महाराष्ट्र: मुंबई में नाइट कर्फ्यू के दौरान पुलिस वाहनों की जांच कर रही है। … – Latest Tweet by ANI Hindi News

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि समाजवादी इत्र की दुर्गंध पूरे उत्तर प्रदेश में फैल रही है। … – Latest Tweet by IANS Hindi

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 832 नए मामले सामने आए हैं, 335 मरीज़ डिस्चार्ज हुए और 8 लोगों की … – Latest Tweet by ANI Hindi News

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा 9 और 10 जनवरी को पश्चिम बंगाल के दौरे पर … – Latest Tweet by ANI Hindi News

देश की खबरें | शिअद ने भाजपा पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति पर नियंत्रण की कोशिश करने का लगाया आरोप

चंडीगढ़, 31 दिसंबर मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस लेने के कुछ घंटे बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर समिति पर नियंत्रण का प्रयास करने का आरोप लगाया।
सिरसा इससे पहले शिअद छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
सिरसा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने प्रशासनिक मुद्दों को हल करने के लिए एक अस्थायी व्यवस्था के तौर पर अपना इस्तीफा वापस ले लिया है और जनवरी में होने वाले चुनावों में एक नया अध्यक्ष चुने जाने तक वह गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख बने रहेंगे।
शिअद ने यहां एक बयान में भाजपा के ‘प्रयास’ को सिखों के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप बताया।
शिअद नेताओं बलविंदर सिंह भूंदर, प्रेम सिंह चंदूमाजरा और दलजीत सिंह चीमा ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा डीएसजीएमसी के अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा वापस लेने का ताजा कदम भाजपा के इशारे पर उठाया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘धार्मिक निकाय पर नियंत्रण करने के इस प्रयास के पीछे पार्टी है।’’
सिरसा के इस कदम को ‘अनैतिक’ करार देते हुए शिअद के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सिख समुदाय इसे ‘सहन’ नहीं करेगा। उन्होंने दावा किया कि यह कदम ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

देश में पिछले कुछ महीनों में रोजाना #कोविड-19 के नए मामले दर्ज किए गए। … – Latest Tweet by IANS Hindi

#दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए राजधानी … – Latest Tweet by IANS Hindi

मुंबई के COVID रोगियों के 282 सैंपल में से 55% ओमिक्रॉन से संक्रमित, लेकिन साथ में मिली यह राहतभरी खबर

मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) से जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गये कोरोना वायरस (Coronavirus) रोगियों के 282 नमूनों में से 55 प्रतिशत ओमिक्रॉन स्वरूप (Omicron Variant) से संक्रमित पाये गये है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. Maharashtra Lockdown: उद्धव सरकार में मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा, महाराष्ट्र में आ गई तीसरी लहर! लॉकडाउन पर विचार जल्द

बीएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीएमसी के कस्तूरबा अस्पताल और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में एक प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों का यह सातवां समूह था. विज्ञप्ति में बताया गया कि 282 नमूनों में से 156 (55 प्रतिशत) ओमिक्रॉन स्वरूप के, 89 (32 प्रतिशत) डेल्टा डेरिवेटिव के और 37 (13 प्रतिशत) डेल्टा स्वरूप के पाए गए.

संक्रमित लोग मधुमेह और उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित थे और उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की केवल पहली खुराक ली थी. इसके अलावा, इन 282 रोगियों में से केवल 17 को ही अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता थी. अस्पताल में भर्ती मरीजों में से नौ ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं.


उल्लेखनीय है कि मुंबई में शुक्रवार को कोविड-19 के 5,631 नये मामले सामने आए जो पिछले दिन के मुकाबले संक्रमण के नये मामलों में बड़ी वृद्धि है. बीते 24 घंटे के दौरान मुंबई में इस महामारी से एक मरीज की मौत हुई है. मुंबई में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 16,441 हो गयी है. बीते 24 घंटे के दौरान 548 मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गयी. इससे पहले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार को 3,671, बुधवार को 2,510 जबकि मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,377 नये मामले सामने आए थे.

देश की खबरें | नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का 121 दिन का आंदोलन समाप्त

नोएडा (उत्तर प्रदेश), 31 दिसंबर स्थानीय विधायक पंकज सिंह के हस्तक्षेप के साथ अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता होने से यहां नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन 121 दिनों के बाद शुक्रवार को समाप्त हो गया।
भारतीय किसान परिषद (बीकेपी) के अध्यक्ष सुखवीर पहलवान उर्फ सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में करीब 10 किसानों ने पिछले सप्ताह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी, वह भी शुक्रवार को समाप्त हो गई।
सदरपुर, बहलोलपुर, गेझा, बरोला, सोरखा, सरफाबाद सहित नोएडा के 81 गांवों के निवासियों समेत सैकड़ों लोग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में अपनी जमीन के अधिग्रहण से संबंधित मुद्दों को लेकर स्थानीय प्राधिकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
बीकेपी के नेतृत्व में लोगों ने 121 दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया। बीकेपी के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शन नोएडा प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित उनकी भूमि के लिए मुआवजे में वृद्धि और उनकी जमीन के 10 प्रतिशत आकार के एक भूखंड की मांग के लिए था। नोएडा के विधायक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पंकज सिंह ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और घोषणा की कि विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की।
सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘नोएडा प्राधिकरण पर पिछले कई दिनों से धरना एवं अनशन पर बैठे किसान भाइयों को जूस और भगवान का प्रसाद खिला कर अनशन और धरना समाप्त करवाया।’’
विशेष कार्य अधिकारी (नोएडा प्राधिकरण) प्रसून द्विवेदी ने कहा कि शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के साथ उनके मुद्दों पर एक समझौता हुआ। द्विवेदी ने बताया, ‘‘नोएडा प्राधिकरण ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि वह उनके मुद्दों को शीघ्र और समयबद्ध तरीके से निपटारा करेगा। साथ ही उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनका मामला नोएडा प्राधिकरण बोर्ड और सरकार के सामने रखा जाएगा।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

कर्नाटक: नए साल 2022 की पूर्व संध्या पर बेंगलुरू में राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने एमजी रोड, ब्रिगेड रोड … – Latest Tweet by ANI Hindi News