जरुरी जानकारी | अगस्त में बैंकों के गैर-खाद्य ऋण की वृद्धि दर नरम पड़कर छह प्रतिशत पर आयी: आरबीआई

मुंबई, 30 सितंबर बैंकों के गैर-खाद्य ऋण (नॉन फूड बैंक क्रेडिट) की वृद्धि दर इस साल अगस्त में कम होकर छह प्रतिशत पर आ गयी। बुधवार को जारी रिजर्व बैंक के आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली।
साल भर पहले यानी अगस्त 2019 में इसकी वृद्धि दर 9.8 प्रतिशत थी।
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बैंक खाद्यान्नों की खरीद के लिये भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को जो ऋण देती है, उसे खाद्य ऋण कहा जाता है। इसके अलावा शेष अन्य प्रकार के ऋण को गैर-खाद्य ऋण कहा जाता है। इसमें कृषि, उद्योग, सेवा आदि क्षेत्र को दिये गये ऋण समेत व्यक्तिगत ऋण भी शामिल होते हैं।
आंकड़ों के अनुसार, 28 अगस्त तक गैर-खाद्य ऋण 90.46 लाख करोड़ रुपये था।
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रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘अगस्त 2020 में कृषि व संबद्ध क्षेत्रों का ऋण 4.9 प्रतिशत बढ़ा, जो अगस्त 2019 में 6.8 प्रतिशत बढ़ा था।’’
इस दौरान उद्योगों को दिये गये ऋण की वृद्धि दर साल भर पहले के 3.9 प्रतिशत की तुलना में कम होकर 0.5 प्रतिशत पर आ गयी।
उद्योगों में ‘खाद्य प्रसंस्करण’, ‘पेट्रोलियम, कोयला उत्पाद और परमाणु ईंधन’, ‘चमड़ा और चमड़े के उत्पाद’, ‘लकड़ी और लकड़ी के उत्पाद’ और ‘कागज और कागज उत्पाद’ आदि श्रेणियों में अगस्त 2019 की तुलना में बेहतर वृद्धि दर्ज की गयी। हालांकि, ‘पेय और तम्बाकू’, ‘निर्माण’, ‘बुनियादी ढांचा’, ‘रबर प्लास्टिक और उनके उत्पाद’, ‘रासायनिक और रासायनिक उत्पाद’, ‘कांच और कांच के बने पदार्थ’ तथा ‘सभी इंजीनियरिंग’ क्षेत्रों में वृद्धि दर में या तो गिरावट आयी या कुल ऋण कम हुआ।
आरबीआई ने आगे कहा कि अगस्त 2020 में सेवा क्षेत्र की ऋण वृद्धि घटकर 8.6 प्रतिशत रह गयी, जो पिछले साल इसी महीने में 13.3 प्रतिशत थी।
व्यक्तिगत ऋणों ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। इसने अगस्त 2019 में 15.6 प्रतिशत विस्तार की तुलना में 10.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

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Gangrape in Balrampur: हाथरस घटना के बाद बलरामपुर में युवती के साथ गैंगरेप, अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस गैंगरेप का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि यूपी के बलरामपुर (Balrampur) में एक युवती के साथ गैंगरेप (Gangrape) का मामला सामने आया हैं. यहां एक 22 साल की एक लड़की के साथ गैंगरेप के बाद उसकी मौत हो गई. परिवार वाले पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. वहीं परिवार वालों के शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया हैं. जिनसे मामले में पुलिस की पूछताछ चल रही हैं.

बलरामपुर  पुलिस के अनुसार एक 22 साल की लड़की प्राइवेट फर्म में काम करती हैं. वह मंगलवार को  फर्म में काम के लिए गई हुई थी. शाम तक जब वह वापस नहीं लौटी तो परिवार वालों ने उसके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हुआ. जिसके कुछ ही देर बाद वह खुद एक रिक्शे से घर पहुंची. उसकी हालत गंभीर होने पर परिवार वाले अस्पताल लेकर जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया है. परिवार वालों द्वारा पुलिस के बताने के अनुसार आरोपियों ने पीड़िता के साथ रेप किया. उसकी तबियत खराब होने पर उसे इलाज के लिए किस डॉक्टर के पास लेकर गए. जब उसकी तबितय बिगड़ने लगी तो उन्होंने एक रिक्शे पर बैठकर उसे घर भेज दिया. यह भी पढ़े: Hathras Gangrape Case: हाथरस गैंगरेप मामले पर सोनिया गांधी ने कहा- मासूम लड़की के साथ जो हैवानियत हुई, वो हमारे समाज पर कलंक है

वहीं इस घटना को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया हैं. उन्होंने लिखा हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.

