जम्मू-कश्मीर के गरीब सवर्णों और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वालों को भी मिलेगा आरक्षण, कैबिनेट की बैठक में लिया गया यह फैसला

नई दिल्ली: शास्त्री भवन में गुरुवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet) की बैठक में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) राज्य को लेकर दो अहम फैसले किए गए. इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (Union Minister Arun Jaitley) ने बताया कि कैबिनेट ने जम्मू-कश्मीर रिजर्वेशन ऑर्डिनेंस 2019 (Jammu-Kashmir Reservation Ordinance) को मंजूरी दे दी है. इसके मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में रहने वाले गरीब सवर्णों और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) (International Border) के पास रहने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि साल 2004 से अब तक सिर्फ नियंत्रण रेखा के पास रहने वाले लोगों को ही आरक्षण का लाभ मिलता था.

इसके अलावा संविधान (एप्लिकेशन टु जम्मू एंड कश्मीर) संशोधन ऑर्डर 2019 को भी मंजूरी दे दी गई है. अरुण जेटली ने कहा कि इसके तहत जम्मू और कश्मीर में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को मिल रहे मौजूदा आरक्षण के अलावा आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को शैक्षिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में 10 फीसदी का आरक्षण मिलेगा.

कैबिनेट की इस बैठक में जम्मू-कश्मीर को लेकर 1954 के संवैधानिक आदेश और जम्मू-कश्मीर रिजर्वेशन एक्ट में बदलाव का फैसला किया गया. जिसके अनुसार, गरीब सवर्ण अब शिक्षा और सरकारी नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण का लाभ उठा पाएंगे. इसके साथ ही सीमा के पास रहने वालों को भी आरक्षण दिया जाएगा. यह भी पढ़ें: सवर्ण आरक्षण बिल को मिली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी, एक हफ्ते में 10% रिजर्वेशन का मिलने लगेगा फायदा

गौरतलब है कि इस महत्वपूर्ण फैसले के अलावा कैबिनेट की इस बैठक में आगरा मेट्रो और कानपुर मेट्रो में दो-दो कॉरिडोर निर्माण की घोषणा की गई. बताया जा रहा है कि कानपुर मेट्रो का काम 5 साल में पूरा किया जाएगा. इस बैठक में राजकोट में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण और नॉर्थ ईस्ट में ब्रह्मपुत्र नदी पर एक 4 लेन ब्रिज बनाया बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. इसके साथ ही दिल्ली के एम्स को अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी के तौर पर विकसित किए जाने का फैसला किया गया और विशाखापट्टनम में रेलवे जोन को भी मंजूरी दी गई है.

Luka Chuppi Movie Quick Review:लिव-इन-रिलेशनशिप की रोमांटिक कहानी को दर्शाती है कार्तिक आर्यन-कृति सनॉन की ये फिल्म

कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) एक बार फिर एक रोमांटिक  कॉमेडी फिल्म लेकर दर्शकों के सामने पेश हैं. इस बार वो कृति सनॉन (Kriti Sanon) के साथ फिल्म ‘लुका छुपी’ में नजर आएंगे. बीते काफी समय से उनकी इस फिल्म का इंतजार कर रहे फैंस अब कल यानी की 1 मार्च को इस फिल्म को अपने नजदीकी सिनेमाघरों में देख सकेंगे. इस फिल्म में कार्तिक और कृति के अलावा अपारशक्ति खुराना (Aparshakti Khurana),  पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi), अतुल श्रीवास्तव (Atul Shrivastav) और विनय पाठक (Vinay Pathak) भी नजर आएंगे. अगर आप इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे पहले हमारा ये क्विक्क रिव्यू (quick review) जरूर पढ़ें.

आज इस फिल्म के प्रेस शो पर हम मौजूद हैं और हमने इसके फर्स्ट हाफ को देखा. बताना चाहेंगे कि इस फिल्म की कहानी मथुरा में सेट की गई है. ये कहानी है कार्तिक आर्यन और कृति सनॉन के लिव-इन रिलेशनशिप की. जहां उन्हें अपने इस प्यार को बचाने के लिए समाज का सामना भी करना पड़ता है. फिल्म में कार्तिक और कृति पत्रकार की भूमिका निभा रहे हैं और इसमें दिखाया गया है कि किस तरह से कामकाज के दौरान ये एक- दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं. इसके बाद कृति के जिद्द करने पर कार्तिक उनके साथ लिव-इन-रेलशनशिप में रहने में फैसला करते हैं जिसका समाज में पुरजोर विरोध किया जा रहा है. ऐसे में इन्हें कई झूठ बोलने पड़ते हैं, कई बार हिम्मत से भी काम लेना पड़ता है, लेकिन अब तक ये अपने प्यार को बचाते आए हैं. यह भी पढ़ें: Sonchiriya Movie Review: चंबल के डाकुओं की दिलचस्प कहानी, सुशांत सिंह राजपूत और रणवीर शौरी का शानदार अभिनय

