देश की खबरें | उड़ान योजना के तहत छह साल में 1.94 लाख उड़ानें संचालित हुईं: सिंधिया

जबलपुर, 31 मई केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में जबलपुर से दो उड़ानों की शुरुआत की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के तहत पिछले छह सालों में देश में 1.94 लाख उड़ानें संचालित की गईं जिसमें एक करोड़ से अधिक लोगों ने यात्रा की। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दस महीनों में मध्य प्रदेश में उड़ानों की आवाजाही में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जबलपुर से नयी शुरु की गई उड़ानों में दिल्ली-जबलपुर-भोपाल-ग्वालियर (सप्ताह में तीन दिन) और दिल्ली- जबलपुर-बिलासपुर- भोपाल (सप्ताह में चार दिन) शामिल है। जबलपुर के डुमना हवाई अड्डा परिसर में आयोजित एक समारोह में सिंधिया ने कहा कि पिछले दस महीनों में मध्य प्रदेश में उड़ानों की आवाजाही में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि दस महीने पहले 554 उड़ानों की आवाजाही से अब उड़ान की संख्या बढ़कर 926 हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ आज से शुरु होने वाली दो नयी उड़ानों के साथ जबलपुर अब आठ शहरों से जुड़ गया है और पहले 94 के मुकाबले अब प्रति सप्ताह यहां से 160 उड़ानें हैं।’’
उन्होंने कहा कि इंदौर से नौ महीने पहले 308 उड़ान और 12 शहरों से संपर्क के मुकाबले अब 468 उड़ान और 20 शहरों से संपर्क है। उन्होंने कहा कि इसी तरह 9 माह पहले भोपाल से 94 उड़ान और पांच शहरों से संपर्क था जबकि अब 200 उड़ान और 12 शहरों से संपर्क है। उन्होंने कहा कि वहीं ग्वालियर में पहले 56 उड़ान और चार शहरों से संपर्क के मुकाबले 94 उड़ान और आठ शहरों से संपर्क है।
सिंधिया ने कहा कि उड़ान योजना में पिछले छह सालों में 1.94 लाख उड़ान संचालित की गई जिनमें एक करोड़ से अधिक लोगों ने यात्रा की। उन्होंने कहा कि अनुदान के प्रावधान के कारण यह संभव हो पाया कि आम आदमी भी हवाई यात्रा कर सके।
उन्होंने कहा कि जबलपुर में नए टर्मिनल भवन में एयरोब्रिज, नया एप्रन जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं और बड़े विमानों की लैंडिंग की सुविधा के लिए रनवे की लंबाई वर्तमान 2,000 मीटर से बढ़ाकर 2,800 मीटर की गई है। उन्होंने कहा कि यह अगले महीने तक तैयार हो जाएगा।
इससे पहले दिन में सिंधिया ने जबलपुर के मानस भवन में केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रव्यापी डिजिटल संवाद में भी भाग लिया।

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देश की खबरें | भाजपा नेतृत्व की घोष को नसीहत : पार्टी सहयोगियों के खिलाफ बोलने से परहेज करें, ऐसा आचरण अस्वीकार्य

