Bigg Boss 13 Day 31 Highlights: रश्मि देसाई ने पलटा गेम, आरती सिंह को किया वादा भी तोड़ा

Bigg Boss 13 Day 31 Highlights: बिग बॉस के घर से सिद्धार्थ डे बाहर हो चुके हैं. अब ‘बीबी होम डिलीवरी टास्क’ के दौरान घरवालों की एक दूसरे के प्रति वफादारी में देखने को मिलेगी. बिग बॉस के आज के एपिसोड में वाइल्ड कार्ड एंट्रेंट में तहसीन पूनावाला (Tehseen Poonawalla), खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) और शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala) सीक्रेट रूम के जरिए घरवालों के गेम पर नजर रखेंगे. ये भी पढ़ें: Bigg Boss 13 Ep 22 Sneek Peak | 30 Oct 2019: Shefali Zariwala ने Ticket To Finale टास्क किया जज

माहिरा शर्मा हैं पहली डिलीवरी गर्ल 

शो में आज ‘बीबी डिलीवरी टास्क’ की शुरुआत हो जाती है और यहां माहिरा शर्मा पहली डिलीवरी गर्ल हैं जो पारस छाबड़ा को उनका आर्डर डिलीवर करती हैं. इधर रश्मि देसाई (Rashami Desai) के गेम से तहसीन पूनावाला खुश दिखाई पड़ते हैं क्योंकि वो लगातार अपनी स्ट्रेटेजी बदलती रहती हैं. शेफाली बग्गा, आरती सिंह और शहनाज गिल भी हाथ मिला लेती हैं और खुद के लिए खेलने का फैसला करती हैं.

रश्मि देसाई ने पलटा गेम

रश्मि देसाई अपने शब्दों के विपरीत फैसला करती हैं कि वो अगले राउंड तक जाएंगी और यहां झगड़ा शुरू होता है. शहनाज बहस करती हैं जिसके बाद वो साइकिल और डिलीवरी बैग ले लेती हैं. रश्मि खाना डिलीवर करने निकल पड़ती हैं और पारस से उनकी बहस होती हैं.

तहसीन को इनसेक्युर लगे पारस 

बिग बॉस तहसीन का स्वागत करते हैं और उन्हें उनके ऑब्जरवेशन के बारे में पूछते हैं/ तहसीन कहते हैं कि पारस इनसेक्युर हैं, रश्मि बड़ी ही चालाकी से खेल रही हैं और आरती भावुक हो जाती हैं.

आरती सिंह बनी पहली डिलीवरी गर्ल 

आरती सिंह असीम रियाज का आर्डर डिलीवर करती हैं जिससे उन्हें एक पॉइंट मिलता है.

पारस ने रश्मि से गेम बदलने की गुजारिश की

पारस रश्मि से अनुरोध करते हैं जिसके बाद वो शेफाली की जगह देवोलीना कोदेवोलीना को गर्ल बनाती हैं.  रश्मि के फैसले से घरवाले चिढ जाते हैं खासकर आरती सिंह जो रश्मि से कहती हैं कि उन्होंने उनके साथ विश्वासघात किया है.

ISIS ने खूंखार आतंकी अबू बकर अल-बगदादी की मौत पुष्टि की, अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को बनाया नया सरगना

इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकवादी संगठन ने अपने सरगना अबू बकर अल-बगदादी (Abu Bakr al-Baghdadi) के मारे जाने की पुष्टि की है. इसके साथ ही इस्लामिक स्टेट ने बगदादी की जगह नया सरगना अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी (Abu Ibrahim al Hashimi al-Qurayshi) को बनाया है. इस्लामिक स्टेट के बयान से यह जानकारी मिली है. इससे पहले पेंटागन (Pentagon) ने बगदादी पर उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अमेरिकी बलों के हमलों से जुड़े छोटे वीडियो जारी किए थे.