इस फिल्म की कहानी बेहद प्रेडिक्टिव है और इसमें कोई नयापन देखने को नहीं मिलता. मेकर्स ने इन फिल्म में लिव-इन-रिलेशनशिप पर प्रकाश डाला है बाकी ये किसी भी आम लव स्टोरी जैसी ही लगती है. फिल्म के फर्स्ट हाफ के अंत मे दिखाया गया है कि कार्तिक के परिवार को उनके इस रिश्ते के बारे में पता चल जाता है. अब इस बात लेकर उनका परिवार क्या रिएक्शन देता है? क्या ये प्रेम कहानी सफल हो पाती है? ऐसे ही सभी सवालों के जवाब जानने के लिए इस फिल्म के कम्पलीट रिव्यू का इंतजार करें, जो हम जल्द लेकर आपके सामने पेश होंगे. इस फिल्म का निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया है और इसका निर्माण दिनेश विजन ने किया है.

इस्लामिक देशों के संगठन का पाकिस्तान के मुंह पर जोरदार तमाचा, पाक की धमकी के बाद भी इस मंच पर किया जाएगा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का जोरदार स्वागत

नई दिल्ली: अंतराष्ट्रीय मंच  (International Platform) पर एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) अलग-थलग पड़ता दिखाई दे रहा है. आतंकवाद (Terrorism) को शह देने और पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पहले ही पाकिस्तान की दुनिया भर में किरकिरी हो चुकी है. अब मुस्लिम देशों के मंच ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (Organisation of Islamic Co-Operation) ने भी पाकिस्तान के मुंह पर जोरदार तमाचा जड़ा है. पाकिस्तान द्वारा धमकी दिए जाने के बावजूद इस मंच पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (EAM Sushma Swaraj) का जोरदार स्वागत किया जाएगा.

दरअसल, OIC की अबु धाबी में होने वाली अगली विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का न्योता भेजा गया था, लेकिन पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने धमकी दी कि अगर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस मंच पर आमंत्रित किया जाता है तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इसमें हिस्सा नहीं लेंगे. पाकिस्तान OIC मंच का फाउंडिंग मेंबर भी है, बावजूद इसके इस्लामिक देशों के इस संगठन पर पाकिस्तान की धमकी का कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. यह भी पढ़ें: तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए पाकिस्तानी झूठ के सबूत, कहा- हम पाक के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार

बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मुख्य अतिथि के तौर पर शुक्रवार को अबु धाबी में इस मंच से संबोधित करेंगी. OIC के एक सम्मेलन में सुषमा स्वराज गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर हिस्सा लेंगी. जानकारी के अनुसार, यूएई के विदेश मंत्री इस मंच पर विदेश मंत्री का जोरदार तरीके से स्वागत भी करेंगे.

26 फरवरी को बालाकोट में जैश के आतंकी कैंप को बर्बाद करने के बाद ओआईसी ने भारत के इस कार्रवाई की निंदा की थी, लेकिन भारत ने यह साफ कर दिया था कि उसकी कार्रवाई किसी देश के खिलाफ नहीं थी, बल्कि आतंक के खिलाफ थी. यहां दिलचस्प बात तो यह है कि इसी मंच से भारत की विदेश मंत्री संबोधित करेंगी. यह भी पढ़ें: पाकिस्तान संसद में बोले पीएम इमरान खान, हमें डर था कि कहीं भारत मिसाइल अटैक न कर दे, इसलिए रात भर थे अलर्ट

बहरहाल, बताया जा रहा है इस मंच से भारत ये साफ करेगा कि वो एक जिम्मेदार देश है, जो युद्ध नहीं चाहता और उसकी लड़ाई किसी देश से नहीं, बल्कि आतंकवाद से है. बता दें इस्लामिक देशों के इस संगठन में अफगानिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, मिस्र, ईरान, इराक और कुवैत जैसे कई देश शामिल हैं. इस मंच का फाउंडर मेंबर होने के बावजूद अब पाकिस्तान अकेला पड़ गया है.

