाफ मामला रद्द कर दिया है, जिसने बाबरी मस्जिद मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ नारेबाजी की थी. Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 10 नवंबर को होगी सुनवाई

अदालत ने सीएफआई के खिलाफ मामला इसलिए रद्द किया क्योंकि पुलिस उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए के तहत आरोप लगाने से पहले सरकार से मंजूरी लेने में विफल रही.
हालांकि, अदालत ने कहा कि फैसले के खिलाफ नारेबाजी करना समुदायों के बीच नफरत फैलाने के बराबर है जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.

अदालत ने कहा कि आरोपी सफवान “सीएफआई के बैनर के साथ अन्य लोगों के साथ गया और अयोध्या-बाबरी मस्जिद मामले में दिए गए माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का विरोध किया, जो कि और कुछ नहीं बल्कि दो समूहों के बीच धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना है.’’

अदालत ने कहा कि यह एक ऐसा कृत्य है जो मंगलुरु क्षेत्र में सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल है, जहां आरोपी व्यक्तियों ने फैसले के खिलाफ आंदोलन किया और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.

सफवान पर मंगलुरु में कोनाजे पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, धारा 149 और ‘कर्नाटक ओपन स्पेस डिसफिगरेशन एक्ट’ की धारा 3 के तहत आरोप लगाया गया था. न्यायमूर्ति के नटराजन ने सफवान के खिलाफ लंबित मामले को 14 अक्टूबर को रद्द कर दिया.

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Delhi Electricity Subsidy: दिल्ली में 40 फीसदी से ज्यादा उपभोक्ताओं का बिजली सब्सिडी नहीं लेने का फैसला

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 56.98 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से करीब 40 फीसदी ने बिजली सब्सिडी नहीं लेने का फैसला किया है. अधिकारियों ने दिल्ली सरकार से मिलने वाली बिजली सब्सिडी पाने के लिए आवेदन देने की अंतिम तारीख यानि 31 अक्टूबर के बाद सोमवार को यह जानकारी दी. New Rules From 1st November 2022: 1 नवंबर से होंगे ये 5 बड़े बदलाव! हो सकती हैं आपकी जेबें ढीली! जानें पूरी डिटेल

उन्होंने बताया कि 34 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने बिजली सब्सिडी पाने के लिए आवेदन दिया है, लेकिन जिन लोगों ने अर्जी नहीं दी है उन्हें फिर से अगले महीने के बिल में ऐसा करने का मौका दिया जाएगा.

अधिकारियों ने बताया कि कुल 22,81,900 (40 फीसदी) घरेलू उपभोक्ताओं ने अभी तक सब्सिडी के लिए अर्जी नहीं दी है. दिल्ली सरकार ने अपनी मुफ्त बिजली योजना में बदलाव करते हुए सिर्फ आवेदन देने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी देने का फैसला लिया है.

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार दोपहर तक सब्सिडी पाने के लिए 34.16 लाख आवेदन मिले थे और दिन खत्म होने तक संख्या में थोड़ी वृद्धि हो सकती है. दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इसका मतलब यह है कि कई उपभोक्ता सोच समझकर सब्सिडी छोड़ना चाहते हैं. यह भी संभव है कि कई उपभोक्ता विभिन्न कारणों से सब्सिडी के लिए आवेदन नहीं दे सके.’’

अधिकारी ने बताया कि आंकड़ों का अध्ययन किया जाएगा और 22 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा सब्सिडी का आवेदन नहीं देने के कारणों का पता लगाया जाएगा.

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देश की खबरें | उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद की सुरक्षा में सेंध का आरोप

लखनऊ, 31 अक्टूबर उत्तर प्रदेश के मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने गोरखपुर से सुल्तानपुर जाते वक्त बस्ती जिले में अपनी सुरक्षा में सेंध का आरोप लगाया है।
निषाद के कार्यालय द्वारा सोमवार रात जारी एक बयान के मुताबिक पिछले तीन दिनों के दौरान यह ऐसा दूसरा मामला सामने आया है।
बयान में कहा गया है कि मत्स्य मंत्री पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक गोरखपुर से सुल्तानपुर जा रहे थे। बस्ती टोल प्लाजा से करीब 10 किलोमीटर पहले से ही एक कार में सवार लोग उनके सुरक्षा घेरे को बार-बार तोड़ने का प्रयास कर रहे थे।
बयान के मुताबिक अपराह्न दो बजे निषाद जब टोल प्लाजा को पार कर रहे थे तभी टोल बैरियर से पहले एक कार मंत्री के सुरक्षा घेरे को तोड़कर एस्कॉर्ट और वीआईपी गाड़ी के बीच आ गई, जिससे निषाद की कार अनियंत्रित हो गई।
बयान में कहा गया है कि कार चालक की सूझ बूझ से टोल फाटक को निषाद की गाड़ी पर गिरने से बचाया गया। मंत्री के कर्मियों ने बस्ती के पुलिस अधीक्षक को इस घटना के बारे में बताया और जांच के लिए कहा।
बयान के अनुसार पिछले तीन दिनों के अंदर मंत्री की सुरक्षा में सेंध का यह दूसरा मामला हुआ है। इससे पहले 29 अक्टूबर को लखनऊ से गोरखपुर जाते वक्त अयोध्या की सीमा में भी बाराबंकी टोल प्लाजा से करीब 10 किलोमीटर आगे मंत्री संजय निषाद के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए एक कार ने टक्कर मार दी थी। इसकी सूचना अयोध्या पुलिस को दी गई थी।

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Maharashtra: सोलापुर में तेज रफ्तार कार ने श्रद्धालुओं को कुचला, 7 की मौत, मुआवजे का ऐलान

महाराष्ट्र: सोलापुर के सांगोले शहर के पास एक सड़क दुर्घटना में 7 लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना पर शोक जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को हमारी भावभीनी श्रद्धांजलि. प्रत्येक मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता की घोषणा की गई है और प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि घायलों को तत्काल और उचित उपचार मुहैया कराया जाए.