बगदादी (48) ने रविवार को तुर्की की सीमा से चार मील दूर उत्तरी सीरिया के इदलिब प्रांत में अमेरिका के विशेष अभियान बलों के हमले के दौरान खुद को आत्मघाती बम से उड़ा लिया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने रविवार को इसकी घोषणा की थी. यह भी पढ़ें- खूंखार आतंकी अबू बकर अल-बगदादी की मौत का VIDEO आया सामने, अमेरिकी सेना ने इस तरह किया था ऑपरेशन.

उधर, अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा है कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट अब भी खतरनाक बना हुआ है और अमेरिकी हमले में अपने नेता अबु बकर अल बगदादी की मौत का बदला लेने के लिए वह हमला कर सकता है. अमेरिका की केंद्रीय कमान के कमांडर जनरल केनैथ मैकेंजी ने कहा कि हो सकता है कि आतंकवादी संगठन का नेतृत्व बंटा हुआ हो, और हो सकता है कि इसे ठीक होने में कुछ वक्त लगे लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि यह खतरा नहीं है.

मेकैंजी ने कहा, ‘आईएसआईएस एक विचारधारा है तो इसलिए हम किसी भ्रम में नहीं है कि यह इतने भर से समाप्त हो जाएगी कि हमने बगदादी को खत्म कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘वह खतरनाक रहेंगे. हमें संदेह है कि वह बदला लेने के लिए किसी प्रकार का हमला करेंगे, हम इसके लिए तैयार है. लेकिन हमें यह बात जाननी होगी कि चूंकि यह एक विचारधारा है तो आप इसे पूरी तरह से कभी समाप्त नहीं कर पाएंगे.’

भाषा इनपुट

WhatsApp जासूसी विवाद: राहुल गांधी ने राफेल का जिक्र कर मोदी सरकार पर कसा तंज

कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इजरायली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ (Pegasus) के जरिए भारतीय पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की वॉट्सऐप (WhatsApp) पर जासूसी के मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सरकार पर तंज कसा है. राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, ‘सरकार ने वॉट्सऐप से पूछा है कि भारतीय नागरिकों (Indian Citizens) की जासूसी के लिए पेगासस को किसने खरीदा है, यह वैसे ही है जैसे मोदी दसॉल्ट (Dassault) से पूछे कि राफेल जेट्स (Rafale Jets) की भारत को बिक्री से किसने पैसे बनाए!’

दरअसल, जासूसी के इस मामले के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने वॉट्सऐप से इस मामले में 4 नवंबर तक जवाब देने को कहा है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि आईटी मंत्रालय ने इस बारे में वॉट्सऐप को पत्र लिखकर अपना जवाब देने को कहा है. वॉट्सऐप से इन आरोपों पर विस्तृत जवाब देने और बताने को कहा गया है कि इससे भारतीय लोग किस हद तक प्रभावित हुए हैं. यह भी पढ़ें- WhatsApp जासूसी विवाद पर बोली केंद्र सरकार- ‘यह बदनाम करने की कोशिश, मीडिया रिपोर्ट्स गलत’.

इससे पहले वॉट्सऐप जासूसी मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि वह इस मामले पर तत्काल स्वत: संज्ञान ले और सरकार की जवाबदेही तय करे. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी दावा किया कि ‘अपने ही नागरिकों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार करने वाली यह सरकार’ इस देश का नेतृत्व करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है.

रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘मोदी सरकार जासूसी करते पकड़ी गई है. यह चिंताजनक है, लेकिन हैरान करने वाली बात नहीं है.आखिरकार बीजेपी सरकार ने ही हमारे निजता के अधिकार का हनन किया, करोड़ों रुपये का निगरानी ढांचा बनाया.’ उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट  को इस पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और बीजेपी सरकार को नोटिस जारी करना चाहिए.

गौरतलब है कि फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप ने कहा है कि इजरायल स्पाइवेयर ‘पेगासस’ के जरिए कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं. भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं.

