Sushant Singh Rajput Suicide Case: शेखर कपूर का बयान दर्ज करेगी मुंबई पुलिस, एक्टर की मौत के बाद निर्देशक ने किया था ये ट्वीट

Sushant Singh Rajput Suicide Case: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर मुंबई पुलिस ने आज आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ (Dil Bechara) की को-स्टार संजना संघी (Sanjana Sanghi) से पूछताछ की. अब खबर आ रही है कि सुशांत की मौत को लेकर अब मुंबई पुलिस (Mumbai Police) फिल्म निर्देशक शेखर कपूर (Shekhar Kapur) से जल्द ही पूछताछ करेगी. शेखर ने सुशांत की मौत के बाद ट्वीट करते हुए कहा था कि वो काफी परेशान थे और अक्सर उनके पास आकर रोते भी थे.

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, शेखर के उस ट्वीट को मद्देनजर रखते हुए अब उनसे भी सवाल जवाब किया जाएगा. शेखर ने अपने ट्वीट में कहा था, “मैं जानता हूं तुम किस दर्द से गुजर रहे थे. मैं उन लोगों की कहानी जानता हूं जिन्होंने तुम्हें बुरी तरह से नीचे धकेला था और तुम मेरे कंधे पर आकर रोते थे. तुम्हारे साथ जो हुआ वो उनके कर्म थे, तुम्हारे नहीं.”

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आपको बता दें कि इस केस में अब तक 28 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. सुशांत की मौत को लेकर न सर्फ उनका परिवार बल्कि उनके लाखों फैंस और दोस्त भी हताश हैं और उन्हें लेकर न्याय की मांग कर रहे हैं.

कोरोना के मुंबई में 903 नए मरीज पाए गए, 36 की मौत: 30 जून 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE

रांची: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और लगातार संक्रमितों के साथ-साथ मरने वालों की तादात भी बढ़ती जा रही है. झारखंड (Jharkhand) में भी कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. झारखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से तीन और लोगों की मौत हो गई है और 40 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2426 हो गई है.

स्वास्थ्य विभाग की आज रात जारी कोरोना रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में पिछले 24 घंटे में साहिबगंज, गिरिडीह और हजारीबाग में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है.

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रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में इस महामारी के 40 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 2426 पहुंच गई है.

देश की खबरें | झारखंड में तीन सीआईएसएफ जवानों सहित 64 लोगों के कोविड-19 होने की पुष्टि, कुल संक्रमितों की संख्या 2,490 हुई

रांची, 30 जून झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 64 नये मामले सामने आए जिनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के तीन जवान भी शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 2,490 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार रात को जारी कोरोना रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 64 नये मरीज सामने आए हैं जिनमें रामगढ़ के पतरातू में एनटीपीसी विद्युत संयंत्र में तैनात सीआईएसएफ के तीन जवान भी शामिल हैं। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक कुल 2,490 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है।
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रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को सामने आए 64 नये मामलों में दो रिम्स में भर्ती दो मरीज भी शामिल हैं।
रामगढ़ के उपायुक्त संदीप सिंह ने बताया कि तीनों जवान बाहर से आने के बाद पृथकवास में थे और जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
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अब तक राज्य में 2,490 संक्रमितों में से 1,974 प्रवासी श्रमिक हैं जो देश के विभिन्न भागों से राज्य में वापस अपने घरों को लौटे हैं।
राज्य के अबतक 1,884 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। इसके अलावा 591 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है जबकि 15 अन्य की मौत हो चुकी है।
पिछले 24 घंटों में कुल 2730 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 64 नमूनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
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देश की खबरें | ‘अनलॉक 2’ : गुजरात में अब ज्यादा देर तक खुल सकेंगी दुकानें

