Ram Mandir Donation: राम मंदिर निर्माण के लिए CM मनोहर लाल खट्टर ने दान किए 5.10 लाख रुपये

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir)  निर्माण के लिए पांच लाख 10 हजार रुपये का दान निजी कोष से दिया है. श्री राम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान समिति, हरियाणा प्रांत के कार्यकर्ताओं को उन्होंने रविवार को व्यक्तिगत चेक सौंपा.

इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत संघचालक श्रीमान पवन जिंदल, विभाग संघचालक रमाकांत भारद्वाज, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष रमेश कुमार गुप्ता, प्रांत अभियान प्रमुख राकेश त्यागी, प्रांत संगठन मंत्री प्रेम शंकर, ऋषिपाल और मंजुल पालीवाल उपस्थित रहे.

विश्व हिंदू परिषद की ओर से एक फरवरी से आगामी 27 फरवरी तक राम मंदिर के लिए धनसंग्रह अभियान चलेगा। 27 दिवसीय अभियान के तहत हरियाणा के 6900 गांव के 51 लाख परिवारों के करीब दो करोड़ 5 लाख रामभक्तों से संगठन के पदाधिकारी संपर्क करेंगे.

देश की खबरें | हुड्डा ने किसान व अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई

चंडीगढ़, 31 जनवरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यहां तीन फरवरी को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने की रविवार को घोषणा की जिसमें किसानों और राज्य से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा के अगले सत्र में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती है, क्योंकि सरकार ने लोगों के साथ-साथ कुछ विधायकों का विश्वास भी खो दिया है।
विपक्ष के नेता हुड्डा ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन ने “जन आंदोलन” का रूप ले लिया है।
कांग्रेस विधायक दल की पिछली बैठक दिसंबर में हुई थी जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया गया था।
उन्होंने कहा, “राज्य के लोगों का भाजपा-जजपा सरकार से पूरी तरह से मोहभंग हो गया है और इस कारण विधानसभा के अगले सत्र में कांग्रेस द्वारा लाया जाने वाला अविश्वास प्रस्ताव और महत्वपूर्ण हो जाता है।”
उन्होंने कहा, “अविश्वास प्रस्ताव के जरिए लोगों को पता चल जाएगा कि कौन सा विधायक सरकार के साथ खड़ा है और कौन किसानों के साथ है।”
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में किसानों की मांगों पर विचार किया जाएगा और उनके मुद्दे को आगे ले जाने के लिए एक रणनीति बनाई जाएगी।

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देश की खबरें | ”श्रीबाबू” की जयंती पर गलत तस्वीर साझा कर तेजस्वी ने की गड़बड़ी

पटना, 31 जनवरी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत श्री कृष्ण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते समय अनुग्रह नारायण सिन्हा की तस्वीर पोस्ट करने के लिये राजद नेता तेजस्वी यादव को रविवार को राजग के घटक दलों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा।
तेजस्वी ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री सिंह को श्रद्धाजंलि देते हुए ट्वीट किया, ”बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करता हूं।”
हालांकि उन्होंने ”श्रीबाबू” की जगह अनुग्रह नारायण सिंह की तस्वीर पोस्ट कर गड़बड़ी कर दी।
अनुग्रह नारायण सिंह को ”बिहार विभूति” के रूप में जाना जाता है। वह स्वतंत्रता के बाद डॉक्टर श्री कृष्ण के पहले मंत्रिमंडल में कद्दावर मंत्री थे।
राजग के घटक दलों– जद(यू), भाजपा और हम (एस) ने इस मौके का इस्तेमाल लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी पर निशाना साधने के लिये किया।
राजद ने यह कहकर मामले को दबाने की कोशिश की कि यह ”तकनीकी खामी” थी जिसका विरोधियों को बतंगड़ नहीं बनाना चाहिये और ट्वीट की भावना को समझना चाहिये।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार के नेताओं की समझ को लेकर तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा, ”जो लोग श्री कृष्ण सिंह को पहचान नहीं पाए, खुद को बिहार का नेता बताते हैं। तेजस्वी बाबू, अगर आप बिहार विभूतियों को नहीं जानते (पहचानते) तो मैं आपको उनकी तस्वीरें भेज देता हूं। अब से कभी भी टिप्पणी करने से पहले तस्वीरें देख लीजिएगा। ”
जदयू प्रवक्ता तथा विधान पार्षद नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव की समझ पर सवाल उठाते हुए कहा, ”राजनीतिक पर्यटक बिहार के नेताओं को कैसे जान सकते हैं। आप भ्रष्ट हैं और केवल जेल में बंद अपराधियों को जानते हैं।
भाजपा ने भी तेजस्वी पर निशाना साधा।
पार्टी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, ”विपक्ष के नेता को पहले बिहार केसरी स्वर्गीय श्रीकृष्ण सिंह और बिहार विभूति स्वर्गीय अनुग्रह नारायण सिंह की तस्वीरों से परिचित होने के बाद अपनी राजनीतिक-सामाजिक घृणा का प्रदर्शन करना चाहिए।”