इस घटना को लेकर पुलिस जहां पीड़िता के बारे में कह रही हैं कि वह एक प्राइवेट फर्म में काम करने के लिए गई थी. लेकिन मीडिया रिपोर्ट की माने तो लड़की कॉलेज की छात्रा बताई जा रही हैं. वह कॉलेज में एडमिशन के लिए गई हुई थी. वहां से लौटते समय कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया. जिसके बाद उसे किसी एकांत जगह ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया. पीड़ित बलरामपुर जिले के थाना थाना कोतवाली गैसड़ी के एक गांव की रहने वाली हैं

जरुरी जानकारी | रिलायंस रिटेल में 1,875 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी सिल्वर लेक

नयी दिल्ली, 30 सितंबर अमेरिका की निजी इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स रिलायंस इंडस्ट्रीज की खुदरा इकाई में 1,875 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी।
बयान में कहा गया, “रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (रिलायंस इंडस्ट्रीज) और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (‘आरआरवीएल’) ने सिल्वर लेक के सहयोगी निवेशकों के द्वारा आरआरवीएल में 1,875 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने की आज (बुधवार को) घोषणा की।’’
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इससे आरआरवीएल में सिल्वर लेक और इसके सह-निवेशकों का कुल निवेश9,375 करोड़ रुपये हो जाता है। यह आरआरवीएल की 2.13 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर होगा।
बयान में कहा गया, ‘‘इस नये निवेश के लिये रिलायंस रिटेल का मूल्यांकन 4.285 लाख करोड़ रुपये किया गया है।’’
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इससे पहले बुधवार को ही अमेरिका की एक अन्य निजी इक्विटी कंपनी जनरल अटलांटिक ने रिलायंस रिटेल में 0.84 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिये 3,675 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “सिल्वर लेक और इसके सह-निवेशक सभी भारतीयों के लाभ के लिये भारतीय खुदरा क्षेत्र को बदलने की हमारी यात्रा के मूल्यवान साझेदार हैं। हम उनके विश्वास और समर्थन पर प्रसन्न हैं। साथ ही हम वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेश में उनके नेतृत्व और भारत में खुदरा क्रांति के लिये उनके संबंधों के मूल्यवान नेटवर्क का लाभ उठाने को लेकर उत्साहित हैं।’’

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देश की खबरें | केशुभाई पटेल को एक साल के लिए सोमनाथ न्यास का अध्यक्ष नियुक्त किया गया

अहमदाबाद, 30 सितंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी बुधवार शाम वीडियो कांफ्रेंस के जरिये सोमनाथ मंदिर न्यास की बैठक में शामिल हुए।
न्यास की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि बैठक में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल को एक वर्ष के लिए दोबारा न्यास का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
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मोदी और आडवाणी श्री सोमनाथ न्यास के सदस्य हैं।
न्यास, गिर सोमनाथ जिले में स्थित प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का प्रबंधन देखता है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘श्री सोमनाथ ट्रस्ट की बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुआ। हम लोगों ने मंदिर से जुड़े कई मुद्दों के अलावा ट्रस्ट की ओर से मौजूदा परिस्थितियों में की गई सामुदायिक सेवा और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को पूजा से जोड़ने को लेकर चर्चा हुई।”
न्यास के सचिव पी के लाहिड़ी ने कहा कि सभी न्यासी केशुभाई पटेल को एक साल के लिए अध्यक्ष नियुक्त करने पर सहमत हुए।

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जरुरी जानकारी | गूगल ने जोमैटो, स्विगी को भेजा प्ले स्टोर नियमों के उल्लंघन का नोटिस