अहमदाबाद, 30 जून गुजरात सरकार ने बुधवार से शुरू हो रहे ‘अनलॉक-2’ के दौरान गैर-निषिद्ध क्षेत्रों में ज्यादा देर तक दुकानें और रेस्तरां देर तक खोलने की अनुमति दी है। सरकार ने इस संबंध में मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी किए।
इससे पहले राज्य में दुकानों और रेस्तरां को शाम सात बजे तक खोलने की अनुमति थी।
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राज्य के गृह मंत्रालय द्वारा जारी नए दिशा-निर्देश के अनुसार, दुकानें रात आठ बजे तक जबकि रेस्तरां रात नौ बजे तक खुल सकेंगे।
कर्फ्यू अब रात नौ बजे के बजाए रात 10 बजे से शुरू होकर सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा।
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गुजरात में अभी तक 32,446 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 1,848 लोग की संक्रमण से मौत हुई है।
उसमें कहा गया है कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्तरां, शॉपिंग मॉल, और रेहड़ी पटरी वाले अपना कामकाज कर सकेंगे।
स्कूल, कॉलज और शिक्षा से जुड़ी सभी संस्थाएं जुलाई में बंद रहेंगी। साथ ही सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पुल, मनोरंजन पार्क, रंगमंच, बार, सभागार, और ऐसी अन्य जगहों भी बंद रहेंगी।
कहीं कोई बड़ा जमावड़ा नहीं होगा।

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देश की खबरें | उच्च न्यायालय ने स्कूलों को ट्यूशन फी लेने की अनुमति दी

चंडीगढ़, 30 जून पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूलों को ट्यूशन फी लेने की अनुमति दे दी ।
न्यायमूर्ति निर्मलजीत कौर ने स्कूलों को नामांकन शुल्क एकत्र करने की इजाजत दे दी ।
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इंडिपेन्डेंट स्कूल्स एसोसिएशन, पंजाब स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन, मान्यताप्राप्त और संबद्ध स्कूलों के एसोसिएशन तथा कुछ अन्य संगठनों की याचिकाओं पर यह आदेश आया।
अदालत ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की गयी या नहीं, इसके बावजूद सभी स्कूलों को ट्यूशन फी जमा करने की अनुमति दी जाती है।’’
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अदालत ने कहा कि हालांकि स्कूलों को ऑनलाइन या दूर शिक्षा के लिए प्रयत्न जारी रखना होगा ताकि कोविड-19 के कारण मौजूदा या भविष्य में लॉकडाउन से शिक्षा पर असर नहीं पड़े ।
आदेश के मुताबिक, जो अभिभावक शुल्क भुगतान करने में सक्षम नहीं होंगे उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में आवश्यक प्रमाणपत्र के साथ आवेदन देना होगा । इस पर स्कूल सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगा और पूरी तरह या आंशिक तौर पर छूट दी जा सकेगी ।

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देश की खबरें | असम में बाढ़ से तीन और लोगों की मौत, 15 लाख से अधिक प्रभावित