Cyclone Maha: क्यार के बाद अब ‘महा’ तूफान का खतरा; केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में अलर्ट जारी- नेवी भी तैयार

नई दिल्ली: मानसून (Monsoon) से पहले ‘वायु’ (Cyclone Vayu) और उसके बाद क्यार चक्रवाती (Cyclone Kyarr) तूफान ने खूब नुकसान पहुंचाया. अब अरब सागर में मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र पर गहरा दबाव बनने से चक्रवाती तूफान ‘महा’ (Cyclone Maha) तबाही के लिए तैयार हुआ है. इसके लक्षद्वीप से गुजरने की संभावना जताई गई है. भारतीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए अलर्ट रहने के लिए कहा है. वहीं इंडियन नेवी भी सभी हालातों से निपटने के लिए मुस्तैद हो गई है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक चक्रवाती तूफान ‘महा’ के मद्देनजर छह जहाजों, एक एयरक्राफ्ट और आपदा प्रबंधन टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है. वहीं केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के आठ यात्री जहाज को भी तत्काल तैनाती के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है.

अधिकारिक बयान में बताया गया है कि लक्षद्वीप और मिनीकॉय (एल और एम) के नौसैनिक प्रभारी तथा कावारत्ती में आईएनएस द्वीपरक्षक जानमाल की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए संघ शासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासक साथ समन्वय स्थापित करते हुए पूरी ऐहतियात बरत रहे हैं. कावारत्ती, अंद्रोथ और मिनीकॉय में नौसैनिक दलों को निर्देश दिया गया है कि वे लक्षद्वीप प्रशासन को हरसंभव आवश्यक सहायता प्रदान करें.


आने वाले समय में ‘महा’ तूफान के गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. इसके प्रभाव के चलते लक्षद्वीप में तेज हवा के साथ भारी बारिश हो सकती है. क्षेत्रीय चक्रवात चेतावनी केन्द्र के निदेशक एस बालाचन्द्रन ने बताया कि महा चक्रवात लक्षद्वीप के ऊपर अरब सागर में केंद्रित है.

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इसके गुरुवार देर रात गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. यह आगे लक्षद्वीप से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और पूर्वी-मध्य अरब सागर में प्रकट होगा. मौसम विभाग ने कहा कि इसके बाद इसके बहुत हद तक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. इसके चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है.

बीजेपी-शिवसेना के तनातनी पर बोले आदित्य ठाकरे, सरकार के गठन पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे करेंगे

मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता को लेकर खींचतान के बीच शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने गुरुवार शाम को कहा कि सरकार गठन में देरी अच्छी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) से वार्ता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की भाजपा से कोई बातचीत नहीं हुई है. हालांकि, उन्होंने कहा कि उनके पिता व सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सरकार के गठन पर अंतिम फैसला लेंगे. आदित्य ठाकरे, राज्यपाल बी. एस. कोश्यारी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्होंने ‘किसानों के मुद्दों पर चर्चा की.’

वहीं आज मातोश्री में शिवसेना विधायकों की एक बैठक हुई. जहां पर एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुनाव गया. बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर तकरार चल रहा है. शिवसेना चाहती है कि 50- 50 फार्मूले के तहत महाराष्ट्र में शिवसेना को ढाई- ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद मिलें. जो बीजेपी को मंजूर नहीं है. बीजेपी शिवसेना को कुछ अहम मंत्रालय पद को देकर ही राजी करना चाहती है.

#MeToo: बॉलीवुड की इस बड़ी सिंगर ने अनु मालिक पर लगाया यौन शोषण का आरोप, ट्विटर पर किए शॉकिंग खुलासे

#MeToo: बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक कंपोजर-सिंगर अनु मालिक (Anu Malik) एक बार फिर ‘मी टू’ (Me Too) के आरोपों से घिरते हुए नजर आ रहे हैं. अनु मालिक पर आरोप लगाते हुए सिंगर नेहा भसीन (Neha Bhasin) ने ट्विटर पर एक के बाद लगातार कई सारे ट्वीट्स किए और कहा कि जब वो इंडस्ट्री में नई थी तब मलिक उन्हें प्रताड़ित करने की कोशिश की थी. सिंगर सोना मोहपात्रा (Sona Mohapatra) जो बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर खुलेआम अनु मालिक को लताड़ रही हैं, उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए नेहा ने उनके आरोपों को सच बताया है. नेहा ने भी ट्विटर पर लिखते हुए अपनी पूरी आपबीति सभी के सामने रखी है. ये भी पढ़ें: सोनू निगम ने सोना मोहपात्रा पर किया पलटवार, कहा- हर मुद्दे पर हमेशा झगड़ा करने की जरूरत नहीं

