आसिया बीबी को बरी किए जाने पर पाक में मचा बवाल, पीएम इमरान खान ने मुल्क के लोगों को पढ़ाया इस्लाम का पाठ 

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बुधवार को उस वक्त बवाल मच गया, जब ईशनिंदा मामले में ईसाई महिला आसिया बीबी को सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दिया. इस बवाल की आग से हालात बेकाबू हो जाते, इससे पहले ही हालात को संभालने के लिए मुल्क के लोगों को इस्लाम का पाठ पढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान को मीडिया के सामने आना पड़ा. इस दौरान उन्होंने आसिया बीबी मामले में कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हुए प्रदर्शनकारियों की यह चेतावनी दी कि वे इस्लाम के नाम पर कानून व्यवस्था का उल्लंघन न करें, वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मीडिया के सामने आकर इमरान खान ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के जजों की हत्या करने की धमकी देने और आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के खिलाफ बगावत करने व अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर भी चेतावनी दी. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट आपके मुताबिक फैसला नहीं सुनाएगा. ऐसे कोई मुल्क नहीं चल सकता है.

खबरों की मानें तो आसिया बीबी मामले में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर और कराची समेत कई शहरों में ‘तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान’ के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. इस दौरान कई जगहों पर आगजनी और सुरक्षा बलों के साथ झड़प की खबरें भी सामने आई हैं. यह भी पढ़ें: इमरान खान के खिलाफ हुए पाकिस्तान के पत्रकार, विरोध में संसद के बाहर तले पकौड़े

बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में ईशनिंदा की दोषी ईसाई महिला आसिया बीबी की फांसी की सजा को पलटते हुए उसे बरी कर दिया, जिसके बाद देशभर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए.

दरअसल, अपने पड़ोसियों के साथ विवाद के दौरान इस्लाम का अपमान करने के आरोप में साल 2010 में चार बच्चों की मां आसिया बीबी को दोषी करार दिया गया था, जिसके बाद बीते 8 वर्ष में उन्होंने अपना ज्यादातर समय एकांत कारावास में बिताया, लेकिन उन्होंने हमेशा खुद को बेकसूर बताया.

बताया जाता है कि पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून को लेकर समर्थन बेहद मजबूत है और आसिया बीबी के मामले को लोगों ने अलग-अलग धड़ों में बांट दिया है. पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार की अगुवाई वाली शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए उन्हें बरी कर दिया. बता दें कि आसिया बीबी पहली महिला हैं जिन्हें ईशनिंदा कानून के तहत मौत की सजा दी गई थी.

राफेल डील: कांग्रेस ने कहा- मोदी सरकार की भ्रष्टाचार की नाव अब और नहीं चलेगी 

नई दिल्ली: राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि राफेल मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के निर्देश ने केंद्र सरकार के ‘गोपनीयता के नकाब’ को भेदने की कोशिश की है, जिसके पीछे सरकार लगातार छिपने का प्रयास कर रही थी. पार्टी ने पूछा कि वह इस लड़ाकू जेट विमान सौदे का ब्योरा उजागर करने से क्यों डरी हुई है. विपक्षी पार्टी ने यह कहते हुए मोदी सरकार की आलोचना की है कि भ्रष्टाचार की उसकी नैया अब आगे नहीं बढ़ने वाली है.

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने राफेल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग दोहरायी है. उन्होंने कहा कि राफेल सौदे से जुड़ी सारी फाइलें संयुक्त संसदीय समिति को सौंपी जाए ताकि सारे तथ्य पारदर्शी तरीके से सभी के सामने आएं.

उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को केंद्र को भारत द्वारा फ्रांस से खरीदे जा रहे 36 राफेल जेट विमानों के दाम का ब्यौरा दस दिनों में सीलबंद लिफाफे में अदालत में सौंपने का निर्देश दिया है. यह भी पढ़ें: राफेल डील पर सियासी जंग जारी, राहुल गांधी ने कहा झूठ बोलना बंद कर JPC जांच करवाए सरकार

इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार के भ्रष्टाचार की नाव अब और नहीं चलेगी, क्योंकि उच्चतम न्यायालय राफेल की सच्चाई जानना चाहता है. भ्रष्टाचार से भरी बीजेपी अब जांच से परे नहीं रह सकती और आरोपी जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) से अब नहीं भाग सकते.