India vs Australia ODI Series 2019: पढ़ें एक नजर में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हो रहे वनडे सीरीज का पूरा शेड्यूल

India vs Australia ODI Series 2019: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दो मैचों की T20 सीरीज के बाद दोनों टीमों के बीच अब दो मार्च से पांच मैचों की वनडे सीरीज खेली जानी है. बता दें कि वनडे सीरीज का पहला मुकाबला 02 मार्च से हैदराबाद में शुरू होगा वहीं दूसरा 05 मार्च को नागपुर, तीसरा 08 मार्च को रांची, चौथा 10 मार्च को मोहाली और आखिरी 13 मार्च को दिल्ली में खेला जाएगा.

बात दें कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दो मैचों की T20 सीरीज में मेहमान टीम ने भारत को 2-0 से क्लीन स्वीप करते हुए सीरीज को अपने नाम कर लिया है. पहले मैच में भारतीय टीम ने मेहमान टीम के सामने निर्धारित ओवरों में 127 रन का लक्ष्य रखा था. जिसे कंगारू टीम ने ग्लैन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) के शानदार 56 रनों की पारी के बदौलत हासिल कर लिया था.

वनडे सीरीज का शेड्यूल (Photo Credits: File Photo)

बता दें कि भारतीय टीम के लिए पहले T20 मैच में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की थी. जी हां बुमराह ने पहले T20 मैच में अपने चार ओवर के स्पेल में मात्र 16 रन खर्च करते हुए तीन विकेट हासिल किए थे. बुमराह के अलावा फिरकी गेंदबाज युजवेंद्र चहल और क्रुणाल पांड्या ने क्रमशः एक-एक सफलता हासिल की थी.

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वहीं दूसरे T20 मैच में भारतीय टीम ने कप्तान विराट कोहली, धोनी और सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के शानदार बल्लेबाजी के बदौलत मेहमान टीम के सामने 191 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था. लेकिन इस मैच में भी ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लैन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने शानदार शतक जड़ते हुए भारतीय टीम को जीत नहीं नसीब होने दिया.

पुलवामा हमले में शहीद जवान की पत्नी ने की पाकिस्तान के साथ शांति की वकालत, कहा- हमें युद्ध की जगह वार्ता को देना चाहिए एक मौका

कोलकाता: पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों (CRPF Jawan) के परिवार वालों ने एक सुर में भारत सरकार (Indian Government) से पाकिस्तान (Pakistan) को उसके किए की सजा देने और शहीदों के लहु का बदला लेने की मांग की. भारत सरकार ने भी इस हमले के महज 12 दिन बाद पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के सबसे बड़े आतंकी कैंप (Terrorist Camp) को नेस्तानाबूत करके पुलवामा हमले का बदला पूरा किया. भारत के इस एक्शन से भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति और युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. दोनों मुल्कों के तनाव के बीच पुलवामा हमले में शहीद हुए एक सीआरपीएफ की पत्नी (martyrs Wife) पाकिस्तान के साथ शांति की वकालत करती नजर आईं.

भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की वकालत करने के लिए ट्रोलिंग का सामना करने के बावजूद शहीद हुए सीआरपीएफ जवान बबलू संतरा की पत्नी मीता संतरा ने गुरुवार को जोर देते हुए कहा कि वह युद्ध नहीं, शांति चाहती हैं और इसके लिए वार्ता को एक मौका दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह वार्ता को एक मौका दिए जाने के अपने विचार पर कायम हैं. यह भी पढ़ें: पाकिस्तान संसद में बोले पीएम इमरान खान, हमें डर था कि कहीं भारत मिसाइल अटैक न कर दे, इसलिए रात भर थे अलर्ट

शहीद की पत्नी मीता ने केंद्र से पाकिस्तान द्वारा बुधवार को पकड़ लिए गए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के पायलट अभिनंदन वर्तमान की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया. बता दें कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. उन शहीदों में मीता के पति बबलू भी शामिल थे.

मीता ने कहा कि वह अपने युद्ध विरोधी रुख के लिए सोशल मीडिया पर हुई अपनी आलोचना को लेकर चिंतित नहीं हैं. मीता ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि हमें युद्ध की जगह वार्ता को एक मौका देना चाहिए. अगर युद्ध हुआ तो कई और लोगों की जान भी जा सकती है. इसके साथ ही मीता ने कहा कि मैं भारत सरकार से पाकिस्तान से बातचीत करके भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध करती हूं.