नयी दिल्ली/कोलकाता, 31 मई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल के अपने वरिष्ठ नेता दिलीप घोष की पार्टी की राज्य इकाई के खिलाफ “आलोचनात्मक” टिप्पणियों पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए मंगलवार को उन्हें आगाह किया कि उनका आचरण “अस्वीकार्य” है और इससे न केवल पार्टी को नुकसान होगा बल्कि उनकी अतीत की कड़ी मेहनत को भी निष्फल कर देगा।
पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष घोष ने अपने उत्तराधिकारी सुकांत मजूमदार पर निशाना साधते हुए उन्हें ऐसा “अनुभवहीन” नेता करार दिया जो “हाल ही में” परिदृश्य में आए हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने तीखे शब्दों में घोष को लिखे पत्र में उन्हें सार्वजनिक मंचों पर पार्टी नेताओं के खिलाफ बोलने को लेकर आगाह किया है। सिंह ने कहा कि यह पत्र पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के निर्देश पर जारी किया गया है।
पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई के पूर्व अध्यक्ष घोष ने अपने उत्तराधिकारी सुकांत मजूमदार को एक “अनुभवहीन” नेता बताया था।
हालांकि, घोष ने दावा किया कि उन्हें अभी तक ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है और आश्चर्य जताया कि पत्र उन्हें मिलने से पहले ही मीडिया तक कैसे पहुंच गया।
सिंह ने कहा कि इस तरह के बयानों से पार्टी की होने वाली गहरी पीड़ा और चिंता से वह घोष को अवगत कराना चाहते हैं और “आपको सलाह देते हैं कि पश्चिम बंगाल में या कहीं भी अपने सहयोगियों के बारे में सार्वजनिक मंचों या मीडिया में टिप्पणी करने से परहेज करें।’’
सिंह ने पत्र में कहा, ‘‘इस तरह की टिप्पणियों से सिर्फ पार्टी को ही नुकसान होगा और अतीत में की गयी आपकी खुद की मेहनत भी निष्फल हो जाएगी। इसके अलावा, आपके कद के व्यक्ति जो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, द्वारा इस तरह के बयानों से पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच गहरा असंतोष, अशांति और अलगाव पैदा हो सकता है… भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व मीडिया के जरिए ऐसे बयान जारी करने से काफी चिंतित है।’’
सिंह ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल राज्य भाजपा के अध्यक्ष के रूप में आपके द्वारा शुरू किए गए सराहनीय कार्यों को जारी रखने के लिए दिशा, समर्थन और प्रोत्साहन के लिए आपकी ओर देखते हैं।
सिंह ने कहा कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जब उनके कुछ “बयानों ने राज्य के पार्टी नेताओं को दुख पहुंचाया है और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भी शर्मिंदा किया है।”
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष के रूप में घोष का कार्यकाल बेहद सफल माना जाता है। उन्होंने ”पीटीआई-” से कहा, “मुझे अभी तक ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। मैं वास्तव में इस तथ्य से चकित हूं कि पत्र मुझ तक पहुंचने से पहले ही मीडिया तक कैसे पहुंच गया था।”

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देश की खबरें | टीलेवाली मस्जिद: अपर जिला न्यायाधीश ने कहा, कमीशन कार्रवाई को अवर अदालत में दाखिल कर सकते हैं अर्जी

