जरुरी जानकारी | पाकिस्तान की 15 अरब डॉलर का नया कर्ज लेने की योजना

इस्लामाबाद, 31 मई पाकिस्तान सरकार अपने विदेशी ऋण के भुगतान और विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करने के लिये 15 अरब डॉलर का नया ऋण लेने की योजना बना रही है। यह किसी एक साल में पाकिस्तान के द्वारा लिया जाने वाले सबसे ज्यादा कर्ज होगा। स्थानीय मीडिया की खबरों में रविवार को यह कहा गया।
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार पत्र ‘दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ को बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में करीब 15 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज में से करीब 10 अरब डॉलर का इस्तेमाल पुराने परिपक्व हो रहे कर्ज के भुगतान में किया जायेगा। यह राशि ब्याज भुगतान के अतिरिक्त है।
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खबर में कहा गया है कि शेष राशि देश के बाहरी सार्वजनिक ऋण का हिस्सा बन जायेगी, जो कि इस साल मार्च अंत तक बढ़कर 86.4 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है।
पाकिस्तान द्वारा 15 अरब डॉलर का कर्ज किसी एक साल में लेना उसके समक्ष खड़ी चुनौतियों और गहराते कर्ज संकट को दर्शाता है। पाकिस्तान में बिना कर्ज के विदेशी मुद्रा प्रवाह नहीं हो पा रहा है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास जो 12 अरब डॉलर का सकल विदेशी मुद्रा भंडार है, वह ज्यादातर कर्ज से मिली राशि ही है।
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सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्रालय को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कर्जदाताओं, वाणिज्यिक बैंक, यूरोबांड जारीकर्ताओं और आईएमएफ से कुल मिलाकर 15 अरब डॉलर मिलने का अनुमान है।
पाकिस्तान की विदेशी कर्ज पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। जुलाई 2018 से लेकर जून 2021 के दौरान वह 40 अरब डॉलर का नया कर्ज ले चुका होगा। इसमें से 27 अरब डॉलर का इस्तेमाल वह पुराने कर्ज को चुकाने में करेगा, जबकि शेष 13 अरब डॉलर उसके बाह्य सार्वजनिक ऋण में जुड़ जायेगा।

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विदेश की खबरें | नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 166 नए मामले सामने आए, कुल संख्या 1500 के पार

काठमांडू, 31 मई देश में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 166 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 1,567 हो गई है। इस महामारी से आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
नेपाल सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि 14 जून तक बढ़ा दी है और प्रभावित क्षेत्रों में सेना तैनात करने का निर्णय लिया है।
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नेपाल में शनिवार को कोविड-19 के एक दिन में रिकार्ड 189 नए मामले सामने आए थे।
दो साल की बच्ची समेत दो और रोगियों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई जिससे मृतकों का आंकड़ा आठ पर पहुंच गया। बच्ची अपने परिजनों के साथ भारत से नेपाल पहुंची थी।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 35 वर्षीय जिस दूसरे मरीज की संक्रमण से मौत हुई है वह दलेख जिले में पृथक-वास में था।
नेपाल में अभी 1340 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। देश में 69,582 पालीमर चेन रिएक्शन (पीसीआर) टेस्ट किए गए हैं।
देश में लॉकडाउन को बढ़ाये जाने पर फैसला लेने के लिए शनिवार को कैबिनेट की बैठक हुई।
इस बीच सरकार ने 30 जून तक सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन स्थगित रखने का भी फैसला किया।
अभी चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि दो जून को समाप्त होनी है।
सरकार ने लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों में सेना को तैनात करने का निर्णय लिया है।
सरकार ने विदेश में फंसे नेपाली लोगों को प्राथमिकता के आधार पर स्वदेश लाने का भी निर्णय लिया।

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देश की खबरें | 369 घरेलू उड़ानों से रविवार को 35,055 लोगों ने की यात्रा: पुरी