मोदी जैकेट पर उमर अब्दुल्ला ने उठाए सवाल, कहा- अब तक सिर्फ नेहरू जैकेट के बारे में ही सुना था

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के उस ट्वीट पर हैरानी जताते हुए सवाल उठाए हैं, जिसमें उन्होंने एक बेहद खास तोहफे के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. दरअसल, पीएम मोदी ने मून जे-इन को कुछ मोदी जैकेट उपहार में भेंट किए थे, जिसे पहनकर दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर की और ट्वीट के जरिए इस उपहार के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. मून के इसी ट्वीट पर उमर अब्दुल्ला ने हैरानी जताते हुए यह सवाल किया है कि अब तक मैंने सिर्फ नेहरू जैकेट के बारे में सुना था, ये मोदी जैकेट कब बन गई? 2014 से पहले तो ऐसा कुछ भी नहीं था.

बता दें कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने ट्विटर पर धन्यवाद देते हुए लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कुछ शानदार कपड़े भेजे. ये ‘मोदी जैकेट’ के नाम से चर्चित पारंपरिक भारतीय परिधान के आधुनिक संस्करण हैं, जिन्हें आसानी से कोरिया में भी सिला जा सकता है और पहनने के बाद ये बहुत जंचते हैं.

मून जे-इन के इस ट्वीट पर जैसे ही उमर अब्दुल्ला की नजर पड़ी वो इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने से खुद को नहीं रोक पाए. उन्होंने लिखा कि यह वाकई शानदार है कि हमारे प्रधानमंत्री ने इन्हें भेजा, लेकिन क्या वे नाम बदले बिना इन्हें नहीं भेज सकते थे? उन्होंने लिखा की मैंने पूरी जिंदगी ऐसे जैकेट को नेहरू जैकेट के तौर पर पहचाना है, लेकिन अब मुझे दिख रहा है कि इन जैकेट पर मोदी जैकेट का लेबल लगा दिया गया है. यहां गौर करने वाली बात तो यह है कि सिर्फ उमर अब्दुल्ला ने ही नहीं, बल्कि कई ट्विटर यूजर्स ने भी मोदी जैकेट को नेहरू जैकेट बताया है. यह भी पढ़ें: इमरान खान के खिलाफ हुए पाकिस्तान के पत्रकार, विरोध में संसद के बाहर तले पकौड़े

दरअसल, विशेष सद्भाव के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत बारीकी से तैयार किए गए कुछ ‘मोदी जैकेट’ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को भेंट किए हैं. बता दें कि जुलाई महीने में मून पहली बार भारत यात्रा पर आए थे. इस दौरान उन्होंने इस जैकेट के प्रति अपनी पसंद जाहिर की थी.

फिलीपीन: भूस्खलन की चपेट में आईं दो इमारतें, हादसे में 4 की मौत, 19 लापता 

मनीला: उत्तरी फिलीपिन में भूस्खलन होने से वहां मौजूद दो सरकारी इमारतें जमींदोज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि एक जबरदस्त तूफान के कारण भूस्खलन हुआ है. बताया जा रहा है कि इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 19 लोग लापता बताए जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक, हादसे के बाद बचावकर्ताओं  के दल ने बुधवार को मलबे में से चार लोगों के शव और चार जीवित लोगों का निकाला है. इस क्षेत्र के मुख्य पुलिस अधीक्षक रोलांडो नाना के मुताबिक, माउंटेन प्रांत के दूरस्थ नतोनीन इलाके में राहत और बचाव का कार्य तेजी से किया जा रहा है. 

उनके अनुसार, घटनास्थल पर 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी, दमकल कर्मी और स्वयंसेवक राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन अंधेरा होने की वजह से बचाव अभियान को रोकना पड़ा जो दिन निकलने पर फिर से शुरू किया जाएगा. हालांकि इस दौरान बारिश और कीचड़ के कारण राहत-बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. 

नाना ने कहा कि नतोनीन जाने वाली सड़कों पर हुए छोटे भूस्खलन की वजह से और बचाव कर्मियों तथा मशीनों के पहुंचने की गति धीमी हुई है. आपदा मोचन अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन में अब भी कम से कम 19 लोग फंसे हुए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हो गई है.

बताया जा रहा है कि भूस्खलन तूफान यूतु के मंगलवार को शहर में पहुंचने की वजह से हुआ. नतोनीन के रास्ते में संदिग्ध परिस्थितियों में एक बचावकर्मी की मौत हो गई और भूस्खलन में करीब 14 ग्रामीण जख्मी हुए हैं.

दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में बिकेंगे सिर्फ इको-फ्रेंडली पटाखे, कोर्ट ने जारी किए ये दिशा-निर्देश 

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को ध्यान में रखते हुए उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को यह साफ किया कि इस दिवाली और अन्य त्योहारों पर यहां सिर्फ इको फ्रेंडली यानी हरित पटाखे ही बेचे जाएंगे. न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ ने कहा कि जिन पटाखों का निर्माण पहले से हो चुका है, उन्हें इस त्योहारी मौसम में देश के अन्य भागों में बेचा जा सकता है. इसके साथ ही कोर्ट ने पटाखों के फोड़ने की समयावधि को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए हैं जिसके अनुसार, नवंबर में पड़ रहे गुरुपर्व के मौके पर सुबह चार से पांच बजे के बीच और रात को नौ से दस बजे के बीच एक-एक घंटे के लिए पटाखे फोड़े जा सकेंगे.

न्यायालय ने 23 अक्टूबर के अपने आदेश में कहा था कि दिवाली और अन्य त्योहारों पर पटाखे सिर्फ शाम आठ बजे से रात दस बजे तक दो घंटे के लिए जलाए जा सकेंगे. पीठ ने कहा कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और अन्य दक्षिणी राज्यों के संबंध में, अदालत 30 अक्टूबर को आदेश पहले ही पारित कर चुका है जिसमें उसने अधिकारियों को संबंधित राज्यों में पटाखे चलाने के समय में बदलाव करने की आजादी दी थी, लेकिन कहा था कि समयावधि एक दिन में दो घंटे से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

न्यायालय ने कहा कि ई-कॉमर्स वेबसाइटों (ऑनलाइन) के माध्यम से पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध पूरे देश में लागू है. न्यायालय ने 23 अक्टूबर के अपने आदेश में कहा था कि यदि ई-कॉमर्स कंपनियां अदालत के निर्देश का पालन नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ अवमानना का मुकदमा चलाया जाएगा. यदि प्रतिबंधित पटाखे बिकते हैं तो उस थाना क्षेत्र के प्रभारी को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा.

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शीर्ष अदालत ने वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के उद्देश्य से, देश में पटाखों के निर्माण और उनकी बिक्री पर प्रतिबंध के लिए दायर याचिका पर यह आदेश दिया. पीठ ने कहा कि यदि ये वेबसाइटें न्यायालय के निर्देशों का पालन नहीं करेंगी तो उनके खिलाफ अवमानना की कार्यवाही की जायेगी. साथ ही पीठ ने कहा कि निर्धारित सीमा के भीतर ही शोर करने वाले पटाखों की बाजार में बिक्री की अनुमति होगी.

न्यायालय ने केन्द्र से कहा था कि वह दीपावली और अन्य त्योहारों के अवसर पर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सामुदायिक तरीके से पटाखे फोड़ने को प्रोत्साहन दे. शीर्ष अदालत ने इससे पहले कहा था कि पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध के मामले में इनके निर्माताओं की आजीविका के मौलिक अधिकारों और देश की सवा सौ करोड़ से अधिक आबादी के स्वास्थ्य के अधिकारों सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखना होगा.

बिहार: शराब को लेकर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कैश वैन में नोट की जगह निकली शराब की 100 पेटियां, 2 गिरफ्तार

पटना: बिहार के गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र से पुलिस और उत्पाद कर विभाग ने बुधवार को एक कैश वैन से 100 कार्टन (पेटी) भारत में निर्मित विदेशी शराब बरामद की है. बरामद शराब की कीमत 80 लाख रुपये से ज्यादा आंकी गई है. उक्त शराब झारखंड से बिहार लाई जा रही थी। गया के सहायक उत्पाद कर आयुक्त किशोर कुमार साह ने बताया, “विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड से एक वाहन से शराब तस्कर बड़ी मात्रा में शराब लेकर बिहार जा रहे हैं। सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-दो पर डोभी के समीप तलाशी अभियान के दौरान एक कैश वैन से 100 कार्टन विदेशी शराब बरामद की गई.”