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राजस्थान स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को 1197 वार्डों में मिली जीत: 31 जनवरी 2021 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE

पीएम मोदी महीने के अंत में अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों से संवाद करते हैं. इस साल 2021 में प्रधानमंत्री 31 जनवरी यानि आज पहली बार ‘मन की बात’ करेंगे. नए साल पर इस बार पीएम मोदी का यह कार्यक्रम ऐसे वक्‍त में हो रहा है ज‍ब देश की राजधानी दिल्‍ली में नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पूरी तरह से गर्म है. यही नहीं ठीक एक दिन बाद यानी सोमवार को संसद में देश का बजट भी पेश किया जाना है. इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी पार्टियां कृषि कानूनों के साथ ही ने मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रही हैं. ऐसे में सब की निगाहें पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर होगी कि वे देशवासियोंसे क्या संवाद करते हैं.

वहीं ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद खुद को किसानों के धरने से अलग करने वाले भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाया है. बीकेयू भानु गुट के प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि राकेश टिकैत अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को हटवाने के लिए गाजीपुर में धरने पर बैठे हुए हैं, जैसे ही मुकदमे हटा लिए जाएंगे, राकेश टिकैत अपने गांव वापस चले जाएंगे. इसके अलावा गणतंत्र दिवस को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में गलत खबर फैलाने के आरोप में नोएडा पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर और छह पत्रकारों समेत आठ लोगों के खिलाफ राजद्रोह व अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है.

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दिल्लीवासियों को शनिवार को एकबार फिर से सर्द सुबह का सामना करना पड़ा. यहां सुबह न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को भी शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी. मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में 3 फरवरी से 5 फरवरी के बीच हल्की बारिश हो सकती है और इस दौरान शीतलहर जारी रहेगी.
दिल्ली में शुक्रवार को शीतलहर चली और न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम, चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. रविवार को भी शीतलहर चलने का अनुमान है.

केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि 10 राज्यों में पोल्ट्री बर्डस में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हुई है, जबकि 13 राज्यों में कौवे, प्रवासी और जंगली पक्षियों में इस बीमारी की जानकारी मिली है. केरल, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर ने पोल्ट्री पक्षियों में एवियन इंफ्लूएंजा फैलने की पुष्टि की है, जहां मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और बिहार के रूप में कौवे, प्रवासी और जंगली पक्षियों में बर्ड फ्लू की सूचना मिली है.

देश की खबरें | सिंघू बॉर्डर पर पुलिस के साथ ‘दुर्व्यवहार’ के आरोप में फ्रीलांस पत्रकार गिरफ्तार

नयी दिल्ली, 31 जनवरी सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में रविवार को फ्रीलांस पत्रकार मनदीप पुनिया को गिरफ्तार किया गया।
पुनिया को हिरासत में लिए जाने के एक दिन बाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
पत्रकारों के एक समूह ने पुनिया की गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार शाम पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों के हाथों में तख्तियां थीं और वे नारे लगा रहे थे। उन्होंने वहां एक मार्च भी निकाला।
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि उसने शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद सीमा पर अवरोधक लगाए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई उसे पार न कर पाए।
पुलिस ने आरोप लगाया था कि पत्रकार समेत कुछ लोगों ने अवरोधक हटाने की कोशिश की तथा पत्रकार ने वहां पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया।
सिंघू बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों और स्थानीय निवासी होने का दावा करने वाले लोगों के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव किया था। सिंघू बॉर्डर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का प्रमुख स्थल है।
हिंसा में दिल्ली पुलिस के एसएचओ (अलीपुर) घायल हो गए थे।
घटना के संबंध में एसएचओ पर हमला करने वाले व्यक्ति समेत कम से कम 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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देश की खबरें | मन की बात में प्रधानमंत्री ने की ओडिशा की ‘पट्टचित्र’ कलाकार की तारीफ की