नयी दिल्ली, 31 मई नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि रविवार शाम पांच बजे तक 369 घरेलू उड़ानों का संचालन किया गया, जिनमें 35,055 लोगों ने यात्रा की।
कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से देश में घरेलू विमान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं और दो महीने तक बंद रहने के बाद सोमवार को इन्हें बहाल किया गया।
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इससे पहले दिन में पुरी ने कहा कि शनिवार को 529 घरेलू उड़ानों का संचालन किया गया, जिनमें 45,646 लोगों ने यात्रा की।
भारतीय विमानन कंपनियों ने शुक्रवार तक 2,340 उड़ानों का संचालन किया। इनमें सोमवार को 428, मंगलवार को 445, बुधवार को 460, बृहस्पतिवार को 494 और शुक्रवार को 513 उड़ानें संचालित की गईं।
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पुरी ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘30 मई 2020 (छठे दिन) को देर रात 11 बजकर 59 मिनट तक 529 विमानों ने प्रस्थान किया, जिनमें 45,646 यात्रियों ने उड़ान भरी। कुल 530 उड़ानों का आगमन हुआ, जिनमें 45,622 लोगों ने यात्रा की।
प्रस्थान करने वाले विमानों को ही दिन की उड़ान के रूप में गिना जाता है।
विमानन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि लॉकडाउन से पहले भारतीय हवाईअड्डे रोजाना करीब 3,000 घरेलू उड़ानें संचालित करते थे।
नागर विमानन निदेशालय के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में भारत में रोजाना करीब चार लाख 12 हजार यात्रियों ने घरेलू उड़ानों से यात्रा की।

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देश की खबरें | बाजारों में बनेंगे नियंत्रण कक्ष और निगरानी समितियां

लखनऊ, 31 मई अनलॉक 1 के तहत राजधानी लखनऊ में बाजारों को सुनियोजित तरीके से खोलकर उनमें नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ-साथ निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और जन संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आज अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि बाजारों को सुनियोजित ढंग से खोला जाए। उन्हें खोलने से पहले वहां पर समुचित सैनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही बाजारों में मार्केट कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए और आवश्यकतानुसार निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे व जन संबोधन प्रणाली की व्यवस्था की जाए।
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उन्होंने कहा कि बाजार स्तर पर निगरानी तंत्र विकसित कर लिया जाए। इसमें जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम के साथ ही स्थानीय बाजार के व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों को भी सम्मिलित किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाजार में कोविड-19 के मद्देनजर निर्धारित नियमों और प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए समुचित व्यवस्था की जाए, विशेषकर मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही सामाजिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
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प्रकाश ने कहा कि अधिकारी कोविड-19 के मद्देनजर निगरानी के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। बाजारों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की फीड को ऑनलाइन कनेक्टिविटी के साथ क्रियाशील बनाएं ताकि मोबाइल फोन पर भी रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही साथ अधिकारी बैठकों के लिए भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें ताकि समय की बचत की जा सके और अधिक से अधिक दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित किया जा सके।

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कोरोना संकट के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बोले-प्रधानमंत्री मोदी के सही फैसलों से कारण भारत में COVID-19 से हुई कम मौतें

लखनऊ, 31 मई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संकट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस दूरदर्शिता, सकारात्मक सोच के साथ सही फैसले लिए उसी का नतीजा रहा कि दुनिया के विकसित देशों की अपेक्षा भारत में संक्रमितों की संख्या व मौत के आंकड़े काफी कम हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों को बधाई दी. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर संगठन का कार्य कैसे हो सकता है, इसका आप सबने बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है.

देश की 130 करोड़ जनता की ताकत का एहसास आज पूरी दुनिया कर रही है। एमएसएमई सेक्टर उत्तर प्रदेश की ताकत थी, मगर आजादी के बाद लगातार इस क्षेत्र की उपेक्षा हुई. प्रधानमंत्री ने दूसरे चरण में इस सेक्टर से जुड़े लोगों, पटरी व्यवसाई, युवा छात्र, कामगारों/श्रमिकों के कल्याण के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिली। प्रधानमंत्री के सही फैसले के कारण भारत में कोरोना से कम मौतें हुई. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार और संगठन के बेहतर समन्वय ने कोरोना की जंग आसान की. एक-एक कार्यकर्ता और सभी जनप्रनिधियों के सहयोग से हम लोग बहुत अच्छे ढंग से इस स्थिति का सामना करने में सफल हुए हैं. यह भी पढ़ें-कोरोना से जंग जारी: पीएसए राघवन बोले-भारत में 30 समूह कोरोना वायरस का टीका बनाने की कोशिश में लगे हैं