उन्होंने बताया, “वैन पर सवार दो लोगों को गिरफ्तार कर वाहन जब्त कर लिया गया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान समस्तीपुर के अजय कुमार और गोपाल कुमार के रूप में की गई है.”यह भी पढ़े: बिहार : SP ने गोपालगंज में थानाध्यक्ष और दरोगा को शराब बेचने के आरोप में किया गिरफ्तार

साह ने कहा, “गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ में बताया कि उक्त शराब झारखंड के बोकारो से मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी. कैश वैन के मालिक के विषय में पता लगाया जा रहा है.”उल्लेखनीय है कि बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध है. इसके बाद भी बिहार में चोरी छुपे शराब लाएं जातें है. क्योंकि पुलिस इसके पहले भी अवैध रूप से शराब सप्लाई करने को लेकर कई बार छापा मार चुकीं है.

पीएम मोदी ने कहा- ग्रामोफोन की तरह अटक गए हैं राहुल गांधी, उनके दावों का मजाक उड़ाते हैं लोग

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दावों पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ग्रामोफोन की तरह उनकी पिन एक ही जगह पर अटक गई है, जिसके कारण वह ऐसी बचकानी बातें करते हैं और लोग उनके दावों का मजाक उड़ाते हैं. मोदी ने कहा कि राहुल को समझ नहीं आ रहा है कि वक्त बदल गया है, जनता को मूर्ख समझना बंद करें. दरअसल, बीजेपी के एक कार्यकर्ता द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी चिंता न करें. पहले ग्रामोफोन के रिकार्ड में पिन अटक जाती है तो कुछ ही शब्द बार बार सुनाई देते हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसे ही कुछ लोग भी होते हैं जिनकी पिन अटक जाती है और एक ही चीज उनके दिमाग में भर जाती है, जिसके चलते वो एक ही बात बार-बार बोलते हैं. मोदी ने कहा कि ऐसे में इन बातों से घबराने की बजाय उनका आनंद लेना चाहिए. मोदी ने कहा कि चुनाव की आपाधापी में इन चीजों का आनंद उठाएं.

बता दें कि पीएम ने ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत ऐप के जरिए मछलीशहर, महासमंद, राजसमंद, सतना, बैतूल के बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे, उतना कमल खिलेगा. कांग्रेस को सच नहीं, झूठ पर भरोसा है. यह भी पढ़ें: बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस को मिल सकता है इस पार्टी का साथ

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष के मध्यप्रदेश में मोबाइल फोन बनाने वाले बयान पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा कि क्या मोबाइल का आविष्कार 2014 के बाद हुआ था? 2014 के पहले भी मोबाइल थे, जिन लोगों ने इतने साल राज किया, उनके समय में सिर्फ दो ही मोबाइल फैक्टरियां क्यों थीं, जबकि पिछले चार वर्षो में 100 से अधिक कंपनियां मोबाइल फोन बना रही हैं.

वन रैंक, वन पेंशन लागू करने के राहुल गांधी के बयान के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ये लोग वन रैंक, वन पेंशन की बातें कर रहे हैं. दशकों से यह मामला लंबित था, तब क्यों कुछ नहीं किया? जब हमने वन रैंक, वन पेंशन लागू कर दी, तब जाकर वे कह रहे हैं कि हम देंगे.

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में सेवानिवृत्त सैनिकों के एक समूह से कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस ’वन रैंक, वन पेंशन’ (ओआरओपी) के मुद्दे पर किए अपने सभी वादों को पूरा करेगी. इससे पहले राहुल ने भोपाल में आयोजित कार्यकर्ता संवाद के दौरान कहा था कि आपके हाथ में जो मोबाइल है वह ‘मेड इन चाइना’ है. यदि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो हम ‘मेड इन मध्य प्रदेश’ मोबाइल बनाएंगे. यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के ‘टेम्पल रन’ से क्या कांग्रेस के पाले में आएगा हिंदू वोट बैंक, जानें क्या कहते हैं आकड़ें

गरीबी उन्मूलन के अपने सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों की सबसे बड़ी गलती यह थी कि उनके लिए गरीबी शब्द चुनावी वोट बैंक का हिस्सा थी और उनके राजनीतिक फायदे में थी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीब कल्याण के कार्य में जुटी है.
पीएम ने कहा कि मैं लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का हमेशा से ही आग्रही रहा हूं और सरकार भी इसी दिशा में काम कर रही है.

यूपी: इटावा में अवैध पटाखा कारखाने पर छापा, 50 लाख रुपये के पटाखे जब्त

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में बुधवार को एक होम्योपैथिक क्लिनिक में चल रहे एक अवैध पटाखा कारखाने पर छापा मारा गया और 50 लाख रुपये मूल्य के पटाखे जब्त किए गए. पुलिस ने कहा कि क्लीनिक पर मौजूद व्यक्ति के पास पटाखे बनाने व बेचने का कोई लाइसेंस नहीं था. क्लीनिक के मालिक को गिरफ्तार किया गया है.

