देश की खबरें | शिंदे ने कैबिनेट की पहली बैठक की अध्यक्षता की, महाराष्ट्र विधानमंडल का विशेष सत्र 2-3 जुलाई को

मुंबई, 30 जून महाराष्ट्र विधानमंडल का दो दिवसीय विशेष सत्र दो जुलाई से होगा।
अधिकारियों ने कहा कि एकनाथ शिंदे के राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
सूत्रों ने कहा कि सत्र के दौरान विश्वास मत भी होने की संभावना है, हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
शिंदे ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि विकास परियोजनाओं में तेजी लाने की जरूरत है।
आधिकारिक बयान में शिंदे के हवाले से कहा गया कि निर्वाचित प्रतिनिधियों और प्रशासन को एक-दूसरे के सहयोग से काम करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें नागरिकों के विश्वास पर खरा उतरने की जरूरत है।’’
शिंदे ने यह भी कहा कि कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे अनुभवी नेता होने से उनके प्रशासन को मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेट्रो और समृद्धि एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं में तेजी लाई जानी चाहिए।’’
बयान में कहा गया है कि फडणवीस ने नौकरशाही से प्रशासनिक फैसलों में तेजी लाने को कहा।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने राज्य में चल रहे बुवाई कार्यों का भी जायजा लिया।

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देश की खबरें | शिंदे को मिला मुख्यमंत्री पद; सरकार में शामिल नहीं होने की बात कहने के बाद फडणवीस बने उपमुख्यमंत्री

मुंबई/पणजी/नयी दिल्ली, 30 जून शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, जबकि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
बृहस्पतिवार का दिन चौंका देने वाली घोषणाओं का रहा, जिसने राज्य में एक हफ्ते से अधिक समय से चले आ रहे राजनीतिक संकट का नाटकीय तरीके से अंत कर दिया।
राज्य में शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के बुधवार को गिरने के बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री माने जा रहे फडणवीस ने यह घोषणा कर सबको चौंका दिया कि शिंदे मुख्यमंत्री बनेंगे और वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे।
हालांकि, इसके कुछ ही मिनट के बाद भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने नयी दिल्ली में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस शिंदे के नेतृत्व वाली कैबिनेट का हिस्सा होंगे। उल्लेखनीय कि शिवसेना के खिलाफ शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत ने एक दिन पहले ढाई साल पुरानी एमवीए सरकार गिरा दी।
नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘देवेंद्र फडणवीस ने बड़े मन का परिचय देते हुए महाराष्ट्र कैबिनेट में शामिल होने का फैसला किया।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक ट्वीट में कहा कि नागपुर निवासी फडणवीस ने राज्य के हित में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने का फैसला किया।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई स्थित राजभवन में शिंदे (58) और उनके डिप्टी फडणवीस (51) को शाम साढ़े सात बजे के कुछ देर बाद पद की शपथ दिलाई।
चार बार विधायक रहे शिंदे ने ठाणे जिले में दिवंगत शिवसेना नेताओं-बाल ठाकरे और अपने राजनीतिक गुरु आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देकर शपथग्रहण की शुरुआत की।
शिंदे के समर्थकों ने शपथग्रहण समाप्त होने के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज, शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और दिघे की जयकार करते हुए नारे लगाए।
शपथग्रहण समारोह में नए मुख्यमंत्री के साथ उनके परिवार के सदस्य भी थे। हालांकि, उनके बेटे एवं ठाणे जिले के कल्याण से लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे गोवा में शिवसेना के बागी विधायकों के साथ ठहरे हुए हैं, जहां बागी विधायक बुधवार रात गुवाहाटी से आए थे।
मुख्यमंत्री के एक समर्थक ने कहा, “शिंदे ने हमेशा अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का ध्यान रखा। पहली बार ठाणे जिले का कोई विधायक मुख्यमंत्री बना है। हम इस फैसले से खुश हैं।”
शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शुभकामनाएं दीं।
ठाकरे ने मराठी में ट्वीट किया, ‘‘नवनियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी को शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूं कि आप महाराष्ट्र के लिए अच्छा काम करेंगे।’’
इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र दो जुलाई से यहां शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया ।
अधिकारियों ने कहा कि सत्र के पहले दिन विधानसभा का अध्यक्ष चुना जाएगा।
शिंदे ठाणे शहर के कोपरी पाचपाखाड़ी से विधायक हैं। वह मूल रूप से पश्चिमी महाराष्ट्र के सातारा जिले के रहने वाले हैं।
इस बीच, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पुणे में कहा कि भाजपा नेता उपमुख्यमंत्री पद मिलने से खुश नजर नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मुताबिक, ऐसा नहीं लगता है कि फडणवीस ने नंबर-2 पद (उपमुख्यमंत्री) को खुशी से स्वीकार किया है। उनके चेहरे की भाव भंगिमा यह बताती है। वह नागपुर से हैं और उन्होंने स्वयंसेवक (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के तौर पर काम किया है तथा जब वहां आदेश आता है तो उसका पालन करना होता है।’’
शिंदे, दोपहर में गोवा से मुंबई पहुंचे और महाराष्ट्र में नयी सरकार के गठन पर चर्चा के लिए दक्षिण मुंबई स्थित फडणवीस के आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात की।
वह शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत का बिगूल फूंकने के बाद एक हफ्ते से अधिक समय से गुवाहाटी के एक होटल में बागी विधायकों के साथ डेरा डाले हुए थे। वह बुधवार रात गोवा पहुंचे थे।
शिंदे और फडणवीस ने भाजपा के कई नेताओं के साथ राजभवन जाने से पहले संक्षिप्त बैठक की।
मुंबई पुलिस ने शिंदे के शहर में आने के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापाक इंतजाम किए थे।