राउरकेला (ओडिशा), 31 जनवरी ओडिशा के राउरकेला की ‘पट्टचित्र’ कलाकार भाग्यश्री साहू के लिए रविवार को उनके जीवन का एक “अनमोल क्षण” तब आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में उनके नाम का उल्लेख किया। महामारी के दौरान चित्रकार की प्रतिभा सामने आई।
चित्रकला की पट्टचित्र शैली ओडिशा के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय कला रूपों में से एक है।
धातु विज्ञान में एम.टेक की छात्रा भाग्यश्री ने अपनी चित्रकारी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर अपलोड की, उनकी कलाकृति की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और वेबसाइटों ने खूब प्रशंसा की। उनके काफी प्रशंसक हैं।
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, “राउरकेला की भाग्यश्री साहू को देखें। वह एक इंजीनियरिंग की छात्रा है। उसने कुछ महीने पहले ‘पट्टचित्र’ पेंटिंग सीखी और कला में दक्षता हासिल की। ​​क्या आप जानते हैं कि उसने कहाँ पेंटिंग की? उसने कॉलेज जाते समय एकत्र किए मुलायम पत्थरों पर पेंटिंग की और उन्हें अपने दोस्तों को उपहार दिया।
उन्होंने कहा, “उसने महामारी के दौरान खाली बोतलों पर इसी तरह की पट्टचित्र पेंटिंग बनाना शुरू किया।”
भाग्यश्री ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से यह जानने के बाद उत्साहित थी कि प्रधानमंत्री उनके बारे में पूछ रहे थे।
उसने कहा, “आज मैं दोगुना उत्साहित हुई, जब उन्होंने मेरे नाम का उल्लेख युवा उपलब्धि के रूप में किया।”
उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन के बेशकीमती क्षणों में से एक है।

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देश की खबरें | भाकियू नेता नरेश टिकैत ने भाजपा को दी शक्ति प्रदर्शन की चुनौती

