देश की खबरें | पुणे में कोरोना वायरस के 8605 नए मामले सामने आए

पुणे, 31 मार्च महाराष्ट्र के पुणे जिले में बुधवार को कोरोना वायरस के 8605 नए मरीजों की पुष्टि हुई जो महामारी के शुरू होने से लेकर अब तक किसी एक दिन की सर्वाधिक संख्या है।
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र के इस जिले में कुल मामले 5,34,411 तक पहुंच गए हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 56 मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 9,974 हो गई है।
अधिकारी ने बताया कि नए मामलों में से 4458 मामले पुणे नगर निगम (पीएमसी) क्षेत्र के हैं जहां कुल मामले 2,69,343 हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस अवधि में 3374 मरीजों को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है।
पड़ोसी पिंपरी चिंचवाड़ में कोरोना वायरस के 2,228 नए मरीजों का पता चला है जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 1,40,138 हो गए हैं।

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देश की खबरें | इशरत जहां मामला : अदालत ने तीन पुलिसकर्मियों को आरोप मुक्त किया, कहा फर्जी मुठभेड़ का सवाल नहीं

अहमदाबाद, 31 मार्च केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की एक विशेष अदालत ने 2004 इशरत जहां मुठभेड़ मामले में तीन पुलिसकर्मियों को बुधवार को आरोप मुक्त करते हुए कहा कि ‘‘फर्जी मुठभेड़ का सवाल ही नहीं है’’ और रिकॉर्ड में ऐसा कुछ भी नहीं है, प्रथमदृष्टया भी ऐसा कुछ नहीं है जो बताए कि मारे गए चारो लोग आतंकवादी नहीं थे।
अदालत के विशे न्यायाधीश वी. आर. रावल ने इशरत जहां मामले में पुलिस अधिकारियों जी. एल. सिंघल, तरुण बरोट (अब सेवानिवृत्त) और अनाजू चौधरी को आरोप मुक्त कर दिया। चौथे आवेदक जे. जी. परमार की सुनवाई के दौरान मृत्यु हो चुकी है।
गौरतलब है कि अदालत के आदेश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गुजरात सरकार के इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन राज्य सरकार से इसकी अनुमति नहीं मिलने के बाद अदालत ने इनके खिलाफ लगे हत्या, अपहरण और आपराधिक षड्यंत्र का मामला समाप्त कर दिया। इस मामले में इन आरोपों से मुक्त होने वाले तीनों अंतिम आरोपी हैं।
सीबीआई ने 2013 में दाखिल पहले आरोप पत्र में सात पुलिस अधिकारियों- पीपी पांडेय, डीजी वंजारा, एनके अमीन, सिंघल, बारोट, परमार और चौधरी को बतौर अभियुक्त नामजद किया था।
हालांकि, 2019 में सीबीआई की अदालत ने पुलिस अधिकारी वंजारा और अमीन के खिलाफ सुनवाई राज्य सरकार द्वारा अभियोजन मंजूरी नहीं देने पर वापस ले ली थी। इससे पहले 2018 में पूर्व पुलिस महानिदेशक पीपी पांडेय को भी मामले से मुक्त कर दिया गया था।
अदालत ने अपने आदेश में कहा, ‘‘शीर्ष रैंक के पुलिस अधिकारी होने के नाते कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाना उनका कर्तव्य था। ऐसे पुलिस अधिकारियों द्वारा फर्जी मुठभेड़ का सवाल ही नहीं उठता। सभी पुलिस अधिकारियों को शांति बनाए रखने के लिए बहुत सावधान और सचेत रहना होता है।’’
आदेश में कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों को चार पीड़ितों के संबंध में मिली सूचना ‘‘सही और ठोस थी, सूचना में तथ्य थे।’’
अदालत ने कहा, ‘‘रिकॉर्ड में ऐसा कुछ भी नहीं है, पहली नजर में भी कुछ ऐसा नहीं है जो बताए कि वे आतंकवादी नहीं थे… या आईबी की सूचना सही नहीं थी।’’
अदालत ने कहा कि चारों ‘‘सामान्य और सरल नहीं थे।’’
सीबीआई ने 20 मार्च को अदालत को सूचित किया था कि राज्य सरकार ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अभियोग चलाने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया है।
अदालत ने अक्टूबर 2020 के आदेश में टिप्पणी की थी उन्होंने (आरोपी पुलिस कर्मियों) ‘आधिकारिक कर्तव्य के तहत कार्य’ किया था, इसलिए एजेंसी को अभियोजन की मंजूरी लेने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-197 के तहत सरकारी कर्मचारी द्वारा ड्यूटी करने के दौरान किए गए कृत्य के मामले में अभियोग चलाने के लिए सरकार से मंजूरी लेनी होती है।
उल्लेखनीय है कि 15 जून 2004 को मुंबई के नजदीक मुम्ब्रा की रहने वाली 19 वर्षीय इशरत जहां गुजरात पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारी गई थी। इस मुठभेड़ में जावेद शेख उर्फ प्रनेश पिल्लई, अमजदअली अकबरअली राणा और जीशान जौहर भी मारे गए थे।
पुलिस का दावा था कि मुठभेड़ में मारे गए चारों लोग आतंकवादी थे और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की योजना बना रहे थे।
हालांकि, उच्च न्यायालय द्वारा गठित विशेष जांच टीम इस निष्कर्ष पर पहुंची की मुठभेड़ फर्जी थी, जिसके बाद सीबीआई ने कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस महानिरीक्षक सिंघल, सेवानिवृत्त अधिकारी बारोट एवं जे जी परमार और चौधरी ने अदालत के समक्ष आवेदन दाखिल कर उनके खिलाफ सुनवाई की प्रक्रिया खत्म करने का अनुरोध किया था क्योंकि उनके खिलाफ मामला चलाने के लिए मंजूरी की जरूरत है।
मामले की सुनवाई के दौरान परमार की मौत हो गई थी।