नयी दिल्ली, 30 जून असम में बाढ़ की स्थिति में मंगलवार को मामूली सुधार हुआ लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। बाढ़ के कारण तीन और लोगों की मौत हो गई, जिससे बाढ़ में मरने वाले लोगों की संख्या 25 हो गई।
इस बीच, देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई, जबकि गुजरात में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई।
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उत्तर भारत में मौसम मुख्य रूप से उमसभरा रहा, जबकि पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों के कई इलाकों में मानसून की बारिश हुई। गुजरात के सौराष्ट्र में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई।
राष्ट्रीय राजधानी में, आंशिक रूप से बादल छाए रहने और अलग-अलग क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की वजह से पारा कुछ नीचे रहा। हालांकि, आर्द्रता का स्तर 91 प्रतिशत तक बढ़ गया, जिससे उमस बढ़ने के कारण दिल्लीवासियों को काफी परेशानी हुई।
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दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
असम में एक आधिकारिक बुलेटिन के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित कुल 25 जिलों में से दो जिले- उदलगुरी और कामरूप (शहर) में बाढ़ का पानी कम हुआ।
बाढ़ ने 15 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है और 25 लोगों की जान ले ली, जिनमें से तीन लोगों की मंगलवार को मौत हो गई, जिनमें दो बारपेटा जिले में और एक मौत डिब्रूगढ़ में हुई है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, चिरांग, नलबाड़ी, बारपेटा, बोंगईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, गोलपारा, कामरूप, मोरीगांव, होजई, नौगांव, गोलाघाट, जोरघाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक पूर्वानुमान के अनुसार, ‘‘पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में अगले पांच दिनों के दौरान भारी वर्षा जारी रहने का अनुमान है।’’
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यून्तम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनसुार प्रदेश में आगरा सबसे गर्म शहर रहा जहां तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि झांसी में 37.6 और इटावा में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
विभाग के मुताबिक बलिया में 35 मिमी जबकि वाराणसी में 3.6 मिमी बारिश दर्ज की गयी।
हरियाणा और पंजाब में दिन का तापमान सामान्य के करीब रहा। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार में 40.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
राजस्थान के अधिकतर शहरों में सोमवार के मुकाबले अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। बीकानेर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार बीकानेर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 44.9 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर-जैसलमेर में 43.4 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 43.1 डिग्री सेल्सियस, बाडमेर में 42.4 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 41.9 डिग्री सेल्सियस, अजमेर में 40 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 37.8 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं राज्य के अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस से लेकर 33.8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, झुंझुनूं, झालावाड़, डूंगरपुर, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर में कहीं-कहीं मेघगर्जन/वज्रपात की संभावना जताई है।
गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई। इस क्षेत्र में भारी बारिश दर्ज की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि जामनगर जिले के लालपुर में रक्का गांव के खेत में आकाशीय बिजली गिरने से 35 वर्षीय एक महिला और उसके 12 वर्षीय बेटे की मौत हो गई जबकि देवभूमि द्वारका जिले के विरामदाद गांव में इसी तरह की एक अन्य घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि इसी तरह की घटनाओं में बोटाद जिले के दो गांवों में आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि मृतकों में पांच वर्षीय एक लड़का, उसके 60 वर्षीय दादा और 17 वर्षीय एक किशोरी शामिल है।
उन्होंने कहा कि इन लोगों शवों को पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है।
सौराष्ट्र के कई हिस्सों, खासकर जामनगर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, राजकोट और भावनगर जिलों में भारी बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, जामनगर के कलावाद में मंगलवार दोपहर केवल दो घंटे में सबसे अधिक 73 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई जबकि गिर सोमनाथ जिले के वेरावल और जामनगर जिले के ढोल में शाम चार बजे तक 48 मिलीमीटर बारिश हुई।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के नौ तालुकों में सुबह छह बजे से शाम चार तक 40 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई।
कृष्ण

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इरफान पठान का बड़ा खुलासा, कहा- मुझे नंबर-3 पर प्रमोट करने का आइडिया सचिन तेंदुलकर का था, ग्रेग चैपल का नहीं

नई दिल्ली: पूर्व आलराउंडर इरफान पठान ने खुलासा किया है कि उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी कराने का आइडिया सचिन तेंदुलकर का था, ना कि पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल का। साल 2005 में भारत और श्रीलंका के बीच सीरीज का पहला वनडे मैच था, जिसमें पठान को बल्लेबाजी क्रम में प्रमोट करते हुए नंबर तीन पर भेजा गया गया था और उन्होंने 70 गेंदों पर बेहतरीन 83 रन की पारी खेली थी. भारत ने श्रीलंका को इस मैच में 152 रन से मात दी थी। इसके बाद पठान ने कई मैचों में टॉप आर्डर पर बल्लेबाजी की थी। पठान मूल रूप से गेंदबाज थे और बहुत से लोगों का मानना है कि बेहतरीन शुरुआत के बाद भी पठान का करियर लंबा नहीं होने की एक वजह उन्हें एक आलराउंडर के रूप में विकसित करने की टीम प्रबंधन की रणनीति भी थी.

पठान ने रौनक कपूर के साथ इंस्टाग्राम पर कहा, “मैंने अपने संन्यास के बाद भी कहा था कि मेरा करियर खत्म होने में ग्रेग चैपल का कोई हाथ नहीं था। जहां तक मुझे नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए प्रमोट करने की बात थी तो वह आइडिया चैपल का नहीं सचिन पाजी का था. उन्होंने कहा, ” सचिन पाजी ने राहुल द्रविड़ को मुझे नंबर तीन पर भेजने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वह (इरफान) छक्के मारने की ताकत रखते हैं, नई गेंद से तेजी से रन बना सकते हैं और तेज गेंदबाजों को भी अच्छी तरह से खेल सकते हैं, इसलिए उन्हें बल्लेबाजी में ऊपर प्रमोट करना चाहिए. यह भी पढ़े: इरफान पठान और हरभजन सिंह से पहले ये भारतीय क्रिकेटर भी फिल्मी परदे पर आजमा चुके हैं अपनी किस्मत