लखनऊ, 31 जनवरी भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के वरिष्ठ नेता नरेश टिकैत ने सत्तारूढ़ भाजपा को किसानों के मुकाबले अपनी शक्ति के प्रदर्शन की चुनौती देते हुए कहा है कि अब किसानों को अंदाजा हो गया है कि भाजपा सरकार से उन्हें मुकदमों के सिवा और कुछ नहीं मिलने वाला।
रविवार की शाम सोशल मीडिया पर साझा एक वीडियो में टिकैत ने कहा, ‘‘इस बिल को दबा दो, यह आग है, यह बहुत नुकसान की आग है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर कानून वापस लिए जाते हैं तो सरकार को कोई नुकसान नहीं होगा। विधेयकों को डेढ़ साल तक ठंडे बस्ते में डालना होगा। अपनी गलती मानें और बातचीत करें।’’
भाकियू नेता ने कहा, ”(इस सरकार में) जो जिम्मेदार हैं…राजनाथ जी हैं, उनकी भी कितनी तौहीन इस सरकार में हो रही है। जो हमारे बागपत के सांसद हैं, वे भी डरे हुए हैं।”
टिकैत ने शनिवार को मुजफ्फरनगर में अपने घर पर आयोजित किसान पंचायत से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”भाजपा सरकार के उत्तर प्रदेश में चार साल हो गए लेकिन उसने 10 रुपये ही गन्ना मूल्य बढ़ाया है। हमें तो अब ऐसा लगता है कि हाथी के दांत खाने के कुछ और हैं, दिखाने के कुछ और। प्रदेश सरकार हो या केन्द्र सरकार हो, हमें कोई फायदा होने वाला नहीं है। किसानों ने मन बना लिया है। हमें सरकार से मुकदमों के सिवा और कुछ नहीं मिलने वाला।’’
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस, मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के बाद शनिवार को सर्वदलीय बैठक में कहा था कि प्रदर्शनकारी किसानों के लिए उनकी सरकार का प्रस्ताव अब भी बरकरार है और बातचीत करने के लिए बस संपर्क करने भर की जरुरत है।
हालांकि इससे पहले गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद गाजियाबाद प्रशासन ने आंदोलनकारी किसानों को प्रदर्शन स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया था।
उन्होंने सरकार को जिद छोड़कर कृषि कानून वापस लेने की सलाह देते हुए आगाह किया, ”सरकार हमें कमजोर न माने। हम किसी भी सूरत में नहीं मानेंगे। सरकार गोली चलायेगी तो वह हमारी छाती में ही लगेगी, पीठ पर नहीं।”
उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा, ”जहां तक शक्ति प्रदर्शन की बात है तो एक मैदान में भाजपा अपनी रैली कर ले। अगले दिन उसी मैदान में हम अपना कार्यक्रम करेंगे। जहां पर भाजपा की पूरी ताकत हो, उत्तर प्रदेश में रख लो या हरियाणा में रख लो, वहां भाजपा अपना शक्ति प्रदर्शन करे। बाद में हम कर लेंगे। तब सरकार को अपनी ताकत का अंदाजा लग जाएगा। हमारे पास इतना जनसमूह है कि हम उन्हें हर जगह फेल कर देंगे।”
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ”ऐसा गर्माहट का माहौल है कि कुछ भी हो सकता है। सारे भारत में आज चिंगारी है। बंगाल का चुनाव है, उस चुनाव का ध्यान करेंगे। हर साल एक—दो राज्यों में चुनाव है… यह क्या करेंगे।”
किसान आंदोलन में राजनीतिक दलों की भागीदारी के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर टिकैत ने कटाक्ष करते हुए कहा, ”क्या भाजपा राजनीति नहीं कर रही है। भाजपा एक तीर से कई निशाने साध रही है। सरकार अपनी जिद छोड़कर किसानों की बात मान ले। सरकार ने गलत जगह हाथ डाल दिया है। यहां पर उसकी बात का कोई असर नहीं पड़ेगा।”
टिकैत ने गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा, ”किसानों के सम्मान को ठेस पहुंचायी गयी। बिल की बात तो बाद में है। जो किसान हमारे एक इशारे पर आंदोलन कर रहे हैं, उनके साथ ऐसी बेअदबी और बदतमीजी? क्या भाजपा वालों को इतना हक मिल गया कि एक विधायक वहां जाकर लाठीचार्ज करवा दे। उसकी सदस्यता भंग करो। हम मुख्यमंत्री जी तक संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि यह दागी विधायक है, उसे तुरंत निकालो।’’
उन्होंने एक सवाल पर कहा, ”जहां तक गुर्जर समाज की बात है तो उसका हमें पूरा समर्थन है। हमारे कई बड़े पदाधिकारी गुर्जर हैं। गुर्जर हमेशा समाज के साथ रहे। एक आदमी की वजह से पूरी बिरादरी पर उंगली नहीं उठाई जा सकती। अगर वह गलती मान ले तो हमारा दिल तो बड़ा है। वह गाजीपुर बॉर्डर पर एक दिन की सेवा दे तो हम उसे माफ कर देंगे।’’
टिकैत ने कहा कि उनके संगठन में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। यह संगठन 33 साल से चल रहा है। इसमें टकराव की कभी कोई बात नहीं हुई।
गौरतलब है कि नवंबर के अंत से किसान केन्द्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। इसी सिलसिले में किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाला। लेकिन कई जगह उग्रता और तोड़फोड़ के कारण पुलिस के साथ किसानों की झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा।
किसानों का एक समूह लाल किला भी पहुंच गया और वहां गुंबद पर तथा ध्वजारोहण स्तंभ पर झंडे लगा दिए। इस स्तंभ पर केवल राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है।
इस घटना के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन ने गाजीपुर बॉर्डर (यूपी गेट) पर मौजूद आंदोलनकारी किसानों को जगह खाली करने की चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर वह कार्रवाई करेगी।
प्रशासन के इस रुख पर राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को पीटीआई/ को भेजे एक संदेश में कहा, “मैं आत्महत्या कर लूंगा लेकिन तब तक आंदोलन समाप्त नहीं करूंगा जब तक कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर दिया जाता।” उस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए वह रो पड़े। उनके आंसुओं का असर है कि गाजीपुर बॉर्डर पर तंबुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है औरभाकियू के अनुसार, रविवार को वहां 10,000 से ज्यादा लोग एकत्र हैं।