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देश की खबरें | मथुरा में पुलिस पर सेल्समैन की हत्या का आरोप, ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन

मथुरा, 31 मार्च उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में बुधवार को थाना बलदेव क्षेत्र में शराब की दुकान पर सेल्समैन की नौकरी कर रहे युवक का शव पड़ा मिलने के बाद उसके परिजन एवं गांववालों ने थाना बलदेव का घेराव किया। उनका आरोप है कि पुलिस उसे पूछताछ के नाम पर बीती शाम घर से ले गई थी और उसे मारपीट कर सड़क पर फेंक गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार को नगला संजा में पुलिस के साथ बिजली बिल वसूली को गए अधिकारियों के साथ कुछ ग्रामीणों ने अभद्रता कर दी थी, जिसके बाद हुए पथराव में दारोगा धर्मेंद्र व दो सिपाही घायल हो गए थे।
मृतक की मां महेंद्री देवी का कहना है कि इसी सिलसिले में मंगलवार रात आठ बजे दरोगा धर्मेंद्र व सिपाही उनके बेटे पोहपी पुत्र रामकिशन (36) को पूछताछ के लिए निजी कार में ले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके बाद खुद पुलिस ने ही सड़क हादसे में मौत होने की जानकारी दी। उनका आरोप है कि सुबह तक पुलिस अज्ञात मानकर चल रही थी, लेकिन बाद में शिनाख्त होने का दावा करने लगी।
थाना बलदेव के नगला संजा निवासी पोहपी दिव्यांग था। वह नगला संजा में शराब की दुकान पर सेल्समैन था।
दिव्यांग की मौत से गुस्साए ग्रामीणों और परिजन ने बुधवार को थाना बलदेव का घेराव किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। महिलाएं देर शाम तक धरने पर बैठी रहीं। उन्होंने पुलिस पर हत्या करके शव को सड़क पर फेंकने का आरोप लगाया है।
पुलिस अधीक्षक (देहात) श्रीश चंद्र ने बताया, ‘‘पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि उसकी मौत सड़क दुर्घटना में हुई है अथवा किसी अन्य कारण से। उसके आगे की कार्यवाही तय की जाएगी। लेकिन एहतियातन गांव में काफी संख्या में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है।’’

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तमिलनाडु में गरजे UP के CM योगी, कांग्रेस और DMK पर जमकर साधा निशाना

कोयंबटूर (तमिलनाडु), 1 अप्रैल : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को कांग्रेस और द्रमुक (Congress and DMK) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि दोनों पार्टियां महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही हैं. उन्होंने दोनों गठबंधन सहयोगियों पर वंशवाद की राजनीति को लेकर भी निशाना साधा. हाल ही में द्रमुक सांसद ए राजा समेत कुछ नेताओं द्वारा की गयी कथित अभद्र टिप्पणियों का हवाला देते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि इससे साबित होता है कि यदि ये पार्टियां सत्ता में आती हैं तो महिलाएं सुरक्षित नहीं रहेंगी.