अपने पहले ट्वीट में नेहा ने कहा, “मैं तुम्हारी बात पर सहमत हूं सोना मोहपात्रा. हम एक सेक्सिस्ट वर्ल्ड (Sexist World) में रहते हैं. अनु मालिक एक शिकारी है, जब मैं 21 की थी तब मुझे ही उसकी अजीबोगरीब हरकतों से दूर भागना पड़ा था. मैंने खुद को इस स्थिति में फंसने नहीं दिया जहां वो सोफा पर पड़े मुझसे स्टूडियो में मेरी आंखों के बारे में बात कर रहे हैं. मैं झूठ बोलकर भाग गई.”

अगले ट्वीट में नेहा ने लिखा, “मैंने झूठ कहा कि मेरी मां नीचे इंतजार कर रही हैं. उसने मुझे इसके कॉल और मैसेज भी किया. लेकिन मैंने जवाब देना बंद कर दिया. बात ये है कि मैं उन्हें अपनी सीडी (CD) देने गई थी ताकि एक गानें में मुझे मौका मिल सके. वो बड़े थे और उन्हें ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए. अनु मालिक एक भद्दा शिकारी है.”

नेहा ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, “भले ही मेरा डीएनए स्ट्रॉन्ग है. इंडस्ट्री में तुम मुझे जानती हो और यहां एक जवान और अकेली लड़की के लिए खुदको बनाए रखना आसन नहीं है. खासकर तब जब वो परिवार से दूर है और इस तरह के दरिंदे आपके आसपास हो. ऐसे लोग इंडस्ट्री के अंदर और बाहर दोनों हैं.”

आगे लिखते हुए नेहा ने कहा, “लेकिन हम पुरुषों के प्रति इतने दयालु क्यों हैं, क्या हम जानते हैं कि उन्हें यही चीज ताकत देती है और हमारे सम्मान और गरिमा को ठेस पहुंचाकर हमें घरों में छुपने पर मजबूर करती हैं. मैं खुद कई बार इस तरह की स्थिति से बचने के लिए घर में छुपी हूं. ये ठीक क्यों है? एक ऐसा जो आदमी है और आजाद घूम रहा है और हम शर्म और डर के मारे में छिपे रहें?”

ये भी पढ़ें: #MeToo में फंसे अनु मालिक करेंगे इंडियन आइडल में वापसी? भड़की सिंगर सोना मोहपात्रा ने कहा- ‘Rat Returns to Gutter’

आपको बता दें कि अनु मालिक सोनी टीवी के शो ‘इंडियन आइडल 11’ (Indian Idol 11) में बतौर जज नजर आ रहे हैं. इस बात को लेकर सिंगर सोना मोहपात्रा ने सोशल मीडिया पर सोनी टीवी को उन्हें जज बनाए रखने के लिए जमकर फटकार लगाई है.

शिवसेना नेता संजय राउत ने NCP प्रमुख शरद पवार से की मुलाकात, कहा- महाराष्ट्र की राजनीति पर हुई चर्चा

महाराष्ट्र (Maharashtra) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ जारी गतिरोध के बीच शिवसेना (Shiv Sena) के वरिष्ठ नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, संजय राउत ने शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की. संजय राउत ने शरद पवार से मिलने पर कहा कि मैं दिवाली (Diwali) के मौके पर उन्हें शुभकामना देने आया था. हमने महाराष्ट्र की राजनीति (Politics) पर भी चर्चा की है. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं. इससे पहले संजय राउत ने बीजेपी के प्रति शिवसेना के रुख में नरमी की खबरों को अफवाह बताया था.

संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था, ‘ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के रुख में नरमी आई है, उसने समझौता कर लिया है और सत्ता में पदों के वितरण में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग त्याग दी है. यह सब अफवाह है. यह जनता है जो सब कुछ जानती है. (बीजेपी और शिवसेना के बीच) जो कुछ भी तय हुआ था वह होगा. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला शिवसेना नेताओं का प्रतिनिधिमंडल, सरकार गठन पर आदित्य ठाकरे ने दिया ये जवाब.