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IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ T20I और ODI सीरिज के लिए टीम इंडिया की घोषणा, कप्तान रोहित शर्मा समेत इन खिलाड़ियों को मिला मौक़ा

India vs England:  इंग्लैंड के खिलाफ T20I और ODI सीरिज के लिए बीसीसीआई ने गुरूवार को  टीम इंडिया की घोषणा कर दी.  भारतीय टीम को 7 जुलाई से इंग्लैंड  के खिलाफ टी20 सीरीज और उसके बाद वनडे खेलनी है. दोनों सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा में तीन मैच की टी20 सीरीज के लिए दो टीम चुनी गई है. पहले मैच के लिए अलग और उसके बाद दो मैच के लिए अलग, सभी मैचों में रोहित शर्मा  ही टीम की कप्तानी करेंगे.

पहले T20 के लिए भारतीय टीम:

रोहित शर्मा (कैप्टन), ईशान किशन, ऋतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल , अवेश खान, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक.

दूसरे और तीसरे T20 के लिए टीम:

रोहित शर्मा (कैप्टन), ईशान किशन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, जसप्रीत बुमराह , भुवनेश्वर कुमार, अवेश खान, हर्षल पटेल, उमरान मलिक.

ODI सीरीज के लिए टीम:

रोहित शर्मा (कैप्टन), शिखर धवन, ईशान किशन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद शमी , मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह.

इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया की घोषणा:

भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की पूर्व संध्या पर, प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन … – Latest Tweet by IANS Hindi

देश की खबरें | पीएमओ की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने तीन प्राथमिकी दर्ज कीं

नयी दिल्ली, 30 जून केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की इन शिकायतों के आधार पर तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं कि कुछ धोखेबाज पीएमओ में काम करने का दावा करके प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे थे। यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी।
पीएमओ की ओर से दी गईं तीन शिकायतों की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है।
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने अज्ञात व्यक्तियों, प्रिंस और शिवकुमार नामक लोगों के खिलाफ तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं।
शिकायत अब अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी में परिवर्तित हो गई है जिसमें आरोप लगाया गया है, ‘‘इस कार्यालय के संज्ञान में आया है कि चंडीगढ़ में तैनात मनोज कुमार मीणा, आईपीएस (2012, एजीएमयूटी) से व्यक्ति रोहित यादव द्वारा मोबाइल नंबर 7009808342 का उपयोग करके सम्पर्क किया गया। इस व्यक्ति ने खुद को संयुक्त सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) होने का दावा किया और एक पुलिस कांस्टेबल के स्थानांतरण के लिए कहा।’’
इसमें कहा गया कि प्रथम दृष्टया इस व्यक्ति द्वारा खुद को पीएमओ अधिकारी दिखाने का मामला प्रतीत होता है क्योंकि ऐसे किसी अधिकारी द्वारा ऐसी कोई कॉल नहीं की गई थी और नंबर भी अधिकारी का नहीं है।
अधिकारियों ने कहा कि दूसरा मामला पीएमओ में निजी सहायक के रूप में काम करने का दावा करने वाले एक व्यक्ति से संबंधित है, जिसने रविकांत खरब नाम के एक व्यक्ति को आश्वासन दिया था कि वह भारतीय रिजर्व बैंक में तीन लाख रुपये की रिश्वत के बदले नौकरी दिला देगा। उन्होंने कहा कि आरोप है कि खरब ने ‘प्रिंस’ नाम के एक लड़के को 25,000 रुपये दिए।
तीसरा मामला केरल के रहने वाले शिवकुमार से संबंधित है जो खुद को कार्डियक सर्जन और भारत और नेपाल के प्रधानमंत्री का स्वास्थ्य सलाहकार बताता है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘शिकायत की जांच से पता चला है कि केरल के डॉ शिवकुमार नाम का व्यक्ति खुद को पीएमओ अधिकारी बताता था और अपने मोबाइल नंबर 080759-94461 से लोगों को कॉल करता था तथा कथित तौर पर खुद को माननीय प्रधानमंत्री का निजी सलाहकार बताता था।’’