नयी दिल्ली, 30 सितंबर खाना घरों पर पहुंचाने वाली जोमैटो और स्विगी को गूगल से प्ले स्टोर नियमों के उल्लंघन का नोटिस मिला है। दोनों कंपनियों को यह नोटिस उनकी ऐप के भीतर खेल के फीचर जोड़ने के लिए मिला है।
जोमैटो और स्विगी से कुछ दिन पहले ही 18 सितंबर को गूगल ने डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम को प्ले स्टोर से हटा दिया था। गूगल ने पेटीएम पर उसकी खेल के सट्टे से जुड़ी गतिविधियों की नीति के उल्लंघन का आरोप लगाया था। हालांकि, कुछ घंटे बाद ही पेटीएम को प्ले स्टोर पर बहाल कर दिया गया था।
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संपर्क करने पर जोमैटो ने नोटिस मिलने की पुष्टि की और इसे ‘अन्यायपूर्ण’ बताया।
जोमैटो के प्रवक्ता ने ई-मेल पर भेजे जवाब में कहा, ‘‘ हां हमें गूगल से नोटिस मिला है। हमारा मानना है कि यह अनुचित नोटिस है, लेकिन हम एक छोटी कंपनी हैं और गूगल के दिशानिर्देशों के अनुरूप हमने अपनी कारोबार रणनीति को पुनर्भाषित किया है।’’
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प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ‘जोमैटो प्रीमियर लीग’ के फीचर को इस सप्ताहांत तक दूसरे कार्यक्रम से बदल देगी।
हालांकि, स्विगी की ओर से इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी हासिल नहीं हो सकी। कंपनी ने ऐप के भीतर अपने फीचर को रोक दिया है और इस मसले पर गूगल से बातचीत कर रही है।
गूगल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
कई कंपनियां मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौके को भुनाना चाहती हैं। ऐसे में ग्राहकों को लुभाने और बिक्री बढ़ाने के लिए वे अपनी ऐप में खेल फीचर जोड़ रही हैं।

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खेल की खबरें | विकेट के अनुरूप खुद को ढाल नहीं सके : स्मिथ

दुबई , 30 सितंबर पिछले मैच में चमत्कारिक जीत दर्ज करने के बाद कोलकाता राइडर्स से मिली हार से मायूस राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि उनके बल्लेबाज विकेट के अनुरूप ढल नहीं सके और मैदान के आकार को भांपने में गलती की ।
अपने पिछले दोनों मैचों में शारजाह में 200 के पार रन बनाने वाली रॉयल्स 175 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट पर 137 रन ही बना सकी ।
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हार के बाद स्मिथ ने कहा ,‘‘ टी20 क्रिकेट में ऐसा होता है । हमने शुरूआत में ही कई विकेट गंवा दिये और हमारे कई बल्लेबाजों को लगा कि अभी शारजाह में ही खेल रहे हैं ।यह मैदान काफी बड़ा था और ज्यादा चौके छक्के नहीं लगे ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम विकेट के अनुरूप ढल नहीं सके और मैदान के आकार को आंकने में गलती की ।’’
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वहीं दो अहम विकेट लेने के अलावा दो कैच लपकने वाले युवा गेंदबाज कमलेश नागरकोटी ने कहा कि उन्होंने अपनी रणनीति पर अमल करने पर फोकस किया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ विकेट लेना अहम था और चूंकि हम दबाव बना चुके थे तो मैने बस अपनी रणनीति पर अमल किया । ’’
उन्होने कहा ,‘‘ मैं अपने परिवार और सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद देना चाहता हूं । उनके अलावा द्रविड़ सर (राहुल द्रविड़) और अभिषेक भैया (शर्मा) को भी धन्यवाद दूंगा । यह शानदार अनुभव है । मैं पैट कमिंस से बहुत कुछ सीख रहा हूं और मैच में उस पर अमल करने की कोशिश करता हूं ।’’

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देश की खबरें | अयोध्या में विवादित ढांचा तोड़ने के लिए शरारती तत्व जिम्मेदार : अदालत