उधर, शिवसेना कार्यालय ‘सेना भवन’ में पार्टी विधायकों की हुई बैठक में गुरुवार को एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद शिवसेना नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुंबई स्थित राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला. शिवसेना नेताओं के प्रतिनिधिमंडल आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, रामदास कदम समेत अन्य नेता शामिल थे.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं और राज्य की अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों के बीच तकरार चल रही है.

बीजेपी-शिवसेना तकरार: बिहार से निकला था 50-50 का फॉर्मूला, जानें डिटेल्स

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में जिस 50-50 फॉर्मूले को लेकर शिवसेना-भाजपा (Shivsena-BJP) के बीच तकरार चल रहा है, वह बिहार से निकला है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बीच सीटों के बंटवारे में इस फॉर्मूले को आजमाया था. इसी को हथियार बनाते हुए शिवसेना अब तीसरी बार भाजपा पर दबाव बना रही है. एक केंद्रीय मंत्री ने आईएएनएस से कहा, “50-50 फॉमूर्ला सबसे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में सामने आया था.इसी फॉर्मूले के आधार पर बिहार में राजग की घटक भाजपा और जदयू के बीच सीटों का बंटवारा हुआ था.  इसके बाद से शिवसेना प्रमुख उद्धव लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव तक इसी फॉर्मूले के दम पर सीटों के लिए दबाव बनाते रहे. लेकिन अब मुख्यमंत्री के पद के लिए दावा ठोकना 50-50 फॉर्मूले की गलत व्याख्या है.

दरअसल, इस साल लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर राजग में घमासान मचा था. जनता दल-युनाइटेड (जदयू) ने भाजपा से उसके बराबर सीटें मांगी थी. जबकि साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के पास 22 लोकसभा सीटें थीं और जदयू के पास सिर्फ दो। जदयू विधानसभा चुनाव में मिली सीटों के आधार पर बराबर सीटें चाह रही थी. बावजूद इसके, बराबर सीटें न मिलने की स्थिति में जदयू की ओर से गठबंधन से अलग होने के संकेत दिए जाने के बाद भाजपा ने 50-50 फॉर्मूले के तहत 17-17-6 के हिसाब से सीटें बांटी थीं. भाजपा और जदयू ने 17-17 यानी बराबर सीटों पर लड़ने का फैसला किया और तीसरी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को छह सीटें दी गई थीं. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी-शिवसेना में खींचतान जारी, संजय राउत बोले- हम अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेंगे

बिहार में 16 फरवरी को 50-50 फॉर्मूले के तहत भाजपा और जदयू के बीच सीटों का बंटवारा हुआ था। इसके तुरंत बाद भाजपा जब महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सीटों का बंटवारा करने बैठी तो उद्धव ठाकरे ने कहा कि बिहार की तरह महाराष्ट्र में भी 50-50 फॉर्मूला लागू होना चाहिए.दबाव कायम करने के बाद आखिरकार 18 फरवरी को भाजपा को अपने से सिर्फ दो कम, यानी 23 सीटें शिवसेना को देनी पड़ीं.

इसके बाद लोकसभा सीटों के बंटवारे के दौरान भी शिवसेना बराबर सीटों की मांग पर अड़ गई थी. तब भाजपा ने 124 सीटें देकर मामला सुलझाया था. इस बार के विधानसभा चुनाव के नतीजे जब 24 अक्टूबर को आए तो बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेसवार्ता कर 50-50 फॉर्मूले की नई व्याख्या करते हुए संकेत दिए कि शिवसेना ढाई साल सरकार चलाना चाहती है। इसके बाद पेच इस कदर फंसा कि नतीजे आने के हफ्ते भर बाद भी भाजपा-शिवसेना की सरकार नहीं बन सकी है. दोनों दल अपने-अपने विधायक दल का नेता चुन चुके हैं और संभावित सरकार में पदों के बंटवारे को लेकर समझौते की कोशिशें जारी हैं। इस तरह शिवसेना अब तक तीन बार 50-50 फॉर्मूले के आधार पर भाजपा को घेर चुकी है.