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ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा , शीर्ष पुरुष स्टीपलचेजर अविनाश सेबल और … – Latest Tweet by IANS Hindi

देश की खबरें | स्कूल में बिच्छू के काटने से छात्रा की मौत

बेमेतरा, 30 जून छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले की शासकीय प्राथमिक शाला में बिच्छू के काटने से एक छात्रा की मृत्यु हो गई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालिका की मृत्यु पर दुख जताया है। बालिका के परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिले के बंधी गांव में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में बुधवार को बिच्छू के डंक मारने से दूसरी कक्षा की छात्रा दिव्या मंडावी (आठ) की मौत हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि दोपहर लगभग दो बजे मध्याह्न भोजन के बाद जब बच्चे परिसर में खेल रहे थे तभी ईंट के नीचे छिपे बिच्छू ने दिव्या को डंक मार दिया।
उन्होंने बताया कि बालिका को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दाढ़ी ले जाया गया, जहां दिव्या को प्राथमिक उपचार दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दिव्या को बेमेतरा जिला चिकित्सालय भेजा गया। जिला चिकित्सालय में जांच के बाद दिव्या को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया।
अधिकारियों ने बताया कि बेमेतरा से रायपुर ले जाने के दौरान सिमगा शहर के करीब जब दिव्या की हालत बिगड़ने लगी तब उसे सिमगा के स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने बालिका की मृत्यु पर दुख जताया है तथा जिला प्रशासन को छात्रा के परिजनों की हर संभव सहायता का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने छात्रा के परिजनों को छात्र दुर्घटना बीमा योजना तथा राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि छात्रा दिव्या मंडावी के पिता सुखराम मंडावी को छात्र सुरक्षा बीमा योजना के तहत बृहस्पतिवार को एक लाख रुपए का चेक प्रदान कर दिया गया है। वहीं जिला प्रशासन बेमेतरा द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत छात्रा के पिता को चार लाख रुपए की राशि जल्द प्रदान की जाएगी।

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Maharashtra: शपथ लेते ही शिंदे-फडणवीस सरकार का फैसला, आरे में ही बनेगा मेट्रो कार शेड

मुंबई:  महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के कुछ ही समय बाद कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के महाधिवक्ता को निर्देश दिया है कि आरे में ही मेट्रो कार शेड (Metro  Car Shed)  बनाया जाएगा. इस संबंध में सरकार का पक्ष कोर्ट के सामने पेश किया जाए. सूत्रों अनुसार  इसके अलावा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Deputy CM Devendra Fadnavis) ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जलयुक्त शिवर योजना को फिर से शुरू करने के लिए जल्द से जल्द प्रस्ताव लाया जाए.

आरे में ही बनेगा मेट्रो कार शेड:

देश की खबरें | शिवसेना को कमजोर करना चाहती है भाजपा, शिंदे को मुख्यमंत्री बना ‘क्षेत्रीय भावनाओं’ पर कब्जे की कोशिश