लखनऊ, 30 सितंबर सीबीआई की एक विशेष अदालत ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में 1992 में विवादित ढांचा तोड़ने के लिए शरारती तत्व जिम्मेदार थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा विश्व हिंदू परिषद के स्वयंसेवकों ने स्थिति को संभाला।
अदालत ने अपने फैसले में कहा कि ऐसे उपद्रवी ‘कारसेवकों’ को कभी भी ‘राम भक्त’ नहीं कहा जा सकता क्योंकि उनके कारनामों से राष्ट्र की पंथनिरपेक्ष छवि को धक्का लगा और उच्चतम न्यायालय को भी 2019 में दिए गए अपने फैसले में इससे संबंधित टिप्पणी करनी पड़ी।
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विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने 2,300 पन्नों के अपने फैसले में कहा कि इसका कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है जिससे यह साबित हो सके कि उपद्रवी तत्व और आरोपियों ने मिलकर कोई षड्यंत्र रचा था।
सीबीआई की अदालत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद ने स्थिति को संभाला और इस बाबत उनके द्वारा निर्देश दिया गया।
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अदालत ने कहा कि उनके द्वारा महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और संवाददाताओं के बैठने के लिए व्यवस्था की गई थी।
अदालत ने कहा कि कारसेवकों के एक अलग समूह द्वारा अराजकता उत्पन्न की गई जो शरारती या असामाजिक तत्व थे।

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जरुरी जानकारी | गौड़ा ने आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए उर्वरकों की घर पर डिलीवरी सुविधा का शुभारंभ किया

नयी दिल्ली, 30 सितंबर रसायन और उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने बुधवार को आंध्र प्रदेश में किसानों के लिए उर्वरकों की सीधी घर पर पहुंचाने की सुविधा का शुभारंभ किया।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि गौड़ा ने आंध्र प्रदेश में किसानों के लिए पीओएस (बिक्री केन्द्र) 3.1 सॉफ्टवेयर, एसएमएस गेटवे और उर्वरकों की होम डिलीवरी की सुविधा शुरू की।
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मंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) प्रणाली एक मार्च 2018 को शुरू की गई थी, जो अच्छी तरह से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि उर्वरक विभाग ने पूरे देश में उर्वरक के आवागमन के एंड-टू-एंड कम्प्यूटरीकरण की एक जटिल व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू किया है। यह प्रणाली राज्य, जिले और खुदरा बिक्रीकेन्द्रों पर वास्तविक समय के आधार पर उर्वरक की उपलब्धता की निगरानी करने में सक्षम बनाती है।
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बयान में कहा गया है कि पिछले दो वर्षों में पूरी उर्वरक सब्सिडी इस प्रणाली के माध्यम से वितरित की गई है।
गौड़ा ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी की उर्वरक की घर पर आपूर्ति करने में उनकी सरकार के उत्कृष्ट कार्यों के लिए उनकी सराहना की। वास्तव में, आंध्र प्रदेश एकमात्र राज्य है जिसने इस तरह की अनूठी पहल शुरू की गई है।
केंद्रीय रासायनिक और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया और रेड्डी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभा को संबोधित किया।
मंडाविया ने कहा कि आंध्र प्रदेश में उर्वरकों की होम डिलीवरी के लिए प्रायोगिक परियोजना अन्य राज्यों के लिए मॉडल है। किसान बिना फिंगर प्रिंट सेंसर को छुऐ भी उर्वरक खरीद सकेंगे।
एसएमएस गेटवे समय-समय पर खुदरा आउटलेट पर उर्वरक की उपलब्धता के बारे में किसान को एसएमएस भेजेगा जहां से उसने आखिरी बार उर्वरक खरीदा था। वह मोबाइल नंबर 7738299899 पर रिटेलर आईडी भेजकर किसी भी खुदरा बिक्रीकेन्द्र पर उर्वरक की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
उर्वरक की खरीद पर, उसके द्वारा खरीदी गई मात्रा और किये गये भुगतान राशि का संकेत करते हुए उसके मोबाइल पर एसएमएस भेजा जाएगा।

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देश की खबरें | झारखंड के परिवार ने भूख से व्यक्ति की मौत का किया दावा, अधिकारी ने किया खंडन