Chhath Puja 2019: प्रकृति-प्रेम का प्रतीक है छठ पूजा, दुनिया का अकेला पर्व जहां पुत्री-रत्न की कामना की जाती है- जानें और भी रोचक बातें

‘छठ मइया’ (Chhath Puja 2019) का महापर्व हिंदू धर्म का इकलौता पर्व है, जिसमें उगते और ढलते दोनों ही सूर्य की आराधना करते हैं. इस महापर्व पर निष्ठा और आस्था के साथ प्रकृति की पूजा की जाती है. यह इकलौता पर्व है, जिसमें मौसमी फलों एवं हरी सब्जियों की भी पूजा होती है. इस पर्व में जिस तरह नदी में उतरकर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, उस वजह से कुष्ठ जैसे खतरनाक चर्म रोगों से भी मुक्ति मिलती है. आइये जानें छठ मइया के पर्व से जुड़ी कुछ और खास बातें…

छठ मइया की पूजा करने वाले व्रतियों की छठ पर्व पर अगाध श्रद्धा और आस्था होती है. उनका विश्वास है कि इस पर्व के दिन व्रती भगवान सूर्य से जो भी कामना करता है, सूर्य देव की कृपा से वह अवश्य पूरी होती है. सूर्य देव एवं छठ मइया की पूजा वाले इस पर्व की परंपरा त्रेतायुग से चली आ रही है. भविष्य पुराण एवं मार्कण्डेय पुराण में भी इस व्रत का उल्लेख है.

* इस महापर्व पर डूबते और उगते सूर्यों को अर्घ्य देने के पीछे एक आस्था यह है कि सूर्यदेव की दो पत्नियां हैं– ऊषा और प्रत्युषा. भोर की किरण ऊषा और सांझ की प्रत्युषा. इस तरह हम दोनों पत्नियों की भी वंदना कर लेते हैं.

* हिंदू धर्म कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र साम्ब कुष्ठ रोग से पीड़ित थे. इससे मुक्ति पाने के लिए उन्होंने सूर्य देव की विधिवत आराधना की और शीघ्र ही इस खतरनाक बीमारी से मुक्ति पा गये.

* महापर्व छठ पर उपवासी को लगभग 40 घंटे का निर्जल उपवास रखना होता है, इस दरम्यान रात में जमीन पर सोना, नंगे पांव रहना, गृहस्थ जीवन से दूर रहने जैसी जटिलता को देखते हुए प्राचीनकाल के ऋषि-मुनियों ने इसे हठयोग का नाम दिया था.

* छठ पर्व पर प्रकृति प्रदत्त सामग्री नीबू, गन्ना, गुड़, मूली, नारियल, केला, साठी (एक विशेष प्रकार का चावल) और गेहूं से बने प्रसाद चढाए जाते हैं, इसके अलावा नदियों में खड़े होकर पूजा की जाती है.

* ऋग्वेद में सूर्योपासना का उल्लेख मिलता है, किंतु छठ जैसे महापर्व का विस्तृत उल्लेख भविष्य पुराण एवं महाभारत से स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है. हिंदू धर्म का यह इकलौता पर्व है, जिसमें पुरुष प्रधान समाज में भी सूर्यदेव से पुत्री प्राप्ति की कामना की जाती है. इसका सबल प्रमाण यही है कि इस पर्व के लोकगीतों में रुनकी, झुनकी बेटी मांगिला, पढ़ल पंडितवा दमाद जैसे शब्दों का प्रयोग देखने को मिलता है.

* छठ के इस महापर्व पर रात्रि के समय मिट्टी निर्मित हाथी की भी पूजा की जाती है, जो पशु प्रेम (प्रकृति प्रदत्त) का प्रतीक भी है.

* इस पर्व का एक उद्देश्य सूर्य देव के प्रति अपनेपन और करीबी को महसूस करना है. सूर्य देव को जल चढ़ाने का आशय है कि हम सच्चे ह्रदय से सूर्य के आभारी हैं और सूर्य के प्रति यह प्रेम भाव के कारण उत्पन्न हुई है.

