कोरोनावायरस के कारण मक्का- मदीना में खाड़ी नागरिकों के प्रवेश पर रोक

रियाद: सऊदी अरब ने घातक कोरोनावायरस के खिलाफ एहतियाती कदम उठाते हुए मक्का और मदीना के पवित्र स्थलों में खाड़ी देशों के नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी रूप से रोक लगाने की घोषणा की है.समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सऊदी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अस्थायी प्रतिबंध के अंतर्गत खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के नागरिक नहीं आते हैं जो लगातार 14 दिनों से किंगडम में हैं और उनमें कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं और उमरा करने या पैगंबर की मस्जिद का दौरा करने की इच्छा रखते हैं.

ऐसे जीसीसी नागरिक परमिट पाने के लिए हज मंत्रालय और उमरा की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. सऊदी अरब की सरकार ने पुष्टि की है कि वह वायरस के प्रसार और उसके नतीजों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं.इसने कहा कि एहतियाती कदमों की समीक्षा की जा रही है और अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे. यह भी पढ़े: कोरोनावायरस का कहर इटली में भी, 12 शहर पूरी तरह बंद, 2 लोगों की मौत

सऊदी अरब ने गुरुवार को मदीना में पैगंबर की मस्जिद की यात्रा और कन्फर्म कोरोनोवायरस प्रकोप वाले देशों के नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा निलंबित किए जाने की घोषणा की. मध्य पूर्व में कोरोनावायरस के 220 से अधिक मामलों का पता चलने के बाद ये कदम उठाए गए हैं.

आंध्र प्रदेश: मुकेश अंबानी ने सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी से की मुलाकात, औद्योगिक विकास और निवेश पर चर्चा

अमरावती: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने शनिवार को यहां आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी  (YS Jagan Mohan Reddy) से उनके आवास पर मुलाकात की। बैठक में राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश पर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से देर रात जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने अंबानी के साथ राज्य सरकार की शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं में रिलायंस की भागीदारी पर चर्चा की.

मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने ‘नाडू- नेडा’ (तब और अब) कार्यक्रम स्कूलों और अस्पतालों में ढांचागत सुधार के लिए शुरू किया है. यह भी पढ़े: डोनाल्ड ट्रंप बोले मुकेश अंबानी से, आपने 4जी और ऊर्जा पर बहुत अच्छा काम किया- ‘शुक्रिया’

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख के साथ उनके पुत्र अनंत और राज्य सभा सदस्य परिमल नाथवानी भी थे। सूत्रों के अनुसार यह बैठक मुख्यमंत्री आवास पर बंद कमरे में हुई. सीएमओ की विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘मुख्यमंत्री और अंबानी के बीच दो घंटे से अधिक बातचीत हुई।’’

Leap Year 2020: ‘लीप डे’ के अलावा इन बातों के लिए भी खास है ये 29 फरवरी

नई दिल्ली: इतिहास में 29 फरवरी के दिन की बात करें तो पहले इस दिन के इतिहास के बारे में जान लेना जरूरी है. साल में 365 दिन होते हैं और हर गुजरते दिन के साथ साल का एक एक दिन कम होता जाता है, लेकिन 29 फरवरी साल का एक ऐसा दिन है जो 4 साल में एक बार ही आ पाता है. दरअसल इसकी भी एक वजह है। पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर लगाने में 365.25 दिन लगते हैं. अब एक चौथाई दिन यानी छह घंटे का दिन तो हो नहीं सकता इसलिए चार साल के छह छह घंटों को जोड़कर 24 घंटे का एक दिन फरवरी के महीने में जोड़ दिया जाता है. जिस साल में फरवरी 29 दिन की होती है उसे लीप वर्ष कहा जाता है और 29 फरवरी को लीप दिवस कहा जाता है.

29 फरवरी का खगोलीय इतिहास दिलचस्प है, लेकिन इस दिन जन्म लेने वालों को हर साल जन्मदिन न मना पाने का मलाल सालता रहता है. उनकी उम्र तो हर साल बढ़ती जाती है, लेकिन जन्मदिन तो वह हर चार साल में एक ही बार मना पाते हें. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई अकेले भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिनका जन्म लीप दिवस में हुआ था. उनके अलावा कोई राजनीतिज्ञ लीप वर्ष में पैदा नहीं हुआ. यह भी पढ़ें:- Leap Year 2020: जानें पूर्व पीएम मोरारजी देसाई के अलावा और किन देशी-विदेशी हस्तियों ने लीप ईयर में जन्म लिया.