योगी ने कहा कि प्रदेश के आगरा में जब कोरोना का पहला केस आया था तो मरीज को इलाज के लिए दिल्ली भेजना पड़ा था. उस समय कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रदेश में एक भी कोविड अस्पताल, लैब व अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं थी. मगर आज लेवल-1, लेवल-2 व लेवल-3 के 1 लाख 1 हजार बेड उपलब्ध हैं. प्रदेश के सभी 75 जनपदों में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध हैं। इसके साथ ही प्रदेश में 31 नई लैब स्थापित की गई हैं। प्रदेश में अब 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि 15 जून तक 15 हजार व जून के अंत तक 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता उत्तर प्रदेश अर्जित कर लेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी सरकार के समय एक बात कही जाती थी कि हम 100 रुपया भेजते हैं, लेकिन नीचे 10 रुपया पहुंचता है। उस समय की सरकारों और राजनेताओं की नीयत कैसी थी, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं। कितने लाचार थे उस समय के प्रधानमंत्री, जो यह कहते थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब जनधन अकाउंट खुलवाने की घोषणा की तो लोगों को लगा होगा कि इसका क्या होगा जब इसमें पैसा ही नहीं आना, लेकिन कोरोना के दौरान इन जनधन अकाउंट की कीमत तब पता चली, जब केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा पैसा पहुंचने लगा। आज प्रत्येक गरीब अपने अकाउंट में आने वाले पैसे का शतप्रतिशत उपयोग कर रहा है.

योगी ने कहा कि इन्सेफेलाइटिस से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में प्रति वर्ष सैकड़ों बच्चों की मौतें होती थी. आज इन्सेफेलाइटिस की बीमारी 60 फीसदी कम हुई है और मौत के आंकड़ों में 90 फीसदी की कमी आई है। यह सब संभव हो पाया प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन के कारण. जिसकी कहानी को दुनिया ने अंगीकार किया और लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत पार्टी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.

देश की खबरें | श्रमिक विशेष ट्रेन में प्रवासी कामगार की मौत, सह यात्रियों ने शव के साथ बंगाल तक यात्रा की

मालदा (पश्चिम बंगाल), 31 मई राजस्थान से पश्चिम बंगाल जा रही एक श्रमिक विशेष ट्रेन में सवार 50 वर्षीय एक प्रवासी कामगार की बीच रास्ते में ही मौत हो गई, जिससे अन्य यात्रियों में दहशत फैल गई। हालांकि, उन्होंने शव के साथ आठ घंटे से अधिक समय तक यात्रा की। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
मालदा जिले में हरिश्चंद्रपुर का रहने वाला बुद्ध परिहार राजस्थान के बीकानेर में एक होटल में काम करता था। उसका करीबी रिश्तेदार सरजू दास भी उसी होटल में काम करता था।
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परिहार के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं। वह करीब 20 साल से राजस्थान में काम करता था।
पुलिस ने बताया कि परिहार और दास का लॉकडाउन के चलते रोजगार छिन गया और इस घटना से पहले मालदा लौटने की उनकी कई कोशिशें नाकाम रही थीं। आखिरकार वे 29 मई (शुक्रवार) को सुबह करीब 11 बजे एक ट्रेन में सवार हुए।
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उन्होंने बताया कि परिहार की ट्रेन में शनिवार रात 10 बजे उत्तर प्रदेश में मुगलसराय के पास मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि उसकी मौत हो जाने पर कंपार्टमेंट में दहशत फैल गई क्योंकि लोगों को संदेह हो रहा था कि उसकी मौत कोविड-19 के चलते हुई है और सह यात्री भी संक्रमित हो सकते हैं।
पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ट्रेन के रविवार सुबह करीब छह बजकर 40 मिनट पर मालदा स्टेशन पहुंचने के बाद रेलवे के डॉक्टरों ने उसकी जांच की और तब शव को रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया गया।
उन्होंने बताया कि दास ने एक लिखित बयान में कहा कि परिहार टीबी की बीमारी से ग्रस्त था और यात्रा के दौरान असहज महसूस करने पर उसने परिहार को दवा भी दी थी लेकिन वह बच नहीं सका।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में यह विषय इंग्लिशबाजार पुलिस थाने को सौंप दिया गया, जिसने घटना की जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिये मालदा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
दास ने कहा, ‘‘हम एक होटल में काम करते थे लेकिन लॉकडाउन शुरू होते ही हमारी नौकरी चली गई। हमारे पास पैसे नहीं बचे थे और कई बार हमने घर लौटने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। आखिरकार, हम 29 मई को एक ट्रेन में सवार हो गये। लेकिन उसकी (परिहार की) रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। ’’
मालदा जिलाधिकारी राजश्री मित्रा ने बाद में कहा कि परिहार को टीबी की बीमारी थी।
उन्होंने कहा कि दास की कोविड-19 की जांच कराई जाएगी।