दरअसल, नियंत्रण रेखा पर दोनों तरफ की वायु सेनाओं के बीच टकराव के दौरान अभिनंदन को पकड़ लिया गया था. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एफ-16 विमान को भी मार गिराया गया था.आईएएफ को भी एक मिग 21 विमान गंवाना पड़ा, जिसे अभिनंदन उड़ा रहे थे. यह भी पढ़ें: अभिनंदन की रिहाई के ऐलान पर बोले पीएम मोदी, अभी-अभी एक पायलट प्रोजेक्ट हुआ है, अब रियल करना है, देखें Video

अपने पति के शहीद होने के बाद पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए उठ रही आवाजों के बीच मीता सशक्त तरीके से युद्ध का विरोध कर रही हैं और जोर दे रही हैं कि युद्ध से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सीमा के दोनों तरफ कई लोगों की जान जाएगी, महिलाएं विधवा हो जाएंगी, माताओं की गोद सूनी हो जाएगी और बच्चों के पिता मारे जाएंगे.

गौरतलब है कि मीता ने कहा कि वह सोशल मीडिया पर युद्ध पर अपने रुख को लेकर ट्रोल्स की आलोचनाओं से परेशान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर एक व्यक्ति उनकी आलोचना करता है तो 10 अन्य लोग उनकी सोच की सराहना करते हैं.

(भाषा इनपुट के साथ)

Sonchiriya Movie Review: चंबल के डाकुओं की दिलचस्प कहानी, सुशांत सिंह राजपूत और रणवीर शौरी का शानदार अभिनय

‘इश्किया’ (Ishqiya) और ‘उड़ता पंजाब’ (Udta Punjab) जैसी सफल फिल्मों का निर्देशन कर चुके अभिषेक चौबे (Abhishek Chaubey) इस बार दर्शकों के लिए चंबल के डाकुओं की एक कहानी लेकर आए हैं. हम फिल्म ‘सोनचिड़िया’ की बात कर रहे हैं. इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput), भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar), रणवीर शौरी (Ranvir Shorey) और आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) जैसे सितारें अहम भूमिका में है. फिल्म में मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) ने गेस्ट अपीयरेंस दी है. ‘सोनचिड़िया’ में अभिषेक चौबे ने डाकुओं की दूसरी साइड दिखाई है. फिल्म देखकर आप सोच में पड़ जाएगे कि क्या सच में डाकू भी इस तरह सोच सकते हैं. बॉलीवुड में ज्यादातर जहां उन्हें क्रूर दिखाया जाता है, वहीं इस फिल्म में उनकी भावनाओं को खूबसूरती से बयां किया गया है.

कहानी: फिल्म ‘सोन चिड़िया’ चंबल के बागियों की कहानी है. मान सिंह (मनोज बाजपेयी) बागियों की गैंग के लीडर है. लखन सिंह (सुशांत सिंह राजपूत) और वकील सिंह (वकील सिंह) मान सिंह के समूह के मुख्य सदस्य हैं. विरेन्द्र गुज्जर (आशुतोष राणा) चंबल से बागियों का सफाया करने के मिशन पर है. साथ ही उनके पास ऐसा करने की एक निजी वजह भी है. वह मान सिंह और उसके साथियों से किसी बात का बदला लेना चाहते हैं. फिल्म की पेस कुछ दर्शकों को काफी धीमी लग सकती है लेकिन अगर आप एक सिनेमा लवर है, तो आपको यह फिल्म जरुर पसंद आएगी. फिल्म समय समय पर हंसाती है. भले ही ‘सोनचिड़िया’ थोड़ी स्लो है लेकिन तब भी फिल्म एंटरटेन करने में सफल होती है.

निर्देशन: अभिषेक चौबे ने चंबल घाटी को बड़े पर्दे पर उम्दा तरीके से दर्शाया है. उन्होंने एक बहुत ही विचित्र कहानी दर्शकों के सामने प्रस्तुत की है. साथ ही वह इस फिल्म के माध्यम से उन लोगों की विचारधारा बदलने में सफल होंगे जिनके दिमाग में डाकू का नाम सुनकर सिर्फ ‘शोले’ के गब्बर सिंह का चेहरा सामने आता है. ‘सोनचिड़िया’ में बागियों के जीवन की कठिनाइयों को बताया गया है.