क्या है लीप ईयर का इतिहास?

माना जाता है कि ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत से ही लोग लीप ईयर मनाते आ रहे हैं. सबसे खास बात तो यह है कि प्रभु यीशु के जन्म वर्ष से ही ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया गया है. कहा जाता है कि तभी से लीप ईयर मनाने का सिलसिला शुरु हुआ है. लीप ईयर मनाने के पीछे भी बेहद खास वजह है. (भाषा इनपुट)

मध्यप्रदेश के श्योपुर में महिला ने एक, दो, नहीं बल्कि 6 बच्चों को दिया जन्म, डॉक्टर भी हुए हैरान

अक्सर कई बार ऐसी बाते सामने आती हैं कि महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. लेकिन आपने कभी सुना है कि किसी महिला ने एक साथ 6 बच्चों को जन्म दिया हो. बात कुछ अजीब तो लग रही होगी. लेकिन यह सच है. एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh) से सामने आया है. जहां पर एक महिला ने 6 बच्चों को जन्म दिया. दरअसल श्योपुर जिले (Sheopur District) के जिला अस्पताल में मूर्ति माली (Murti Mali ) नामक एक गर्भवती महिला को उसके पति ने पेट में दर्द के बाद अस्पताल भर्ती कराया. जिसके बाद डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को सोनोग्राफी (Sonography ) कराने के लिए कहा. जिसके बाद पता चला की मूर्ति के पेट में 4 बच्चें हैं.

इसी दौरान मूर्ति दर्द से कराह रही थी, जिसके बाद डॉक्टर ने प्रसूति कराने का निर्णय लिया. डिलीवरी के दौरान मूर्ति माली नाम महिला ने एक के बाद एक कर के 6 बच्चों को जन्म दिया. जिसमें दो लड़की और चार लड़के थे. लेकिन जन्म के बाद पता चला की शिशुओं का वजन सामान्य से बेहद कम था. इसी दौरान 2 बच्चों ने दमतोड़ दिया. अन्य चार को बचाने के लिए डॉक्टर ने एसएनसीयू में रखा गया है. यह भी पढ़ें:- कोलकाता: महिला ने दिया बच्चे को जन्म, तीन पुरुषों ने पिता होने का किया दावा, ऐसे सुलझा मामला.

वहीं अस्पताल में 6 बच्चों को जन्म देने वाली महिला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. अस्पताल के डॉक्टरों ने हैरानी जाहिर की. फिलहाल डॉक्टर 4 जीवित बच्चों को सुरक्षित बचाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है. इससे पहले साल 2016 में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिला अस्पताल में एक 25 वर्षीय एक महिला ने पांच बच्चियों को जन्म दिया था.

जम्मू-कश्मीर: गवर्नर के सलाहकार फारूक खान ने कहा- बंदूक के धमकी की डर से कश्मीर छोड़ने वाले लोग सम्मान के साथ वापस आएं

गांधीनगर: गुजरात में इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव (India Ideas Conclave) चल रहा है. जहां राजनीतिक और दूसरे अन्य क्षेत्र से जुड़े लोग अपनी बात रख रहे हैं. शनिवार को जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान (Farooq Khan)  लोगों के सामने अपनी बात रख रहे थे. जहां पर उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य है कि हमारे सभी कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों जिन्हें बंदूक की धमकी से कश्मीर छोड़ना पड़ा. अब वे चाहते हैं कि वे पूरे सम्मान के साथ और बिना किसी भी भय के कश्मीर वापस लौंट आएं.

फारूक खान से पहले लद्दाख से बीजेपी सांसद जाम्यांग शेरिंग नामग्याल कश्मीर के मुद्दे को लेकर ही अपनी बात लोगों के सामने रखी थी. जिसमें उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने और लद्दाख के नए केंद्र शासित राज्य बनने के बाद 6 हजार करोड़ रुपये से इसका विकास करने की बात चल रही है. ऐसे में अब, हमारे सामने यह दिखाना चुनौती है कि लद्दाख के लोग कितने ईमानदार हैं. यह भी पढ़े: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हौसले पस्त, आतंकी वारदातो में आई 60 फीसदी की कमी- सेना सतर्क

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने से पहले कश्मीर में रहने वाले लोगों में खासकर कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों जिन्हें बंदूक की धमकी से कश्मीर छोड़ना पड़ा था. जिन्हें सम्मान के साथ अब वापस आने की बात कही जा रही है. ज्ञात हो कि पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म कर  दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बना.