कोयंबटूर दक्षिण सीट से भाजपा प्रत्याशी वनती श्रीनिवासन के पक्ष में एक रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि तमिलनाडु को औद्योगिक और आर्थिक रूप से विकसित करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हमेशा से ‘विजन’ रहा है. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन सत्ता में आता है तो राज्य को विकास के लिए और धन दिया जाएगा. यह भी पढ़ें : West Bengal: दूसरे चरण के लिए वोटिंग जारी, TMC और BJP ने एक दूसरे पर लगाए गड़बड़ी के आरोप

आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा नीत सरकार ने कोयंबटूर शहर को ‘रक्षा गलियारा’ बनाने के लिए चिह्नित किया है जहां रक्षा क्षेत्र से जुड़े उपकरणों का उत्पादन किया जाएगा और लोगों को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के लोगों को राम मंदिर के निर्माण के लिए करीब 120 करोड़ रुपये देने के लिए भी धन्यवाद दिया. आदित्यनाथ दिन में पुलियाकुलम भगवान गणेश मंदिर गए और वहां पूजा-अर्चना की.

यूपी पंचायत चुनाव में पति-पत्नी की ड्यूटी होने पर 1 को मिलेगी छूट

UP Panchayat Chunav 2021: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अगर पति-पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में हैं और उनकी पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगी है तो एक को ड्यूटी में छूट मिल सकती है. राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव ड्यूटी लिस्ट से दंपति में से किसी एक का नाम हटाने का आवेदन आने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने को आदेश दिया है. प्रदेश में पंचायत चुनाव जिलेवार चार चरणों में 15 से 29 अप्रैल के बीच होने हैं, जिसमें लाखों सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव कराने के लिए लगनी है.

उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने एक आदेश जारी कर कहा है कि यदि कोई विवाहित जोड़ा, जो सरकारी कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं और अपने बच्चों की देखभाल के लिए उनमें से किसी एक को चुनाव ड्यूटी से राहत चाहिए तो वे आवेदन कर सकते हैं. यदि दोनों को चुनाव ड्यूटी सौंपी गई है, तो उनके आवेदन पर ध्यान दिया जाएगा. राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए एक पत्र सभी जिला अधिकारियों को जारी किया है. यह भी पढ़े: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच मजबूत पकड़ बनाने में जुटी AAP, मेरठ में कल सीएम अरविंद केजरीवाल किसान महापंचायत को करेंगे संबोधित

सभी जिला मजिस्ट्रेट, जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखी चिट्ठी में आयोग की तरफ से कहा गया है कि अगर सरकारी नौकरी में काम करने वाले पति-पत्नी दोनों में से किसा एक के द्वारा चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के संबंध में कोई प्रार्थना पत्र मिलता है तो उनके बच्चों की देखभाल के लिए किसी एक को निर्वाचन ड्यूटी से मुक्त रखने पर सहानभूतिपूर्वक विचार किया जाए.

प्रदेश के ज्यादातर जिलों में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें पति-पत्नी दोनों की चुनाव ड्यूटी लग गई है। इस वजह से उन्हें अपने बच्चों की देखरेख में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसको लेकर बड़ी संख्या में आवेदन भी हुए हैं। यही वजह है कि इस संवेदनशील मुद्दे पर राज्य निर्वाचन आयोग ने चिट्ठी लिखी है.

उत्तर प्रदेश युनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने राज्य निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर बताया था कि अगर पति-पत्नी दोनों सरकारी टीचर हैं और उन दोनों की ड्यूटी चुनाव में लगती है तो उनके सामने बच्चों की देखभाल करने का संकट पैदा हो जाता है. ऐसे में कई बार उनके बच्चों को नुकसान भी पहुंचता है। अत: सरकारी नौकरी करने वाले दंपती मे किसी एक व्यक्ति की ही चुनाव में ड्यूटी लगाने के लिए राजेंद्र सिंह राठैर ने राज्य निर्वाचन आयोग से आग्रह किया था. इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने यह आदेश जारी किया है.

गौरतलब हो कि राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। पंचायत के चारों पदों (ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य) के लिए एक साथ चार चरणों में जिलेवार चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण में 18 जिलों के सभी पदों के लिए 15 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरे चरण में 20 जिलों में 19 अप्रैल को, तीसरे में भी 20 जिलों में 26 अप्रैल को और चौथे व अंतिम चरण में 17 जिलों के सभी पदों के लिए 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.