लखनऊ, 31 मई हिंदू पक्षकारों द्वारा टीलेवाली मस्जिद में कमीशन कार्रवाई कराने का अनुरोध की जाने वाली अर्जी का निस्तारण करते हुए अपर जिला न्यायाधीश ने मंगलवार को कहा कि याचिकाकर्ता कमीशन कार्रवाई कराए जाने संबंधी अर्जी मूल वाद का क्षेत्राधिकार रखने वाली अवर अदालत के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।
अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि यह सिविल निगरानी इस अदालत के समक्ष निचली अदालत के 25 सितंबर 2017 के आदेश के विरुद्ध दाखिल की गई है। आदेश में कहा गया है कि मूल वाद अभी भी निचली अदालत में विचाराधीन है तथा निगरानी निस्तारण के दौरान इस अदालत को मात्र निगरानी के संदर्भ में विधिक बिंदुओं व आदेश की वैधानिकता के संबंध संदर्भ में निर्णय लेना है।
आदेश में यह भी कहा गया है कि कमीशन का जहां तक प्रश्न है इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि कमीशन जारी करना अथवा अधिवक्ता कमिश्नर की नियुक्त किए जाने के संबंध में इस अदालत को मूल वाद के लंबित रहने के दौरान क्षेत्राधिकार प्राप्त नहीं है।
आदेश में यह भी कहा गया है कि यह प्रार्थना पत्र मूल वाद का क्षेत्राधिकार रखने वाली निचली अदालत के समक्ष पेश किया जाना न्याय संगत होगा।
अदालत ने लंबित सिविल निगरानी में आगामी 2 जुलाई की तिथि नियत करते हुए कहा है कि बिना किसी स्थगन के निगरानी में बहस करने के लिए पक्षकार आवश्यक रूप से नियत तिथि को उपस्थित हो।
अदालत के समक्ष सुनवाई के दौरान हिंदू पक्षकारों की ओर से कहा गया था कि भगवान शेष नागेश टीलेश्वर महादेव मंदिर की मूर्तियां नष्ट की जा रही हैं तथा उसके स्वरूप को बदला जा रहा है, लिहाजा कमीशन नियुक्त कर सर्वे कराया जाए।
इस पर राज्य सरकार की ओर से जिला शासकीय अधिवक्ता (दीवानी) ने कहा कि यदि अदालत विवादित स्थल का सर्वे कराने का कोई आदेश पारित करती है तब ऐसी स्थिति में सरकार अदालत के आदेश का पालन करेगी।
अपर जिला न्यायाधीश कल्पना की अदालत में गोमती नदी के किनारे लक्ष्मण टीला स्थित भगवान शेष नागेश टीलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना एवं मालिकाना हक दिलाए जाने को लेकर निचली अदालत के आदेश के विरुद्ध दाखिल सिविल निगरानी दायर की गई है।
पत्रावली के अनुसार वर्ष 2013 में लार्ड शेष नागेश टीलेश्वर महादेव की ओर से सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिविजन) साउथ लखनऊ की अदालत में नियमित वाद दायर किया गया था जिसमें भारत संघ एवं अन्य पक्षकार बनाए गए थे। इसी नियमित बाद में अदालत से अनुरोध किया गया था कि टीलेवाली मस्जिद के अंदर भगवान शेष नागेश का मंदिर है जिसको नुकसान पहुंचाया गया है। इस टीले वाले स्थान का मालिकाना हक दिलाने एवं पूजा अर्चना की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया गया था।
इस नियमित वाद के विरुद्ध आपत्ति दाखिल की गई थी कि वाद काल बाधित है जिस पर सिविल न्यायाधीश दक्षिण की अदालत ने 25 सितंबर 2017 को एक आदेश पारित करके कहा कि पक्षकारों को सुनने के बाद एवं मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार संपूर्ण वाद को निरस्त नहीं किया जा सकता।
इस आदेश के खिलाफ मौलाना सैयद शाह फजलुरहमान की ओर से मौलाना काजी सैयद शाह फजलुर मन्नान द्वारा जिला न्यायाधीश की अदालत में 11 अक्टूबर 2017 को सिविल निगरानी याचिका दाखिल की गई जिसे अदालत ने विचारार्थ स्वीकार करके पक्षकारों को नोटिस जारी किया था ।
सिविल निगरानी याचिका में भगवान शेष नागेश टीलेश्वर महादेव, लक्ष्मण टीला शेषनाग तीर्थ भूमि स्थान, वीके श्रीवास्तव एवं नौ अन्य को पक्षकार बनाते हुए पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, प्रमुख सचिव, जिलाधिकारी, पुलिस महानिदेशक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ,पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी), थाना प्रभारी चौक एवं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को पक्षकार बनाया गया है। इस प्रकरण में अदालत से विवादित स्थल का सर्वे कराए जाने का भी अनुरोध किया गया है।

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लुटियंस जोन में करीब 50 साल बिताने वाले शरद यादव ने पिछले 22 सालों से अपना पता 7, तुगलक रोड वाला … – Latest Tweet by IANS Hindi

#बिहार की राजधानी #पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम अज्ञात अपराधियों ने अरवल के पूर्व विधायक … – Latest Tweet by IANS Hindi

देश की खबरें | अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन आईफा पुरस्कार के 22वें संस्करण में शामिल होंगे

मुंबई, 31 मई बॉलीवुड की मशहूर जोड़ी अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन को अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी (आईफा) पुरस्कार सप्ताहांत के 22वें संस्करण में अतिथियों की सूची में शामिल किया गया है। आयोजकों ने मंगलवार को घोषणा की।
दो जून से शुरू होने वाले तीन दिवसीय समारोह में फिल्म उद्योग की कुछ बड़ी हस्तियां बतौर मेजबान और कलाकार शिरकत करेंगी।
अभिनेता अभिषेक बच्चन आईफा पुरस्कार समारोह में अपनी प्रस्तुति देंगे, जिसमें अभिनेता शाहिद कपूर, टाइगर श्रॉफ, कार्तिक आर्यन, अभिनेत्री अनन्या पांडे, सारा अली खान, दिव्या खोसला कुमार और नोरा फतेही शामिल होंगे।
46 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि वह एक बार फिर आईफा के मंच पर प्रस्तुति देने के लिए रोमांचित हैं। अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने कहा कि वह पुरस्कार समारोह के 22वें संस्करण का हिस्सा बनकर खुश हैं।
उन्होंने कहा, “वर्षों से आईफा पुरस्कार का हिस्सा बनना शानदार रहा है। निस्संदेह, यह एक वैश्विक आयोजन है जिसका भारतीय फिल्म उद्योग और इसके शुभचिंतक हर साल इंतजार करते हैं।”
चार जून को आईफा पुरस्कार समारोह में मंच का संचालन अभिनेता सलमान खान, रितेश देशमुख और मनीष पॉल करेंगे।
यह कार्यक्रम संस्कृति और पर्यटन विभाग, अबू धाबी और मिरल के सहयोग से एतिहाद एरिना में होगा जो यास द्वीप में है।