 

बिहार: उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का बेतूका बयान, कहा- ज्यादा आय के लिए देश-प्रदेश से बाहर जाना पलायन नहीं

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को कहा कि दो जून की रोटी के लिए नहीं, लेकिन ज्यादा पैसे कमाने या ज्यादा आय के लिए किसी का भी प्रदेश और देश से बाहर जाना पलायन नहीं है और न ही इसमें कोई बुराई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एनआरआई मंच की ओर से पटना में आयोजित प्रथम ‘अप्रवासी बिहारी सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा, “दो जून की रोटी के लिए नहीं, मगर ज्यादा पैसे कमाने के लिए प्रदेश और देश से बाहर जाना पलायन नहीं और न ही इसमें कोई बुराई है.

उन्होंने कहा, “2018-19 में बिहार से 3 लाख पासपोर्ट निर्गत हुए। इसमें सर्वाधिक सीवान से 41,700 (13 प्रतिशत), गोपालगंज से 34,200 (11 प्रतिशत) और औरंगाबाद से 25,400 (8 प्रतिशत) थे. मोदी ने कहा, “बड़ी संख्या में पंजाब, गुजरात सहित विकसित राज्यों से भी लोग बेहतर कमाई के लिए इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा व अन्य देशों में जाते हैं. आरबीआई सर्वे के हवाले से मोदी ने बताया, “वर्ष 2018 में अप्रवासी भारतीयों द्वारा 78.6 अरब डॉलर देश में विदेशों से आया। 2016-17 में केरल की अर्थव्यवस्था में 19 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 17 और बिहार में 1.3 प्रतिशत राशि अप्रवासियों ने भेजी थी. यह भी पढ़े: बिहार उपचुनाव: नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी एक साथ कर रहे हैं चुनाव प्रचार

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण बाबू के 1961 में निधन के बाद 40 वर्षो तक बिहार का विकास बाधित रहा.राजद के 15 वर्षो के कार्यकाल में बिहार की औसत विकास दर 5 प्रतिशत के करीब थी। वहीं राजग सरकार के 15 वर्षो में यह 10 प्रतिशत से ज्यादा है। विगत 3 वर्षों में विकास दर में बिहार का स्थान देश के प्रथम तीन राज्यों में है. उन्होंने कहा, “आज पहचान छुपाने में नहीं, बल्कि बिहारी कहने में (हमें) गर्व महसूस होता है.

देश-दुनिया से आए अप्रवासी लोगों से बिहारी राज्य के विकास में अपना योगदान देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अपने-अपने गांव में अपने पुरखों के नाम पर स्कूल, अस्पताल के लिए जमीन दान दें। बिहार सरकार द्वारा गठित ‘बिहार फाउंडेशन’ दुनिया के अधिकांश देशों में कार्यरत है, उससे जुड़ें व वेबसाइट पर ऑनलाइन निबंधन कराएं.

देवप्रयाग: गंगा पूजन के दौरान मुख्‍य न्‍यायाधीश रमेश रंगनाथन का पैर फिसला, बाल-बाल बचे- देखें VIDEO

उत्तराखंड ( Uttarakhand) हाईकोर्ट ( High Court) के मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन (Justice Ramesh Ranganathan) उस वक्त बाल-बाल बच गए, जब गंगा पूजन के दौरान उनका पैर देवप्रयाग (Sangam in Devprayag) में फिसल गया. लेकिन इस दौरान उनके साथ खड़े सीओ नरेंद्रनगर प्रमोद शाह की तत्‍परता से न्यायाधीश रमेश रंगनाथन को बचा लिया. इसी के साथ एक अनहोनी घटना टल गई. दरअसल मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन अपनी पत्नी के साथ शनिवार को देवप्रयाग तीर्थ दर्शन को पहुंचे थे. इस दौरान न्यायाधीश रमेश रंगनाथन ने संगम स्थल पर गंगा पूजन व दर्शन की इच्छा जताई. अपनी पत्नी के साथ जब रमेश रंगनाथन वहां पहुंचे तो पूजा के लिए जैसे ही वह गंगा नदी की ओर बढ़े तो उनका पांव फिसल गया.

बता दें कि इसके बाद मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन ने पूजा किया और फिर घर के लिए निकल गए. साठ वर्षीय न्यायमूर्ति रंगनाथन उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले हैदराबाद उच्च न्यायालय में वरिष्ठतम न्यायाधीश थे. ज्ञात हो कि अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम पर देवप्रयाग स्थित है. इसी संगम स्थल के बाद इस नदी को गंगा के नाम से जाना जाता है. देवप्रयाग में शिव मंदिर और रघुनाथ मंदिर हैं. यह भी पढ़ें:- पीएम नरेंद्र मोदी कानपुर के गंगा घाट पर फिसलकर गिरे, वीडियो वायरल.