अभिनय: सुशांत सिंह राजपूत ने एक बागी का किरदार बखूबी निभाया है. अभी तक हम उन्हें कई तरह के रोल्स में देख चुकें हैं लेकिन यह अब तक की उनकी सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मेंस है. रणवीर शौरी का अभिनय भी खूब प्रभावित करता है. सुशांत और रणवीर की डायलॉग डिलीवरी बेहतरीन है. भूमि पेडनेकर, आशुतोष राणा और मनोज बाजपेयी ने भी अपने किरादरों के साथ पूरी तरह से न्याय किया है. अंतिम दृश्य में आशुतोष राणा के एक्सप्रेशन्स आपको खूब पसंद आएंगे.

म्यूजिक: विशाल भारद्वाज (Vishal Bhardwaj) ने फिल्म का संगीत दिया है. फिल्म के हिसाब से म्यूजिक बिल्कुल सही बैठता है. रेखा भारद्वाज (Rekha Bhardwaj) की मधुर आवाज में ‘सोनचिड़िया’ नामक गीत दिल छूने में सफल होता है.

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फिल्म की खूबियां:-

1. सुशांत सिंह राजपूत और रणवीर शौरी का बेहतरीन अभिनय
2. अंतिम दृश्य में आशुतोष राणा के एक्सप्रेशन्स
3. अभिषेक चौबे का बेहतरीन निर्देशन

फिल्म की खामी: धीमी रफ्तार

कितने स्टार्स ?

अगर आपको फिल्मों से प्यार है और आप हर प्रकार की फिल्में देखना पसंद करते हैं तो आपको यह फिल्म एक बार अवश्य देखनी चाहिए. सुशांत सिंह राजपूत और भूमि पेडनेकर की ‘सोनचिड़िया’ को हम 3.5 स्टार्स देना चाहेंगे.

ICC Cricket World Cup 2019: ‘पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय से अलग-थलग कर देना चाहिए’

ICC Cricket World Cup 2019: कई पूर्व खिलाड़ियों और बीसीसीआई के अधिकारियों ने आगामी विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच का बहिष्कार करने की मांग की है और उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय से अलग-थलग कर देना चाहिए. विश्व मैच का बहिष्कार करने का मतलब विपक्षी टीम को दो अंक दे देना है. विश्व कप में सभी 10 टीमों को राउंड रोबिन के आधार पर एक-दूसरे से मैच खेलना है.

भारत को टूर्नामेंट में अपना तीसरा मैच 16 जून को पाकिस्तान के खिलाफ खेलना है. विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में पाकिस्तान को एक बड़े अंतर से हराना, दो अंक देने से भी ज्यादा बड़ा बदला होगा. पाकिस्तान ने विश्व कप में भारत को कभी नहीं हराया है. विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाड़ी हमेशा भारत के सामने दबाव में रहते हैं.

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आईसीसी सदस्यों को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को खत्म करने और उन्हें विश्व कप से प्रतिबंधित करना, एक बेहतर विकल्प है. बीसीसीआई को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आईसीसी और अन्य राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड के साथ अपने सभी विकल्पों का उपयोग करना होगा.

पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान ने इस महीने की शुरुआत में एक समाचार चैनल से कहा था, “विश्व कप और ओलंपिक पहले ही तय किए जाते हैं. हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलते हैं. पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करना सबसे अच्छी बात है. पाकिस्तान में आतंकवाद के बढ़ने से हर देश चिंतित है. यह सभी के लिए एक समस्या है. पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करने के लिए हमें आईसीसी पर दबाव डालना चाहिए.”

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हालांकि, इस रणनीति को लागू करना आसान नहीं होगा. आईएएनएस ने जब बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी.के. खन्ना और प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्य डायना एडुल्जी ने इस मामले पर संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने इस टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए पाकिस्तानी झूठ के सबूत, कहा- हम पाक के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार

पाकिस्तान (Pakistan) के साथ तनाव के बीच भारत (India) के तीनों सेनाओं (एयरफोर्स, नेवी और आर्मी) की तरफ से गुरुवार शाम को एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया. इस दौरान एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि हमें खुशी है कि अभिनंदन कल मुक्त हो जाएंगे और हम उनके लौटने को लेकर आशान्वित हैं. उन्होंने कहा कि अभिनंदन जिस मिग 21 विमान को उड़ा रहे थे, वह हवाई संघर्ष के दौरान क्रैश हो गया और इस क्रम में पाकिस्तान का एफ-16 विमान को मार गिराया गया. उन्होंने कहा कि वह सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे लेकिन उनका पैराशूट पाकिस्तान की ओर चला गया और तब से पाकिस्तान में हैं. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को अपनी संसद में कहा कि शांति के संदेश के तौर पर भारतीय पायलट अभिनंदन को कल रिहा कर दिया जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या वायु सेना इसे सद्भाव के संदेश के रूप में देखती है, उन्होंने कहा कि हम इसे जिनीवा संधि की भावना के अनुरूप देखते हैं.

एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार और मुस्तैद हैं और जमीन, वायु और समुद्र में सुरक्षा संबंधी किसी चुनौती से निपटने को तैयार है. कपूर ने कहा कि पाकिस्तान वायुसेना के विमानों ने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन उससे हमारे किसी भी रक्षा प्रतिष्ठान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने झूठ बोला कि एफ-16 का इस्तेमाल नहीं किया गया जबकि इस बात के पर्याप्त प्रमाण है. पाकिस्तान के पास केवल एफ-16 ही ऐसा विमान है जिसमें एमरॉन मिसाइल लगाया जा सकता है और एमरॉन मिसाइल के टुकड़े राजौरी के पूरब में भारतीय क्षेत्र में मिले हैं. इसके अलावा विमान के इलेक्ट्रानिक सिग्नेचर के मिलान से भी इसकी पुष्ठि हुई है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बम सैन्य प्रतिष्ठान के परिसर में गिरे लेकिन वे लक्ष्यों को निशाना बनाने में विफल रहे.

वहीं, एडमिरल डीएस गुरजराल ने कहा कि पाकिस्तान के किसी भी मिसएडवेंचर का मुकाबला करने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं. मेजर जनरल सुरेंद्र सिंह महल ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता रहेगा, हम आतंकी कैंपों को निशाना बनाते रहेंगे. यह भी पढ़ें- अभिनंदन की रिहाई के ऐलान पर बोले पीएम मोदी, अभी-अभी एक पायलट प्रोजेक्ट हुआ है, अब रियल करना है, देखें Video

तीनों सेनाओं की तरफ से कहा गया कि पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई कार्रवाई पूरी तरह सफल रही है. इसके सबूत सेना के पास हैं. एक सवाल के जवाब में एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि हमने जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर बम बरसाया है, जिसमें काफी आतंकी मारे गए हैं. हम जो ध्वस्त करना चाहते थे, वो हमने कर दिया है.

तीनों सेनाओं (एयरफोर्स, नेवी और आर्मी) की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत में नियंत्रण रेखा के पास पाया गया पाकिस्तानी एफ -16 विमानों से छोड़ा गया एमरॉन मिसाइल का टुकड़ा दिखाया गया.

भाषा इनपुट

पाकिस्तान संसद में बोले पीएम इमरान खान, हमें डर था कि कहीं भारत मिसाइल अटैक न कर दे, इसलिए रात भर थे अलर्ट

वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’. जी हां, कुछ ऐसा ही हाल पाकिस्तान (Pakistan) का हो गया है. पाकिस्तान के बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोटी में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के एयर स्ट्राइक (Air Strike) से पाकिस्तान इस कदर बौखला गया कि अगले दिन ही पाकिस्तान वायुसेना (Pakistan Air Force) ने भारतीय सीमा में दाखिल होकर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई देखकर उसे वापस लौटना पड़ा. भारत के सर्जिकल स्ट्राइक और पाक वायुसेना को करारा जवाब देने के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) की रातों की नींद ही जैसे उड़ गई.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े इस तनाव का असर पाकिस्तान पर साफ-साफ दिखाई दे रहा है और पाकिस्तान भारत की ताकत से कितना डर गया है इसका अंदाजा आप इमरान खान के उस बयान से लगा सकते हैं जो उन्होंने पाक संसद को संबोधित करते हुए दिया. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पाक संसद (Pakistan Parliament) को संबोधित करते हुए कहा कि हमें डर था कि पाकिस्तान की कार्रवाई के बाद भारत कहीं उनके मुल्क में मिसाइल अटैक (Missile Attack) न कर दे, इसलिए पूरा देश रात भर अलर्ट पर था. इसी डर के चलते पाकिस्तान में हवाई सेवाएं रोक दी गई थीं और सेना को किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा था.  यह भी पढ़ें: इमरान खान का ऐलान- विंग कमांडर अभिनंदन को कल करेंगे रिहा