कार्तिकी एकादशी के लिए पंढरपुर जा रहे श्रद्धालुओं के बीच उस वक्त हाहाकार मच गया, जब एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी. इस टक्कर में जहां 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए. मृतकों में शारदा आनंद घोड़के (61 साल), सुशीला पवार, रंजना बलवंत जाधवी, गौरव पवार (14 साल), सरजेराव श्रीपति जाधवी, सुनीता सुभाष कटे और शांताबाई शिवाजी जाधवी शामिल हैं.

BJP ने हिमाचल प्रदेश में प्रदेश उपाध्यक्ष सहित पांच बागी नेताओं को निलंबित किया

bjp

नयी दिल्ली/शिमला, 1 नवम्बर : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से कुछ ही दिन पहले, राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने को लेकर सोमवार को प्रदेश उपाध्यक्ष सहित अपने पांच बागी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. निलंबित किये गये भाजपा नेताओं में पूर्व विधायक–तेजवंत सिंह नेगी (किन्नौर), किशोरी लाल (अन्नी), मनोहर धीमन (इंदोरा), के एल ठाकुर (नालागढ़)– और पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष कृपाल परमार शामिल हैं. भाजपा द्वारा इन नेताओं को टिकट नहीं दिये जाने पर वे सभी अपनी-अपनी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.

राज्यसभा के पूर्व सदस्य परमार फतेहपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के एक बयान में कहा गया है, ‘‘भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने को लेकर कार्यकर्ताओं को छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.’’ इससे पहले भाजपा के 12 से अधिक नेताओं ने घोषणा की थी कि वे 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. यह भी पढ़ें : वे चीन को लद्दाख में घुसने से रोक नहीं सकते, लेकिन मुझे करगिल नहीं जाने देंगे: उमर अब्दुल्ला

हालांकि, शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, युवराज कपूर और धर्मशाला ब्लॉक के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है. भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची में अपने 11 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है और दो मंत्रियों का विधानसभा क्षेत्र बदल दिया है.

Maharashtra Politics: शिंदे-फडणवीस ने अपने निर्दलीय समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद सुलह कराई

मुंबई, 31 अक्टूबर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने निर्दलीय समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद हस्तक्षेप किया और आखिरकार सोमवार को यहां सुलह करवा दी. निर्दलीय विधायक बच्चू कडू, जो प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक हैं और युवा स्वाभिमान पार्टी के रवि राणा – दोनों अमरावती के रहने वाले हैं, के बीच विवाद एक ऐसे बिंदु पर आ गया, जब बच्चू कडू ने शिंदे सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी तक दे दी. शिंदे-फडणवीस ने मध्यस्थता कर रवि राणा से कुछ आरोप वापस लेने के लिए कहा. Himachal Pradesh Election: हिमाचल में बागियों पर BJP का एक्शन, 5 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला

राणा ने सार्वजनिक रूप से कडू पर जून में बागी शिंदे गुट का साथ देने के लिए कथित रूप से ’50 खोखा’ (50 करोड़ रुपये) लेने का आरोप लगाया था. बागियों ने तत्कालीन शिवसेना में विभाजन पैदा कर महा विकास अघाड़ी सरकार गिरा दी थी.

कडू ने राणा को 1 नवंबर तक अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी और शिंदे-फडणवीस को यह स्पष्ट करने के लिए अल्टीमेटम भी दिया कि क्या राणा के तर्क सही थे और चेतावनी भी दी कि स्पष्ट नहीं करने पर सरकार के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं.

शिंदे ने कहा कि चूंकि दोनों एक ही जिले से हैं, इसलिए स्थानीय मुद्दे थे, जिन्हें सुलझा लिया जाएगा, यहां तक कि कडू और राणा ने मुंबई में स्वतंत्र रूप से सीएम और डिप्टी सीएम से मुलाकात की.

बैठक के बाद राणा सामने आए और कहा, “मैं अपना बयान वापस लेता हूं. कडू को भी ऐसा ही करना चाहिए.”

हालांकि यह कहते हुए कि वह वार्ता के परिणाम से संतुष्ट हैं, कडू ने कहा कि वह मंगलवार को अपने समर्थकों से परामर्श करने के बाद ही इस मामले में निर्णय लेंगे.

शिंदे ने कहा कि सभी बागी और अन्य निर्दलीय विधायक दोषसिद्धि के कारण उनके साथ आए थे, जबकि फडणवीस ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि कडू गुवाहाटी गए थे, जब उन्होंने उन्हें सिर्फ एक बार फोन किया था.

फिलहाल मामला शांत हो गया है और राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि कडू मंगलवार तक राणा के साथ समझौते को स्वीकार करने के लिए भी आ सकते हैं.

संयोग से, कडू उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में मंत्री थे और बागी गुट में शामिल होने वाले शुरुआती लोगों में से हैं, जबकि राणा और उनकी पत्नी, सांसद नवनीर कौर-राणा अप्रैल 2022 में ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने की बात कहकर सुर्खियों में आ गई थीं.