पटना, 31 अगस्त तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने बुधवार को बिहार की राजधानी का दौरा किया जहां उन्होंने राज्य के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और ‘‘भाजपा मुक्त भारत’’ का आह्वान किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ संवाददाता सम्मेलन के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की ‘‘क्रांति’’ की स्मृति का आह्वान करते हुए केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘तानाशाही’’ होने का आरोप लगाया और उसका मुकाबला करने के लिए एकजुट विपक्ष की आवश्यकता पर बल दिया ।
केसीआर ने बाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी मुलाकात की। उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस की क्या भूमिका होगी। केसीआर के कांग्रेस साथ संबंध ठीक नहीं है।
हालांकि, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख ने कहा कि उनका प्रयास भाजपा की विभाजनकारी राजनीति से लड़ने के लिए ‘‘तीसरा मोर्चा नहीं’’ बल्कि एक मुख्य मोर्चा, एक विकल्प बनाने का है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने खुद के राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का खतरनाक खेल खेल रही है।
राव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है जो बढ़ती महंगाई, बढ़ते कर्ज और रुपये में गिरावट की स्थिति से स्पष्ट है।
टीआरएस प्रमुख ने गुजरात के खराब मानव विकास सूचकांक और दलितों के खिलाफ अत्याचारों की बढ़ी घटनाओं का हवाला भी दिया।
केंद्र की निजीकरण नीति से नाखुश केसीआर ने आरोप लगाया कि यह ‘‘बेचो इंडिया‘‘ के समान है जहां लाभ कमा रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां में भी विनिवेश किया जा रहा है।
मोदी के ‘‘मेक इन इंडिया’’ नारे का मजाक उड़ाते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नेल कटर, शेविंग ब्लेड और यहां तक कि तिरंगे जैसी छोटी चीजें चीन से आयात की जा रही हैं।’’
उन्होंने जल संकट के लिए केंद्र की दोषपूर्ण नीतियों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने आरोप लगाया कि आठ साल पहले मोदी के सत्ता में आने के बाद केंद्र ने संघवाद के सिद्धांतों का सम्मान नहीं किया और दावा किया इसके बावजूद जो भी प्रगति हुई वह राज्यों की पहल के कारण हुई है।
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘बिहार को बीमारू राज्यों में गिना जाता है। मुझे यह शब्द दुर्भाग्यपूर्ण लगता है। नीतीश कुमार ने विशेष श्रेणी के दर्जे की मांग कर सही किया है।”
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा पर पलटवार करते हुए केसीआर ने कहा, ‘‘वे दुनिया के सबसे अमीर राजनीतिक दल हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या नीतीश कुमार संयुक्त विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं, केसीआर ने कहा, ‘‘बड़े भाई नीतीश जी देश के सबसे बेहतर और वरिष्ठ नेता हैं। मैं निर्णय लेने वाला कोई नहीं हूं। यह तब तय होगा जब सभी विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे।’’
संयुक्त विपक्ष में कांग्रेस की भूमिका और राहुल गांधी की स्वीकार्यता के बारे में पूछे गए सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कोई जल्दी नहीं है। सब कुछ नियत समय में तय किया जाएगा ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें भाजपा को सत्ता से बाहर करने का हर संभव तरीके से प्रयास करना चाहिए।’’
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने से पहले अपना अधिकांश समय अपने बिहार समकक्ष के आवास पर बिताया।
उन्होंने पटना शहर में स्थित तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारे से अपने दौरे का समापन किया।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव अधिकांश समय उनके साथ रहे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)