इमरान खान की मानें तो वे भारतीय एक्शन से खुश नहीं थे, इसलिए जैसे ही भारतीय सेना उनकी सीमा में दाखिल हुई पाकिस्तान सेना भी भारतीय सीमा के अंदर गई. पाक पीएम का कहना है कि हमने उनके दो विमान भी मार गिराए, लेकिन हम अमन और शांति चाहते हैं. अपनी इस कार्रवाई से हम सिर्फ यह दिखाना चाहते थे कि हम भी हमला कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को आज ही जैश-ए-मोहम्मद पर डोजियर सौंपा है. अगर भारत अपने हमले से पहले ही ये डोजियर हमें दे देता तो हम कार्रवाई करते, लेकिन उन्होंने डोजियर सौंपने से पहले ही पाकिस्तान पर हमला कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम कोई लड़ाई नहीं चाहते और इसके लिए मैंने भारत के प्रधानमंत्री से भी बात की, लेकिन भारत के साथ बातचीत की पेशकश को हमारी कमजोरी न समझी जाए.

गौरतलब है कि 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को भारतीय वायुसेना द्वारा तबाह किए जाने के जवाब में 27 फरवरी तो पाकिस्तानी विमान भी भारतीय सीमा में घुस आए और नौशेरा सेक्टर में बमबारी की. इसके जवाब में भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के विमान को खदेड़ दिया और उनके एक एफ-16 विमान को भी मार गिराया. यह भी पढ़ें: पाक पीएम इमरान ने की बातचीत की पेशकश, तो जवाब में भारत ने पाकिस्तान को सौंपा पुलवामा हमले के ब्यौरे वाला डोजियर

इस कार्रवाई के दौरान भारत का एक मिग विमान पाकिस्तानी सीमा में क्रैश हो गया और भारतीय पायलट अभिनंदन वर्थमान को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अब पाकिस्तान अभिनंदन को कल रिहा कर देगा.

IPL 2019: जसप्रीत बुमराह ने कहा- आ रहा हूं चीकू भैया और इस बार आप मेरे टीम में भी नहीं हो, विराट कोहली ने दिया जवाब, कहा- अपने कैप्टन को स्लेज करेगा?

IPL 2019: भारत में 23 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल के 12वें संस्करण के लिए सभी टीमें अपनी-अपनी तैयारी में जुटी हुई हैं. इसी बीच मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है.

जी हां वायरल हो रहे इस वीडियो में बुमराह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली को चुनौती दें रहे हैं. बुमराह वीडियो में कहते हुए नजर आ रहे है कि वर्ल्ड का बेस्ट बॉलर, नहीं यार अभी तो वर्ल्ड के बेस्ट बल्लेबाज के डंडे उड़ाने बाकि है. आ रहा हूं चीकू भैया और इस बार आप मेरे टीम में भी नहीं रहेंगे. जिसके जवाब में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली कहते हैं चीकू भैया? अपने कैप्टन को स्लेज करेगा? चल आखिर सीख ही गया तू, बस चीकू भैया से कोई उधारी एक्सपेक्ट मत करना.

बता दें कि इस वीडियो के कुछ दिन पहले ही दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की टीम ने अपनी जर्सी लॉन्च के मौके पर एक वीडियो जारी किया था. जिसमें टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को चुनौती देते हुए नजर आ रहे थे.

इस वीडियो में दिल्ली की नई जर्सी पहने पंत चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को चुनौती देते नजर आ रहे हैं जिसमें वह कह रहे हैं, ‘माही भाई, तैयार हो जाओ, खेल दिखाने आ रहा हूं’.” वह कहते हैं- माही भाई ना गुरु के समान हैं. अगर माही भाई नहीं होते तो पता नहीं मैं विकेटकीपर-बैट्समैन होता, नहीं होता? लेकिन इस बारी उनकी टीम पर मैं ऐसा बरसूंगा कि कैप्टन कूल, कूल नहीं रहेंगे. माही भाई तैयार रहना, गेम दिखाने आ रहा हूं.

वहीं चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने पंत का जवाब देते हुए कहा ‘जब मैं मैदान में उतरा था तो ऐसा ही सोचता था. आजा ऋषभ विकेट के पीछे तो मैं ही रहूंगा. गेम दिखा नाम बना.’