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देश की खबरें | मप्र के मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को गांधीजी, बोस और पटेल का ‘‘ त्रिवेणी संगम ’’ कहा

भोपाल, 31 मई मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल का ‘‘ त्रिवेणी संगम’’ और ‘‘भारत के लिए भगवान का वरदान’’ बताया।
भोपाल में गरीब कल्याण सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि हालांकि एक महान नेता की दूसरे के साथ तुलना करना सही नहीं है लेकिन यदि आपको करना पड़े तो केवल गांधीजी ही नहीं, नरेंद्र मोदी में मुझे नेताजी सुभाषचंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल का ‘त्रिवेणी संगम’ दिखाई देता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी बात को विस्तार से बताते हुए कहा कि गांधीजी की तरह लोगों को जोड़ते हुए मोदीजी ने हाथ में झाडू लेकर लोगों को स्वच्छता से जोड़ा जबकि पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने के लिए वह बोस के समान हैं और देश की एकता के लिए अनुच्छेद 370 को रद्द करके कश्मीर को पूरी तरह से भारत के साथ जोड़ने के लिए वह सरदार पटेल की तरह दिखाई देते हैं।
चौहान ने दावा किया कि उत्तरपूर्व में मोदी जितना कोई प्रधानमंत्री नहीं गया। उन्होंने वहां अलगाववाद की भावना को समाप्त किया। उन्होंने मोदी को ‘‘भारत के लिए भगवान का वरदान’’ और ‘‘मैन ऑफ डायनामिक आइडियाज’ बताया।
बाद में उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में एक वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे नए भारत के शिल्पकार हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने देश की राजनीति का एजेंडा इतना बदल दिया है कि कांग्रेस भी चुनाव के लिए एक परिवार एक टिकट का मानदंड अपनाने के लिए मजबूर है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह एक चमत्कार है जिसे केवल मोदी ही कर सकते हैं।’’
राज्यसभा चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार सुमित्रा वाल्मीकि के बारे में पूछे जाने पर चौहान ने कहा कि उन्होंने (सुमित्रा) कभी टिकट मिलने की उम्मीद नहीं की थी और टिकट मांगने का कोई सवाल ही नहीं था।
चौहान ने कहा, ‘‘उनका नामांकन दाखिल करना इतना आसान था क्योंकि उनके पास कुछ भी नहीं है। यहां तक कि जिस घर में वह रहती हैं वह उनके पति का है लेकिन वह तीन बार की पार्षद हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल भाजपा में ही संभव है कि अंतिम पंक्ति में खड़े नेता को भी उनकी सेवाओं के लिए पहचाना जाता है। सुमित्रा अंत्योदय परिवार से संबंधित है और यह गर्व की बात है कि पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है। भाजपा बड़े नेताओं की पार्टी नहीं है या ऐसा संगठन नहीं है जहां केवल बड़े चेहरों को टिकट दिया जाता है।’’
चौहान ने भाजपा की प्रदेश इकाई महासचिव सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए समर्पण के लिए राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा की दूसरी महिला उम्मीदवार कविता पाटीदार की भी प्रशंसा की।

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देश की खबरें | दो न्यायिक अधिकारी और दो अधिवक्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनेंगे

नयी दिल्ली, 31 मई दो न्यायिक अधिकारियों और दो अधिवक्ताओं को मंगलवार को उच्च न्यायालयों में न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत किया गया।
सरकार ने न्यायाधीशों के रूप में पदोन्नत करने के उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम द्वारा की गई कुछ लंबित सिफारिशों को मंजूरी दे दी है।
अधिवक्ताओं अनीश दयाल और अमित शर्मा को दिल्ली उच्च न्यायालय में क्रमश: न्यायाधीश और अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति दी गई है। कानून मंत्रालय के विधि विभाग ने इनकी नियुक्ति के संबंध में अधिसूचना जारी की।
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अधिवक्ता सौरभ कृपाल की पदोन्नति पर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है। उनके नाम पर अभी तक सरकार की तरफ से मंजूरी नहीं मिली है।
वहीं, न्यायिक अधिकारियों शंपा दत्त (पॉल) और सिद्धार्थ रॉय चौधरी को कलकत्ता उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि अधिवक्ता वसीम सादिक नरगल के नाम को भी मंजूरी दे दी गई है और उनकी नियुक्ति संबंधी आदेश अगले कुछ दिनों में जारी हो सकता है। नरगल के नाम की सिफारिश शीर्ष अदालत के कॉलेजियम ने 2017 में जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में करने के लिए की थी। उनका नाम कॉलेजियम द्वारा की गई सबसे पुरानी सिफारिशों में से एक है। कॉलेजियम ने 2021 में सरकार के समक्ष फिर से नरगल के नाम का प्रस्ताव भेजा था।
मंत्रालय ने कहा कि मद्रास उच्च न्यायालय के नौ अतिरिक्त न्यायाधीशों को मंगलवार को इसी उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है।

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देश की खबरें | भारत में अब तक कोविड टीकों की 193.55 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई गईं : सरकार

नयी दिल्ली, 31 मई देश में मंगलवार तक कोराना रोधी टीकों की 193.55 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मंगलवार को शाम सात बजे तक नौ लाख से ज्यादा खुराकें दी गईं। मंत्रालय ने बयान में कहा कि देर रात तक दैनिक अंतिम रिपोर्ट के संकलन के साथ इस संख्या के बढ़ने की उम्मीद है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 18-59 आयु वर्ग के लोगों को मंगलवार शाम सात बजे तक कोरोना रोधी टीकों की कुल 50,773 एहतियाती खुराकें दी गईं। इस आयु वर्ग के लोगों को अब तक कुल 23,31,769 एहतियाती खुराक दी गई हैं।
अब तक 12-14 आयु वर्ग के 3.40 करोड़ बच्चों को पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के 5.95 करोड़ किशोरों को पहली खुराक दी जा चुकी है।
देश भर में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था।
कोविड​​​​-19 टीकाकरण का दूसरा चरण एक मार्च 2021 को 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के बीमार लोगों के लिए शुरू हुआ था। 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण अभियान एक अप्रैल 2021 को शुरू हुआ था।
पिछले साल एक मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना रोधी टीके लगाने की अनुमति दी गई थी। 15-18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों का टीकाकरण इस साल तीन जनवरी को शुरू हुआ।
देश में इस साल 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया।

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देश की खबरें | ओडिशा: ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए पांच बजे तक 69 प्रतिशत मतदान

भुवनेश्वर, 31 मई ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए मंगलवार को करीब 69 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. के. लोहानी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
इस सीट के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया था और शाम छह बजे तक मतदान की अनुमति थी। लोहानी ने बताया कि मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़ों की जानकारी बाद में दी जाएगी।
लोहानी ने बताया, ‘‘कुछ स्थानों पर शाम छह बजे के बाद भी मतदान जारी है क्योंकि लोग कतारों में खड़े हैं। हम अधिकारियों के बूथ से लौटने के बाद ही मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़ों को बता सकेंगे।’’
उन्होंने बताया कि अपराह्न तीन से चार बजे आंधी-तूफान की वजह से मतदान प्रभावित हुआ।
उन्होंने बताया मतदान इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिए हुआ और इस दौरान कोविड-19 संबंधी नियमों का पालन किया गया।
लोहानी ने बताया, ‘‘तीन बैलेट यूनिट, तीन कंट्रोल यूनिट और चार वीवीपैट को तकनीकी खामी की वजह से बदला गया। 279 मतदान केंद्रों में से 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों की निगरानी वेब कास्टिंग सुविधा से की जा रही है।’’
बीजू जनता दल (बीजद) विधायक किशोर मोहंती का पिछले साल दिसंबर में निधन हो जाने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना अनिवार्य हो गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस के कम से कम 1,000 कर्मियों और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बल की तीन कंपनी को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि 60 मतदान केंद्रों को ‘‘संवेदनशील’’ चिह्नित किया गया है और वहां अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
चुनावी मैदान में 11 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे है। इस उपचुनाव में बीजू जनता दल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
बीजद ने ब्रजराजनगर सीट से अलका मोहंती को, भाजपा ने पूर्व विधायक राधा रानी पांडा को और कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष किशोर पटेल को टिकट दिया है।

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