हादसे का वीडियो:-

गौरतलब हो कि देवप्रयाग को दक्षिण भारत में कंडवेंनुकडीनगरम के नाम से जाता है, जबकि नीलमपेरूमल पुण्डरीक वल्ली के रूप में जबकि भगवान रघुनाथ की पूजा कीया जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि गढ़वाल क्षेत्र में भागीरथी नदी को सास और अलकनंदा नदी को बहू कहा जाता है. हर साल यहां लाखों की संख्या में भक्त आते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं.

राजस्थान: सीएम अशोक गहलोत ने कहा- पार्टी बदलते ही विधायकी खत्म हो जानी चाहिए: 29 फरवरी 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को चित्रकूट के भरतकूप में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे. 14849.09 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा. इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. बुंदेलखंड को दिल्ली से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस को बनाने की अनुमानित लागत 14849.09 करोड़ बताई जा रही है. 296.070 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे फिलहाल चार लेन का बनेगा. भविष्य में इसे 6 लेन तक विस्तारित किए जाने की भी योजना है.

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को एक बजे दोपहर प्रयागराज से सेना के हेलीकॉप्टर से यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ भरतकूप क्षेत्र के गोंडा गांव के हेलीपैड पर उतरेंगे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण स्थल पर पूजा-अर्चना कर शिलान्यास करेंगे.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि चित्रकूट में कल के कार्यक्रम में हम ‘पीएम किसान योजना’ की पहली वर्षगांठ मनायेंगे जिसने पिछले एक वर्ष में करोड़ों किसानों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया. प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री 29 फरवरी को पीएम-किसान योजना के तहत सभी लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के वितरण का अभियान लॉन्च करेंगे.

पीएम मोदी यहां एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वह राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ दोपहर 2:30 बजे प्रयागराज के लिए उड़ान भरेंगे. प्रयागराज से पीएम मोदी विमान द्वारा दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

न्यूड होने के फायदे, जानें कैसे यह आपकी सेक्स लाइफ को बना सकता है बेहतर

भारतीय समाज में नग्नता या नग्न होकर सोने पर लोग खुलकर बात नहीं कर पाते हैं. जब भी बात निर्वस्त्र होकर सोने की आती है तो ऐसा करने में अधिकांश लोगों को बहुत शर्म आती है. हालांकि नग्न होकर सोने में शर्माने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं जैसे- निर्वस्त्र होने में शर्म आना या फिर घर में माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का होना. जी हां, जॉइंट फैमिली में न्यूड होकर सोना लगभग नामुमकिन सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना कपड़ों के सोना सेहत ही नहीं, बल्कि आपकी सेक्स लाइफ के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है. बेशक नग्न होकर सोने से सेहत पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं, इसके साथ ही यह आपकी सेक्स लाइफ को भी बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है. चलिए जानते हैं न्यूड होना कैसे आपकी सेक्स लाइफ में सुधार ला सकता है.

पार्टनर से मजबूत होता है रिश्ता

अगर आप अपने पार्टनर के साथ न्यूड होकर सोते हैं तो एक-दूसरे की त्वचा का आपस में संपर्क होता है और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन अधिक मात्रा में निकलता है. यह हार्मोन आपसी रिश्तों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है. एक सर्वे के अनुसार, जो लोग अपने पार्टनर के साथ निर्वस्त्र यानी नग्न होकर सोते हैं वो दूसरों की तुलना में एक-दूसरे के साथ ज्यादा खुश होते हैं. यह भी पढ़ें: सेक्स के दौरान अच्छा परफॉर्म करने के लिए नहीं पड़ेगी दवा की जरूरत, बेड पर जाने के बाद करें ये काम

बॉडी इमेज होती है पहले से अच्छी

आकर्षक और परफेक्ट फिगर की चाह हर किसी को होती है. मॉडल्स और एक्टर्स की परफेक्ट बॉडी देखकर हमें लगता है कि काश हमारी बॉडी भी वैसी होती. अगर आप न्यूड होकर सोते हैं तो इससे धीरे-धीरे आपको अपनी शारीरिक कमियों के बारे में आसानी से पता चल पाएगा. इससे आप खुद के शरीर को परफेक्ट बनाने के लिए उसमें जरूरी बदलाव भी ला सकेंगे और जब आपकी बॉडी आकर्षक लगने लगेगी तो इसका सकारात्मक असर अपने आप आपकी सेक्स लाइफ पर भी नजर आने लगेगा.