क्रिकेट खेलने के शौकीन टोनी कक्कड़ के लिए बहन नेहा कक्कड़ ने घर पर ही बनवाया स्पेशल प्ले ग्राउंड

विख्यात गायिका नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) अपने भाई और गायक टोनी कक्कड़ (Tony Kakkar) के लिए घर में ही क्रिकेट पिच तैयार करा रही हैं. नेहा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उनके घर के पीछे क्रिकेट पिच के लिए काम होता दिख रहा है.नेहा ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “घर पर ही क्रिकेट पिच! काम प्रगति पर है. गिफ्ट कैसा लगा? आपकी छोटी बहन, नेहा कक्कड़.”

मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ आए दिन सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं. वह अपनी तस्वीरों और वीडियो के जरिए फैंस से भी जुड़ी रहती हैं. नेहा अपने परिवार से भी काफी करीब हैं. वे अक्सर अपने परिवार को सरप्राइज देती नजर आती हैं.

सिंगर हाल ही में अपने परिवारवालों के साथ घर पर जमकर होली फेस्टिवल सेलिब्रेट करती नजर आईं. नेहा और उनके पति रोहनप्रीत के इंस्टाग्राम रील्स वीडियो फैंस काफी पसंद करते हैं और ये अक्सर ट्रेंड भी करते नजर आते हैं.

जरुरी जानकारी | स्वत: ऑनलाइन भुगतान के नए दिशानिर्देशों के अनुपालन का समय बढ़ाया आरबीआई ने

मुंबई, 31 मार्च भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सार्वजिनक सुविधाओं के बिल आदि के नियमित समयान्तराल से भुगतान की ऑनलाइन सुविधा के संबंध में ‘प्रमाणीकरण का अतिरिक्त कारक’ (एएफए) के दिशानिर्देशों को लागू करने की समयसीमा छह माह के लिए बढ़ा दी है।
अब इन्हें 30 सितंबर तक लागू किया जा सकता है।
पर केंद्रीय बैंक ने नए दिशानिर्देशों को तय सीमा में लागू न करने के लिए बैंकों एवं गैर वित्तीय कंपनियों को झिड़की लगायी है। आरबीई ने कहा है कि इनका अनुपालन न करना ‘गंभीर चिंता का विषय है।’
आरबीआई ने सभी बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और ऑनलाइन भुगतान सेवा में प्रवेश द्वार (गेटवे) की भूमिका निभाने वाली फर्मों) को भुगतान की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रमाणीकरण कारक लागू करने के निर्देश के लिए 31 मार्च 2021 तक का समय दिया था।
इसका उद्येश्य आवर्ती यानी निश्चित समय पर ऑनलाइन भुगतान में धोखाधड़ी से ग्राहकों को सुरक्षा प्रदान करना है।
लेकिन कुछ फर्में इसका अनुपालन समय रहते नहीं कर सकी हैं।
आरबीआई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इसका अनुपालन न करना ‘गंभीर चिंता का विषय है।’ इसमें विलंब से ऐसी स्थिति पैदा हुई है जिससे ग्राहकों को बड़े पैमाने पर असुविधा और उनके भुगतान में चूक हो सकती है।’
रिजर्व बैंक ने इसे देखते हुए एएफए को लागू करने का समय 30 सितंबर 2021 तक बढ़ा दिया है। रिजर्व बैंक ने इसके लिए पहली बार नियम अगस्त 2019 में जारी किए था। पहले इसे कार्ड और वालेट के लिए लागू किया गया था बाद में इसे यूनीफाइड भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) पर भी लागू कर दिया गया।
ग्राहकों के हित और सुरक्षा में अब पहले लेन-देन के पंजीकरण के लिए प्रमाणीकरण का अतिरिक्त कारक लागू करने और लेन-देन से पहले नोटीफिकेशन (एसएमएस) भेजने और व्यवस्था से बाहर निकलने की सुविधा आदि देने का प्रावधन किया गया है।

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जरुरी जानकारी | सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों में 14,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली

नयी दिल्ली, 31 मार्च सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों में 14,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली है। यह पूंजी मुख्य रूप से उन बैंकों की वित्तीय सेहत में सुधार के लिये उपलब्ध करायी गयी है, जो रिजर्व बैंक के तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई रूपरेखा के अंतर्गत हैं।
इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की उक्त रूपरेखा के अंतर्गत हैं। इसके तहत उन पर कर्ज देने, प्रबंधन क्षतिपूर्ति और निदेशकों को शुल्क समेत कई तरह की पाबंदियां हैं।
कुल राशि में से 11,500 करोड़ रुपये तीन तीनों बैंकों को जबकि शेष 3,000 करोड़ रुपये बैंक ऑफ इंडिया को उपलब्ध करायी गयी है।
सरकार की अधिसूचना के अनुसार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 4,800 करोड़ रुपये, इंडियन ओवरसीज बैंक को 4,100 करोड़ रुपये तथा कोलकाता के यूको बैंक को 2,600 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध करायी गयी है।
पूंजी डाले जाने से इन बैंकों को रिजर्व बैंक के तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई रूपरेखा से बाहर आने में मदद मिलेगी।
पूंजी बिना ब्याज वाले बांड (रिकैपिटलाइजेशन बांड) के जरिये डाली गयी है जिसकी मियाद 31 मार्च, 2031 और 31 मार्च, 2036 है।