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Budget 2021: RBI के फैसले से अगले सप्ताह तय होगी शेयर बाजार की चाल

Budget 2021:  देश के शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह आम बजट की घोषणाओं से तय होगी और निवेशकों की निगाहें सप्ताह के आखिर में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले पर भी टिकी रहेंगी. अगले वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट सोमवार को संसद में पेश होगा. कोरोना काल में देश की आर्थिक सेहत खराब होने के बाद तीव्र सुधार के संकेत मिलने लगे हैं और आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष के दौरान देश की आर्थिक विकास दर 11 फीसदी से ज्यादा रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि आर्थिक सर्वेक्षण के इस अनुमान के बाद भी बीते सप्ताह बाजार में गिरावट रही.

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 2,592.77 अंकों यानी 5.30 फीसदी की गिरावट के साथ 46,285.77 पर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सप्ताह के मुकाबले 737.30 अंकों यानी 5.13 फीसदी की गिरावट के साथ 13,634.60 पर बंद हुआ. इस महीने ऐतिहासिक उंचाई को छूने के बाद सेंसेक्स करीब 4,000 अंक टूटा है जबकि निफ्टी में 1,000 अंकों की गिरावट आई है. यह भी पढ़े: Budget 2021: 2020 में अधिकांश भारतीयों की क्रयशक्ति कमजोर हुई- प्री-बजट सर्वे

आम बजट से पहले बाजार में मुनाफावसूली हावी होने के कारण बिकवाली का भारी दबाव रहा और अब बजट की घोषणाओं से बाजार की दिशा तय होगी. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अगले वित्त वर्ष का आम बजट लोकसभा संसद में पेश करेंगी.  निवेशक पहले से ही बजट के इंतजार के मूड में हैं क्योंकि कोरोना महामारी के संकट के बाद यह पहला बजट है और बताया जा रहा है कि यह बजट आर्थिक सुधार की बयार लाने की दिशा में गेम चेंजर साबित होगा.

कारोबारी सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में लिए जाने वाले फैसले की घोषणा होगी. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की यह चालू वित्त वर्ष की यह आखिरी मौद्रिक समीक्षा बैठक होगी.  इसके अलावा, सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों, ऑटो कंपनियों की बिक्री के आंकड़ों और चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों का भी असर घरेलू शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा.

मार्किट मैन्युफैक्चरिंग के पीएमआई के जनवरी महीने के आंकड़े सोमवार को ही जारी होंगे जबकि सर्विस सेक्टर के पीएमआई के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे. वहीं, एक फरवरी से ही ऑटो कंपनियों की जनवरी महीने की बिक्री के आंकड़े जारी होने लगेंगे. देश के शेयर बाजार की चाल तय करने में घरेलू कारकों के साथ-साथ विदेशी संकेतों की भी अहम भूमिका रहेगी.

देश की खबरें | तुर्कमान गेट इलाके में पुरानी इमारत का एक हिस्सा गिरा, कोई जख्मी नहीं

नयी दिल्ली, 31 जनवरी पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट इलाके में तीन मंजिला एक पुरानी इमारत का एक हिस्सा रविवार को ढह गया। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।
उत्तर दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि शनिवार को इमारत की पहचान “खतरनाक” ढांचे के तौर पर की गई थी और इमारत को खाली करा लिया गया था।
उन्होंने कहा, “यह इमारत करीब 20-25 साल पुरानी है जिसका एक हिस्सा आज पूर्वाह्न करीब 11 बजे गिर गया। एनडीएमसी, दमकल और नागरिक रक्षा विभाग की टीमें मलबा हटाने का काम कर रही हैं।”
उन्होंने कहा कि घटना की जांच करने के लिए जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
प्रकाश ने कहा कि इमारत की खतरनाक स्थिति के देखते हुए आसपास की कुछ इमारतों के लोगों को भी शनिवार को ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने भी बताया कि उत्तर दिल्ली नगर निगम ने इमारत को खतरनाक ढांचा घोषित किया था और शनिवार को ही इमारत को खाली करा लिया गया था।
तुर्कमान गेट पुरानी दिल्ली में आता है, जहां पर कई पुरानी और ऐतिहासिक इमारतें हैं।