पूर्व आलराउंडर ने कहा, ” यह पहली बार तब अमल में लाया गया, जब श्रीलंका के खिलाफ मुरलीधरन अपनी बेहतरीन गेंदबाजी के चरम पर थे और आइडिया उनके खिलाफ आक्रमण करने का था। दिलहारा फर्नांडो ने उस समय स्पिलिट फिंगर के साथ स्लोअर गेंद फेंकने की शुरुआत की थी और बल्लेबाजों को वह भी समझ में नहीं आ रहा था. पठान ने कहा, “इसलिए, सोच यह थी कि अगर मैं इससे निपटने में सफल रहा, तो यह टीम के हित में जा सकता है। खासकर यह देखते हुए कि यह सीरी

देश की खबरें | शिशु मृत्यु दर सबसे ज्यादा मप्र में, सबसे कम केरल में

नयी दिल्ली, 30 जून मध्य प्रदेश में शिशु मृत्यु दर सबसे ज्यादा है। इस प्रदेश में हर 1000 शिशुओं में से 48 की मौत हो जाती है, जबकि केरल में यह दर प्रति हजार शिशुओं पर सात है।
यह जानकारी भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त के नए आंकड़ों में सामने आई है।
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आंकड़ों के मुताबिक, भारत में शिशु मृत्यु दर में मामूली सुधार हुआ है, यह 2017 में 33 थी जो 2018 में 32 हो गई है।
मध्य प्रदेश में शिशु मृत्यु दर 2018 में सबसे ज्यादा प्रति हजार शिशुओं पर 48 रही जबकि केरल में यह सबसे कम है जहां हर 1000 शिशुओं में से सिर्फ सात की मौत हुई।
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बिहार में जन्म दर सबसे ज्यादा 26.2 है जबकि अंडमान और निकोबार में जन्म दर 11.2 है। छत्तीसगढ़ में मृत्यु दर सबसे ज्यादा 8 जबकि दिल्ली में मृत्यु दर 3.3 है।
यह आंकड़े रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त ने अपने नमूना पंजीकरण प्रणाली बुलेटिन में जारी किए हैं जो 2018 के लिए इकट्ठा की गई जानकारी पर आधारित हैं।
दर की गणना प्रति 1000 की आबादी पर की जाती है।
भारत में चार दशक में मृत्यु दर में काफी कमी आई है और यह 1971 में 14.9 थी जो 2018 में 6.2 पर आ गई। यह गिरावट ग्रामीण इलाकों में ज्यादा है। पिछले दशक की तुलना में भारत की मृत्यु दर 7.3 से गिर कर 6.2 हो गई है।
इस अवधि में ग्रामीण क्षेत्र में मृत्यु दर 7.8 थी जो 6.7 पर आ गई और शहरी इलाकों में 5.8 थी जो 5.1 पर आ गई।
भारत की जन्म दर में पिछले चार दशक में जबर्दस्त गिरावट आई है, 1971 में जन्म दर जहां 36.9 थी, वहीं 2018 में 20.0 हो गई है।
पिछले चार दशकों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म दर लगातार अधिक रही है। पिछले दशक की तुलना में जन्म दर में लगभग 11 फीसदी की गिरावट आई है, जो 2009 में 22.5 से 2018 में 20.0 हो गई।

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देश की खबरें | बिहार में कोविड-19 से पांच और लोगों की मौत, 481 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या दस हजार के करीब