स्पर्म की क्वालिटी होती है बेहतर

एक अध्ययन के अनुसार, रात में सोते समय टाइट बॉक्सर या अंडरवियर पहनने की वजह से पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी प्रभावित हो सकती है, जबकि रात में न्यूड होकर सोने से स्पर्म क्वालिटी बेहतर होती है. इस अध्ययन में पाया गया कि जो लोग न्यूड होकर सोते हैं उनके स्पर्म में बॉक्सर पहनकर सोने वालों की तुलना में डीएनए फ्रेगमेंटेशन का खतरा 25 फीसदी कम होता है, इसलिए अगर आप भी अपनी स्पर्म क्वालिटी बढ़ाना चाहते हैं तो नग्न होकर सोना शुरू कर दीजिए.

ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाए

न्यूड होकर सोने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और रात में पार्टनर की बाहों में अच्छी नींद आती है. इसके साथ ही अगर आप नग्न होकर सोते हैं तो इससे आपके शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन की राह में कोई बाधा नहीं आती है. शरीर में बेहतर ब्लड सर्कुलेशन न सिर्फ आपकी सेहत को दुरुस्त कर सकता है, बल्कि इससे आपकी सेक्स लाइफ भी पहले से बेहतर हो सकती है.

प्राइवेट पार्ट को इंफेक्शन से बचाए

अगर महिलाएं रात में टाइट पैंटी पहनकर सोती हैं तो इससे उनके प्राइवेट पार्ट का पीएच लेवल असंतुलित हो सकता है और इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है. टाइट पैंटी पहनकर सोने से वैजाइनल यीस्ट इंफेक्शन, कैल्बिकंस नामक फंगस की वजह से होता है. ये फंगस नमी और गर्म जगहों पर पनपते हैं. अगर आप न्यूड होकर सोती हैं तो इससे आपके प्राइवेट पार्ट सूखे रहते हैं, पीएच लेवल संतुलित रहता है और इंफेक्शन का खतरा कम होता है. अच्छी सेक्स लाइफ के लिए प्राइवेट पार्ट का हेल्दी होने बेहद आवश्यक है. यह भी पढ़ें: सेक्स सेहतमंद जीवन के लिए है बेहद जरूरी, इससे दूरी बनाने से शरीर पर होते हैं ये दुष्प्रभाव

गौरतलब है कि पार्टनर के सामने नग्न होना आपकी सेक्स लाइफ को मसालेदार बना सकता है. इसके अलावा इससे तनाव कम होता है, मूड अच्छा रहता है और रात में सुकून भरी नींद आती है. अगर आप भी अपनी सेहत के साथ-साथ सेक्स लाइफ को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो रात में पार्टनर के साथ न्यूड होकर सोने की आदत डाल लीजिए.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

यूपी बोर्ड: चपरासी के घर में लिखी जा रही थी हाईस्कूल विज्ञान की कांपियां, 10 गिरफ्तार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में शनिवार को भटनी थाना क्षेत्र के अंर्तगत एक विद्यालय में विज्ञान विषय की कापियां चपरासी के घर लिखे जाने की सूचना पाकर जिलाधिकारी और एसपी ने छापेमारी की. इस दौरान बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं लिख रहे 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने बताया कि भटनी के घांटी बाजार स्थित एक स्कूल में डीएम और एसपी के निरीक्षण में हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा में कापी पर बिना मुहर लगे ही परीक्षार्थी परीक्षा देते मिले.

बाद में अधिकारियों ने इसी स्कूल के चपरासी के घर कापी लिखते पकड़ा. उन्होंने बताया कि मौके से छह कपियां लिखी पकड़ीं गईं तथा भारी मात्रा में नकल सामग्री बरामद हुई. अधिकारियों ने कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है. इसमें 4 महिला 6 पुरुष पकड़े गए हैं. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साधा निशाना, कहा- पूर्व सरकारों में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी थीं परीक्षाएं

इस संबंध में देवरिया के जिलाधिकारी अमित किशोर ने बताया कि एक चपरासी के घर में बोर्ड परीक्षा की कापियों के लिखने की जानकारी मिली. उसके बाद पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. बड़े पैमाने पर नकल कराने के प्रमाण मिले हैं. आरोपितों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की गई है.