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देश की खबरें | किसान नेताओं ने ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ की जरूरत बताई, कहा दबाव में नहीं मानेंगे

नयी दिल्ली/गाजियाबाद, 31 जनवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही कहा था कि उनकी सरकार किसानों से बस एक ‘फोन कॉल’ दूर है और रविवार को प्रदर्शनकारी किसान संघों के नेताओं ने कहा कि एक ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ निकाला जाना चाहिए लेकिन वे दबाव में किसी चीज के लिए रजामंद नहीं होंगे।
किसान नेता राकेश टिकैत और नरेश टिकैत ने मांग की कि सरकार को वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिहाज से प्रदर्शनकारियों को रिहा कर देना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि गणतंत्र दिवस पर तिरंगे के अपमान से पूरा देश दु:खी है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की बृहस्पतिवार को की गयी भावनात्मक अपील के बाद दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसानों की आमद जारी है।
केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर के अंत से जारी किसान आंदोलन की गति गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद थम गई थी लेकिन राकेश टिकैत के पत्रकारों से बातचीत के दौरान आंसू नहीं रोक पाने के बाद उन्हें समर्थन बढ़ता जा रहा है।
इस बीच नरेश टिकैत का मुजफ्फरनगर में संवाददाताओं से बातचीत का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें कृषि कानूनों को ‘आग’ करार देते हुए वह कह रहे हैं, ‘‘इस कानून को दबा दो। ये आग है। ये बहुत नुकसान की आग है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इस सरकार में राजनाथ सिंह की तौहीन हो रही है।’’
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया। उन्होंने राकेश टिकैत से मुलाकात की।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे टिकैत भाइयों ने रविवार को कहा कि किसान प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे, लेकिन वे आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि कृषि कानूनों का मुद्दा चुनाव में भाजपा के लिए भारी पड़ सकता है।
किसानों के प्रदर्शन का पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति पर क्या कोई असर पड़ेगा, इस सवाल पर भाकियू के अध्यक्ष और बड़े भाई नरेश टिकैत ने कहा, ‘‘वे किसी को भी वोट देने के लिए स्वतंत्र हैं। हम उनसे किसी पार्टी विशेष के लिए मतदान करने को नहीं कह सकते। अगर किसी पार्टी ने उन्हें आहत किया है तो वे उसे सत्ता में वापस क्यों लाएंगे?’’
टिकैत बंधुओं ने कहा कि वे ‘बीच का रास्ता’ निकालने के लिए सरकार के साथ बातचीत को तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के कुछ दिन बाद शनिवार को कहा था कि प्रदर्शनकारी किसानों के लिए उनकी सरकार का प्रस्ताव अब भी बरकरार है और सरकार बातचीत से महज ‘‘एक फोन कॉल’’ दूर है।
राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे। किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुकें।’’
हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा हो।’’
गणतंत्र दिवस पर अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले के अंदर पहुंच गये थे।
टिकैत बंधुओं ने भी गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि यह अस्वीकार्य है। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंसा एक षड्यंत्र का नतीजा थी।
उन्होंने कहा कि तिरंगा सबसे ऊपर है और वे कभी किसी को इसका अपमान नहीं करने देंगे।
दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को हुई हिंसा के संबंध में करीब 40 मामले दर्ज किए हैं और 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को ‘‘हमारे लोगों को रिहा करना चाहिए और वार्ता के अनुकूल माहौल तैयार करना चाहिए।’’
नरेश टिकैत ने ‘पीटीआई ’ से कहा, ‘‘वार्ता जरूरी है। समाधान निकलना चाहिए। ये किसान दो महीने से अधिक वक्त से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग पूरी होनी चाहिए।’’

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