पटना, 30 जून बिहार में कोविड-19 से पांच गत 24 घंटे में पांच और लोगों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर राज्य में इस महामारी से अबतक 68 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं इस अवधि में 481 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जिन्हें मिलाकर मंगलवार को राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,988 हो गई।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले मंगलवार को (गत 24 घंटे में) रोहतास जिले में दो तथा पूर्वी चंपारण, गया एवं नालंदा में एक-एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई।
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बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक जिन 68 लोगों की मौत हो चुकी है उनमें से पटना में छह, दरभंगा, रोहतास एवं सारण में पांच-पांच, बेगूसराय एवं नालंदा में चार-चार, गया, जहानाबाद, खगड़िया, नवादा एवं वैशाली में 03—03, भोजपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी एवं सिवान में दो-दो तथा अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, मुंगेर, शिवहर एवं पश्चिम चंपारण जिले में एक-एक मरीज की मौत शामिल है।
बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमण के 481 नये मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में मंगलवार को राज्य में कुल संक्रमितों का संख्या बढ़कर 9,988 हो गई।
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बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक प्रकाश में आए 9,988 मामलों में से पटना के 735, भागलपुर के 497, मधुबनी के 456, बेगूसराय के 452, सिवान के 419, मुंगेर के 364, समस्तीपुर के 362, रोहतास के 342, कटिहार के 340, मुजफ्फरपुर के 313, दरभंगा एवं नवादा के 306-306, खगड़िया के 304, पूर्णिया के 297, गोपालगंज के 256, जहानाबाद के 252, सुपौल के 250, नालंदा के 235, बांका के 233, औरंगाबाद के 230, भोजपुर के 229, बक्सर के 227, पूर्वी चंपारण के 217, सारण के 212, गया के 210, मधेपुरा के 203, पश्चिम चंपारण के 199, वैशाली के 188, कैमूर के 181, सहरसा के 176, किशनगंज के 168, शेखपुरा के 153, सीतामढ़ी के 142, लखीसराय एवं अररिया के 127-127, अरवल के 110, शिवहर के 91 तथा जमुई जिले के 79 मामले शामिल हैं।
बिहार में अबतक 2,20,890 नमूनों की जांच की गई है और कोरोना वायरस संक्रमित 7,544 मरीज ठीक हुए हैं।
अनवर

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देश की खबरें | साक्ष्य जुटाने में कानून के नरम रवैये को अवैध तरीके अपनाने की अनुमति नहीं समझा जाए : उच्च न्यायालय

नयी दिल्ली, 30 जून वैवाहिक विवादों में छल से साक्ष्य जुटाने के तरीकों पर अस्वीकृति जताते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि विवाह एक ऐसा संबंध है जिसकी पवित्रता अभी भी समाज में बनी हुई है।
साथ ही अदालत ने कहा कि ऐसे मामले में छल से साक्ष्य जुटाने से लोगों के निजी और पारिवारिक जीवन में तूफान खड़ा हो सकता है।
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अदालत ने अपनी टिप्पणी ने कहा, सिर्फ इसलिए क्योंकि साक्ष्यों को स्वीकार करने में नियम बेहद नरमी बरतता है, इससे यह नहीं समझा जाना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को विवाह जैसे मामले में गैर कानूनी तरीके से साक्ष्य जमा करने की अनुमति मिल गयी है।
न्यायमूर्ति अनूप जे. भम्भानी ने कहा कि कानून को हमेशा भावनाओं से ऊपर रखा जाना चाहिए और किसी भी नरम वैधानिक कानून को अवैध तरीके से साक्ष्य जमा करने का लाइसेंस नहीं मान लिया जाना चाहिए।
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उच्च न्यायालय ने एक याचिका में परिवार अदालत के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें निचली अदालत ने उसके पति को सीडी में साक्ष्य लाने और उनके सच्चे होने का प्रमाण फॉरेंसिक प्रयोगशाला में जांच के द्वारा करवाने की अनुमति दी है।
परिवार अदालत के समक्ष चल रही तलाक की सुनवाई के दौरान पति ने साक्ष्य के रूप में एक ऑडियो-वीडियो सीडी अदालत को सौंपी थी जिसमें कथित रूप से पत्नी अपनी सहेली से पति और उसके परिवार के बारे में बेहद खराब तरीके बात कर रही है और इसे पति के खिलाफ क्रूरता माना गया।
इस पर पत्नी ने विरोध करते हुए कहा कि यह पूरी बातचीत उसके निजता के अधिकार का हनन करते हुए रिकॉर्ड की गई है, ऐसे में इसे साक्ष्य के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उच्च न्यायालय ने अपने 46 पृष्ठों के आदेश में परिवार अदालत के आदेश को बरकरार रखते हुए कहा कि इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है।

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