जामताड़ा (झारखंड), 30 सितंबर झारखंड के जामताड़ा जिले में 43 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिवार ने दावा किया कि भूख से उसकी मौत हो गयी। हालांकि, जिला के एक अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया भुखमरी से मौत का मामला नहीं लगता है।
नारायणपुर थाना क्षेत्र के सोनबाद गांव निवासी महेंद्र सिंह के परिवारवालों के मुताबिक भूख से उनकी मौत हो गई।
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महेंद्र सिंह की पत्नी सुशीला देवी ने बताया कि घर में खाने के लिए कुछ न होने के चलते पिछले तीन दिनों से घर में चूल्हा नहीं जला था।
महेंद्र के पांच बच्चे हैं। उनकी चार बेटियां व एक बेटा है।
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मृतक के भतीजे रामचंद्र सिंह ने भी कहा की कि घर में खाने के लिए अनाज नहीं है ।
पंचायत के मुखिया अनिल सोरेन ने बताया कि मृतक का राशन कार्ड नहीं है। बिना कार्ड के भी परिवार को कई बार अनाज दिया गया। लेकिन, अभी अनाज वितरण बंद है। जिस कारण भूख से उसकी मौत हो गई।
अनुमंडल पदाधिकारी संजय पांडेय ने बताया है कि प्रथम दृष्टया भूख से मौत का यह मामला प्रतीत नहीं होता है। एसडीओ ने दावा किया कि मृतक की पत्नी के अनुसार मृतक ने मंगलवार को खाना खाया था।
उपायुक्त फैज अहमद मुमताज ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद दो अधिकारियों को जांच के लिए मृतक के घर भेजा गया । उन्होंने दावा किया कि मृतक के घर पर खाना पका था। उन्होंने कहा कि एसडीएम मामले की छानबीन कर रहे हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल मौके पर पहुंचे और स्थिति को जानने के बाद परिवार को सुविधाएं दिलाने की बात कही।

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देश की खबरें | चीन से लगती एलएसी तक पहुंचने का सबसे छोटा रास्ता तलाश करते वक्त सेवानिवृत्त डीआईजी की मौत

नयी दिल्ली, 30 सितंबर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सेवानिवृत्त 70 वर्षीय उप महानिरीक्षक (डीआईजी) की हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में उस समय मौत हो गई जब वह चीन से लगती सीमा तक पहुंचने का सबसे छोटा रास्ता तलाशने की कोशिश कर रही टीम का नेतृत्व कर रहे थे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि दिवंगत सेवानिवृत्त अधिकारी एससी नेगी वर्ष 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के दौरान कारगिल में बीएसएफ के बटालियन का नेतृत्व कर रहे थे और 33 साल तक अपनी सेवा देने के बाद वर्ष 2010 में सेवानिृत्त हुए थे।
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बीएसएफ ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ उन्होंने पहाड़ियों में उस समय अंतिम सांस ली जब वह स्वेच्छा से बल के आवीक्षण एवं सर्वेक्षण टीम का नेतृत्व कर रहे थे जो हिमाचल प्रदेश में चीनी सीमा तक पहुंचने के सबसे छोटे रास्ते की तलाश कर रही थी।’’
बीएसएफ ने कहा, ‘‘परिवार ने 70 उम्र होने की वजह से ट्रिप पर नहीं जाने की सलाह दी थी लेकिन उन्होंने कहा था कि यह उनकी आखिरी ट्रिप होगी।’’
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बल ने कहा कि उनका वह शब्द सच साबित हुआ और यह उनकी आखिरी ट्रिप सााबित हुई, सेवानिवृत्त होने के बावजूद उन्होंने राष्ट्र की सेवा करते हुए अपने प्राण दिए।
बीएसएफ के बयान में उन अधिकारियों की जानकारी नहीं दी है जिनका नेतृत्व नेगी कर रहे थे।
हालांकि, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के सूत्रों ने बताया कि सेवानिवृत्त अधिकारी को बल के गश्ती दल ने मंगलवार को चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास किन्नौर जिले के दूरदराज स्थित निशानगांव से निकाला था।
उन्होंने बताया कि आईटीबीपी के गश्ती दल ने अधिकारी को जमीन पर घायल अवस्था में पड़ा हुआ देखा और उनकी कई हड्डियां टूटी हुई थी। नेगी की मौत आईटीबीपी जवानों द्वारा लाते समय हुई।
उन्होंने बताया कि नेगी का पार्थिव शरीर हिमाचल प्रदेश में 18,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित आईटीबीपी के गंथमब्रालम सीमा चौकी पर हेलीकॉप्टर आने तक करीब 24 घंटे रखा गया।
बीएसफ ने बताया कि वर्ष 1977 के बीएसएफ काडर के अधिकारी नेगी सबसे उम्रदराज पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया। उन्होंने वर्ष 2006 में 56 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की।
उन्होंने लंबे समय तक बीएसएफ के केंद्रीय पवर्तारोहण टीम के नेतृत्व किया।

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