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जरुरी जानकारी | गूगल नस्लीय समानता के समर्थन में: पिचई

वाशिंगटन, 31 मई गूगल नस्लीय समानता का समर्थन करती है। गूगल उन सभी लोगों के साथ खड़ी है, जो इसके लिये प्रयासरत हैं। दुनिया की इस प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी के भारतीय- अमेरिकी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचई ने रविवार को यह कहा।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने अश्वेत समुदाय और जार्ज फ्लायड की याद में एकजुटता दिखाते हुये अमेरिका में गूगल और यू ट्यूब के होम पेज पर नस्लीय समानता के लिये अपने समर्थन को साझा करने का फैसला किया है।
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पिचई की तरफ से ये टिप्पणियां ऐसे समय की गई हैं, जब अमेरिका में एक निहत्थे अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लायड को एक श्वेत पुलिसकर्मी द्वारा मारे जाने के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। फ्लायड सांस लेने के छटपटाता रहा लेकिन श्वेत पुलिस अधिकारी ने उसके घुटनों को नाक पर जोर से दबा दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
पिचई ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘आज हमने अमेरिका के गूगल और यू ट्यूब होमपेज पर अश्वेत समुदाय और जार्ज फ्लायड, ब्रेओना टेलॉर, अहमॉद अरबेरी तथा अन्य जिनकी आवाज नहीं सुनी जाती है उनके साथ एकजुटता दिखाते हुये नस्लीय समानता के लिये समर्थन को साझा किया है।’’
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पिचई ने कहा, ‘‘जो अवसाद में हैं, गुस्से, दुख और डर के साये में हैं, हम उनसे कहना चाहते हैं कि वे अकेले नहीं हैं।’’

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विदेश की खबरें | स्पेसएक्स के अंतरिक्षयान ड्रैगन ने दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्व अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचाया

अंतरिक्ष यान ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी।
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों बॉब बेनकेन(49) और डॉ हर्ले (53) के अंतरिक्ष की प्रयोगशाला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने की पुष्टि की।
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कंपनी ने ट्वीट किया,‘‘डॉकिंग की पुष्टि, ड्रैगन के सदस्य अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे ।’’
नासा ने ट्वीट किया,‘‘डॉकिंग की पुष्टि अंतरिक्ष यात्री बेनकेन और अंतरिक्ष यात्री डॉ अंतरिक्ष स्टेशन पर सुबह 10:16 बजे पहुंचे।’’
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स्पेसएक्स के रॉकेट फैल्कन 9 ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के 19 घंटे बाद अंतरिक्षयान निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचा। यह 20वर्ष में पहली बार है जब कोई निजी अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष यात्रियों को ले कर अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा है।
रविवार दोपहर को हुए लॉच को देखने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ,प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे।
ट्रंप ने मस्क, नासा और अंतरिक्ष यात्रियों को बधाई दी और इस दिन को देश के लिए बेहतरीन दिन करार दिया।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने मस्क से बात की है। वहीं मस्क ने कहा कि यह उनके लिए और स्पेसएक्स के सभी लोगों के लिए किसी सपने के साकार होने जैसा है।