* छठ पूजा के दौरान सूर्य को अर्घ्य देते समय लोटे में जल के साथ गाय का दूध भी मिला होता है. हिंदू धर्म में दूध को पवित्रता का प्रतीक माना गया है. इसका एक आशय यह भी है कि हमारा मन और हृदय दोनों पवित्र बने रहें.

गौरतलब है कि हर साल दिवाली के बाद कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सप्तमी तिथि तक छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है. छठ पूजा, छठी माई पूजा, डाला छठ, सूर्य षष्ठी और छठ पर्व जैसे विभिन्न नामों से मशहूर छठ के इस पावन पर्व की खुमारी देशभर में देखी जा सकती है.

निर्भया गैंगरेप केस: दोषियों के पास अब सिर्फ राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने का विकल्प

तिहाड़ जेल (Tihar Jail) अधिकारियों ने निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले (Nirbhaya Gangrape Case) के दोषियों से कहा है कि उन्होंने सभी कानूनी उपायों (Legal Remedies) का इस्तेमाल कर लिया है और फांसी की सजा (Death Sentence) के खिलाफ उनके पास अब सिर्फ राष्ट्रपति (President) के पास दया याचिका (Mercy Petition) देने का विकल्प बचा हुआ है. मामले के चार दोषियों को 29 अक्टूबर को जारी एक नोटिस में जेल अधीक्षक ने उन्हें सूचना दी है कि दया याचिका दायर करने के लिये उनके पास नोटिस पाने की तारीख से सात दिनों तक का ही वक्त है.

नोटिस में कहा गया है, ‘‘यह सूचित किया जाता है कि यदि आपने अब तक दया याचिका दायर नहीं की है और यदि आप अपने मामले में फांसी की सजा के खिलाफ राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करना चाहते हैं, तो आप यह नोटिस पाने के सात दिनों के अंदर ऐसा कर सकते हैं. इसमें नाकाम रहने पर यह माना जाएगा कि आप अपने मामले में दया याचिका नहीं दायर करना चाहते हैं और जेल प्रशासन कानून के मुताबिक आगे की आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू करेगा.’’

तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि उन्हें नोटिस जारी किया गया है और यदि वे दया याचिका दायर नहीं करते हैं तो निचली अदालत को सूचित किया जाए तथा वह आगे की कार्रवाई पर फैसला करेगी. मामले के तीन दोषी तिहाड़ में कैद हैं और एक को मंडोली जेल में रखा गया है. सूत्रों ने बताया कि यदि दया याचिका दायर नहीं की जाती है तो जेल अधिकारी अदालत का रुख करेंगे, जो मौत की सजा का वारंट जारी करेगी. गौरतलब है कि 23 वर्षीय छात्रा से 16 दिसंबर की रात दिल्ली की एक चलती बस में छह लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था और उसे सड़क पर फेंकने से पहले बुरी तरह से घायल कर दिया था. यह भी पढ़ें- निर्भया की मां ने बयां की देश की कड़वी सच्चाई.

सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसंबर 2012 को पीड़िता की मौत हो गई थी. इस घटना के खिलाफ देश भर में रोष छा गया था. राम सिंह नाम के एक आरोपी ने जेल में फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली, जबकि एक किशोर को बलात्कार और हत्या का दोषी ठहराया गया तथा उसे एक बाल सुधार गृह में अधिकतम तीन साल की कैद की सजा दी गई.

उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल नौ जुलाई को मामले के तीन दोषियों — मुकेश (31), पवन गुप्ता (24) और विनय शर्मा (25) की याचिकाएं खारिज कर दी थीं. उन्होंने 2017 के उस फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था जिसके तहत दिल्ली उच्च न्यायालय ने मामले में निचली अदालत में उन्हें सुनाई गई मौत की सजा को बरकरार रखा था. वहीं, मौत की सजा का सामना कर रहे चौथे दोषी अक्षय कुमार सिंह (33) ने शीर्ष न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की थी.