नयी दिल्ली, 30 जून शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुनने का भाजपा का फैसला चौंकाने वाला लग सकता है लेकिन यह हिंदुत्व के साथ ही उसके पूर्व सहयोगी के साथ परंपरागत तौर पर जुड़ी क्षेत्रीय भावना को भी अपने पक्ष में लाने के उद्देश्य को रेखांकित करता है।
यह ऐसे समय में और अहम हो जाता है जब पार्टी की निगाहें 2024 के लोकसभा चुनावों और उसी साल राज्य में विधानसभा चुनावों की बड़ी लड़ाई पर टिकी हैं।
हिंदुत्व की एक अधिक निर्भीक छवि को प्रदर्शित करने वाली शिवसेना की कभी कनिष्ठ सहयोगी रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब वस्तुतः इसकी मालिक है और उसे उम्मीद है कि इस नई भूमिका में वह (शिंदे) क्षेत्रीय भावनाओं के साथ उसे जोड़कर पेश कर पाएंगे जिसे पूर्व में शिवसेना भुनाती रही है।
हिंदुत्व और जातीय उप-राष्ट्रवाद से शिवसेना को दूर करने का यह रणनीतिक कदम उसे नुकसान पहुंचाने के भाजपा के प्रयासों को और बल देगा।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि शिंदे गुट में से एक के सरकार में शीर्ष पर होने से और शिवसैनिकों व पार्टी पदाधिकारियों का समर्थन मिलने से उसे ज्यादा मजबूती मिल सकती है।
शिंदे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना जैसे दलों के प्रति सहानुभूति रखने वाली राज्य की सबसे प्रभावशाली जाति मराठा से आते हैं। ऐसे में भाजपा के पक्ष में इस समुदाय को भी शिंदे लुभा सकते हैं।
आने वाले हफ्तों और महीनों में शिवसेना के दोनों धड़ों में सियासी जंग और तेज होने की उम्मीद है । यह मामला अभी चुनाव आयोग तक भी जाएगा। ऐसे में जमीनी स्तर से उभरे मराठा राजनेता शिंदे को पार्टी के हिंदुत्व और जातीय उप-राष्ट्रवाद से जोड़ने वाली पहचान उद्धव ठाकरे की संभावनाओं पर असर डाल सकती है।
अपनी डॉक्टरेट की डिग्री के लिये शिवसेना का अध्ययन करने वाले महाराष्ट्र के राजनीतिक वैज्ञानिक संजय पाटिल ने कहा, “यह एक बहुत ही रणनीतिक कदम है। यह एक बहुत बड़ी रणनीति की योजना प्रतीत होती है, जिसका उद्देश्य शिवसेना को कमजोर करना और इसे ठाकरे के हाथों से निकालना है।”
उन्होंने कहा, “शिवसेना के नारों, उसके लोगों और एक मराठा मुख्यमंत्री को नियुक्त करके, भाजपा महाराष्ट्र के इतिहास में ठाकरे ब्रांड के सामने सबसे कठिन चुनौती पेश कर रही है। ठाकरे को शिवसेना से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह आसान नहीं होगा क्योंकि मराठी लोगों की कल्पना में शिवसेना और ठाकरे हमेशा एक रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “चूंकि शिवसेना की विचारधारा मोटे तौर पर दो आधारों पर टिकी थी : धर्म (हिंदुत्व) और क्षेत्र (मराठी मानूस), अब कोशिश यह है कि सब कुछ हिंदुत्व के बड़े आधार में समाहित हो जाए और यह स्थानीयता से बड़ा होना चाहिए।”
एक विचार यह भी है कि भाजपा खुद पर कोई आंच नहीं आने देना चाहती क्योंकि मामला अब भी तकनीकी रूप से अदालत में है, और यह आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है कि शिवसेना के दो गुटों के बीच की लड़ाई राजनीतिक रूप से कैसे चलेगी, क्योंकि ठाकरे ब्रांड को बट्टे-खाते में नहीं डाला जा सकता।
भाजपा के इस कदम से उसके लिये भी चुनौतियां कम नहीं होंगी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिन्हें राज्य में पार्टी का चेहरा और शिवसेना में विद्रोह के पीछे एक प्रमुख नेता के रूप में देखा जाता है, जाहिर तौर पर नेतृत्व की शिंदे की पसंद से खुश नहीं हैं।।
उन्होंने घोषणा की कि वह नए मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व द्वारा उन पर दबाव डाला गया।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का यह भी कहना है कि शिंदे, जिनके गुट में लगभग 50 विधायक (निर्दलीय सहित) हैं जबकि भाजपा के 106 हैं, सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं जिसकी अपनी खामियां हो सकती हैं।
विद्रोही गुटों के नेताओं या किसी बड़ी पार्टी के समर्थन से सरकार चलाने वाली छोटी पार्टी को राजनीतिक लाभ मिले-जुले रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हमदर्द और तमिल राजनीतिक साप्ताहिक तुगलक के संपादक एस गुरुमूर्ति ने शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में चुनने के भाजपा के कदम की “रणनीतिक रूप से शानदार और राजनीतिक रूप से बड़े दिल वाले” के तौर पर सराहना की।
उन्होंने कहा कि शिवसेना में विद्रोह के पीछे भाजपा की साजिश को देख रहे राजनीतिक पंडितों को इससे झटका लगा है।

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