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देश की खबरें | उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने एससीबीए सचिव के निलंबन को ‘अवैध’ बताया

नयी दिल्ली, 31 मई उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीबी सावंत ने कार्यकारी समिति द्वारा वकील अशोक अरोड़ा को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के सचिव के पद से निलंबित किए जाने को “अवैध” और “नैतिक रूप से अत्याचार” करार दिया है। बार के निलंबित अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
एससीबीए अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे तथा अरोड़ा के बीच विवाद चल रहा है। अरोड़ा को आठ मई को बार निकाय के सचिव पद से निलंबित कर दिया गया था।
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निलंबन के दो दिन बाद घटनाक्रम में नया मोड़ आया जब शीर्ष बार निकाय बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अरोड़ा के ज्ञापन पर गौर किया और एससीबीए सचिव के पद से उनके निलंबन को “अवैध, अलोकतांत्रिक और निरंकुश” करार देते हुए उसपर रोक लगा दी।
अरोड़ा ने 95 वर्षीय पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति सावंत को एससीबीए और उनके निलंबन के बारे में लिखा था। अरोड़ा ने पूर्व न्यायाधीश द्वारा उन्हें भेजा गया ई-मेल रविवार को साझा किया।
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अरोड़ा को भेजे अपने ई-मेल में न्यायमूर्ति सावंत ने कहा कि कार्यकारी समिति की कार्रवाई न केवल अवैध है, बल्कि अपरिपक्व और नैतिक रूप से अत्याचार भी है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सही सलाह दी है और आपको (अरोड़ा को) इसका पालन करना चाहिए।
अरोड़ा ने बंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति कोलसे पाटिल की प्रतिक्रिया को भी मीडिया के साथ साझा किया, जिसमें उन्होंने निलंबन का विरोध किया है।

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देश की खबरें | महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पूर्वोत्तर राज्यों में अंतराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध जारी

नयी दिल्ली, 31 मई केन्द्र द्वारा लोगों के बीच अंतरराज्यीय आवाजाही पर लगी पाबंदियों को हटाये जाने की अनुमति दिये जाने के बाद महाराष्ट्र तथा तमिलनाडु जैसे राज्यों और पूर्वोत्तर में शामिल कुछ राज्यों ने लॉकडाउन के चौथे चरण की समाप्ति के बाद अंतरराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध जारी रखने का रविवार को फैसला किया।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या सबसे अधिक है।
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राजस्थान और तेलंगाना जैसे राज्यों ने घोषणा की कि वे ‘अनलॉक-1’ के तहत ढील दिये जाने के रूप में अंतरराज्यीय आवाजाही की अनुमति देंगे।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण लगभग दो महीने से इस तरह का यात्रा प्रतिबंध लगा हुआ है।
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कर्नाटक सरकार ने निरूद्ध क्षेत्र को छोड़कर लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से छूट देने का रास्ता साफ करते हुए रविवार को लोगों और सामान की राज्य के अंदर और अंतरराज्यीय आवाजाही पर लगी रोक हटा दी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि अंतरराज्यीय यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन दिल्ली से सटे लोगों की आवाजाही पर फैसला गाजियाबाद और नोएडा के जिला प्रशासनों पर छोड़ दिया। हालांकि, राज्य ने अपनी अंतरराज्यीय बस सेवा को फिर से शुरू नहीं किया है।
ओडिशा सरकार ने कहा कि अंतरराज्यीय बस सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए मार्ग प्रशस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
परिवहन मंत्री पद्मनाभ बेहरा ने यहां ‘पीटीआई-’ से कहा कि उन सभी राज्यों को पत्र भेजे गए हैं जिनका ओडिशा के साथ बस संपर्क है और उनसे अंतरराज्यीय सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए उनकी प्रतिक्रिया जानी गई है।

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