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India-Pakistan Trade: भारत से चीनी, कपास का आयात करेगा पाकिस्तान

इस्लामाबाद, 1 अप्रैल : पाकिस्तान (Pakistan) अब भारत से चीनी और कपास खरीदेगा. वित्त मंत्री हम्माद अजहर (Hammad Azhar) ने बुधवार को इसकी घोषणा की. इसके साथ पाकिस्तान ने पड़ोसी देश से आयात को लेकर जो पाबंदी लगायी थी, वह हटा ली गयी है. पाकिस्तान ने 2019 में कश्मीर को लेकर तनाव बढ़ने के मद्देनजर पड़ोसी देश से अपने आयात पर पाबंदी लगा दी थी. अजहर की अध्यक्षता में आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) की बैठक में इस आशय का निर्णय किया गया. प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को उन्हें वित्त मंत्री नियुक्त किया. वित्त मंत्री ने कहा कि बैठक में एजेंडे में शामिल विषयों पर चर्चा की गयी. इसमें भारत से कपास और चीन आयात का मुद्दा शामिल था. इस बारे में विस्तृत चर्चा के बाद आयात की अनुमति दी गयी.

इन वस्तुओं के आयात शुरू होने से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंध कुछ बेहतर होंगे जो पांच अगस्त, 2019 के बाद से निलंबित था. भारत के जम्मू कश्मीर को दिये गये विशेष राज्य का दर्जा वापस लिये जाने के निर्णय के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार बंद हो गया था. उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को भारत को 5 लाख टन सफेद चीनी के आयात की अनुमति दी गयी है.
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्य देशों से चीनी आयात की अनुमति दी थी. हालांकि अन्य देशों में इसके दाम ऊंचे थे.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पड़ोसी देश भारत में चीनी काफी सस्ता है. इसीलिए हमने भारत के साथ चीनी का व्यापार शुरू करने का निर्णय किया.’’ यह भी पढ़ें : Pakistan: पाकिस्तानी आतंकवादी को भारत में हमलों की साजिश रचने के लिए 10 साल की जेल की सजा

भारत से कपास आयात के बारे में अजहर ने कहा कि इसकी काफी मांग थी क्योंकि पाकिस्तान का कपड़ा निर्यात बढ़ा था लेकिन पिछले साल कपास की फसल अच्छी नहीं थी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, भारत से इस साल जून से कपास का आयात करेगा. वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हमने देश और लोगों के हित में यह निर्णय किया है.’’ भारत दुनिया में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक है जबकि चीनी के मामले में दूसरा सबसे बड़ा विनिर्माता है. प्रधानमंत्री के वाणिज्य और निवेश मामलों के सलाहकार दाऊद ने ईसीसी के निर्णय का स्वागत किया है.

देश की खबरें | इटारसी-छिवकी विशेष पैसेंजर ट्रेन का एसएलआर कोच पटरी से उतरा, कोई हताहत नहीं

जबलपुर (मप्र), 31 मार्च मध्य प्रदेश में बोहानी रेलवे स्टेशन के पास इटारसी-छिवकी (प्रयागराज) विशेष पैसेंजर ट्रेन की एक एसएलआर कोच बुधवार को पटरी से उतर गई। इससे जबलपुर-इटारसी सेक्शन में डाउन लाइन पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है।
हालांकि, इससे किसी व्यक्ति के हताहत होने की खबर नहीं है।
पश्चिम-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरिया ने बताया, ‘‘इटारसी-छिवकी (प्रयागराज) विशेष पैसेंजर ट्रेन नंबर 01117 का एक एसएलआर कोच बोहानी रेलवे स्टेशन के पास बुधवार रात को करीब पौने नौ बजे पटरी से उतर गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।’’
जयपुरिया ने बताया कि यह कोच इंजन के बाद लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि हादसे के कारण का पता लगाया जा रहा है।
जयपुरिया ने बताया कि हादसे के कारण जबलपुर-इटारसी सेक्शन में डाउन लाइन पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है।
बोहानी रेलवे स्टेशन पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर-इटारसी सेक्शन में आता है।

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