सब डिविजनल मजिस्ट्रेट नंद प्रकाश मौर्य की अगुवाई में पुलिस ने दुकान पर छापा मारा. बीते कुछ हफ्तों से राज्य में अवैध पटाखों के निर्माण व भंडारण के मामले सामने आ रहे हैं, इससे जुड़े मामले में दर्जन भर लोगों की जान जा चुकी है. यह भी पढ़े: यूपी: बनारस में पटाखा विक्रेता के घर में विस्फोट, छत गिरने से 1 की मौत

ताजा मामला वाराणसी का है जहां पटाखा बनाने वाले विक्रेता के घर में विस्फोट हो गया था. जिस विस्फोट में एक की जान गई थी और तीन लोग घायल हुए थे.

देश के लिए बड़ी खुशखबरी, वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत पहुंचा 77वें नंबर पर

नई दिल्ली: वर्ल्ड बैंक की तरह से आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की 2019 के लिए रैंकिंग जारी की गई है. इसमें भारत को 77वां स्थान मिला है. यदि पिछले साला की बात करें तो 2018 में भारत को इस रैंकिंग में 100वां स्थान मिला था. वर्ल्ड बैंक तरह से जारी इस रैंकिंग के बाद पीएम मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों को बड़ा सहारा मिला है. इस रैंकिंग को देखें तो भारत का 23 स्थान का सुधार हुआ है. हालांकि भारत सरकार अपने को इस रैकिंग में टॉप 50 में लाना चाहती है. बता दें कि वर्ल्ड बैंक हर साल यह रिपोर्ट जारी करता है.

वर्ल्ड बैंक की तरह से जारी इस रिपोर्ट में बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चार साल में हम 142 से 77वीं रैंकिंग पर आ गए. केंद्र सरकार की तरह से सुधार को लेकर जो समय- समय पर जो आदम कदम उठाए हैं. ये उसी का नतीजा है. यह भी पढ़े: वित्त मंत्रीअरुण जेटली ने दिखाया RBI को आईना, कहा-अंधाधुंध लोन बांटने वाले बैंकों पर क्यों नहीं लगाया लगाम?

आगे वहीं अरुण जेटली ने कहा कि पीएम मोदी ने देश की जनता से कहा था कि हमें पांच साल में 50 के भीतर रैंकिंग हासिल करनी है. वर्ल्ड बैंक डूइंग बिजनेस 2019 की रिपोर्ट में जिस तरह से भारत को 77वां स्थान मिला है. उसको देखकर यह कह सकतें है कि अभी तक वर्ल्ड बैंक की रैंकिंग में किसी देश ने इतना इम्प्रूवमेंट हासिल नहीं किया है.

वेस्टइंडीज टीम के फील्डिंग कोच निक पोथास ने कहा- हम भारतीय टीम से सीख रहे हैं

तिरुवनंतपुरम: वेस्टइंडीज टीम के फील्डिंग कोच निक पोथास ने कहा है कि उनकी टीम भारत में सिर्फ खेल नहीं रही है बल्कि मेजबान टीम से काफी कुछ सीख भी रही है. पोथास का मानना है कि भारत का लीडरशिप सिस्टम काफी अच्छा है इसी कारण वह खेल के हर प्रारूप में अच्छा कर रही है. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने पोथास के हवाले से लिखा है, “मैंने पहले कहा, वो (भारत) विश्व स्तर की टीम है. वह जिस तरह से प्लानिंग करते हैं वो मुझे काफी पसंद है. मेरे उनके कोचिंग स्टाफ से अच्छे संबंध हैं साथ ही उनके खिलाड़ियों से. इसलिए मैं जानता हूं कि वह किस तरह से रणनीति बनाते हैं.”

पोथास ने कहा, “यह टीम हर दिन सुधार करना चाहती है और इसके लिए विराट कोहली तथा कोचिंग स्टाफ को श्रेय जाता है. निश्चित तौर पर उनका लीडरशिप सिस्टम प्ररेणादायी है. इसलिए आप हमेशा से टीम को सुधार करते हुए देखते हैं.” वेस्टइंडीज ने इस सीरीज में उम्मीदों से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है. उसने दूसरा मैच टाई कराया तो वहीं तीसरे मैच में जीत हासिल कर सीरीज में बराबरी कर ली थी. चौथा मैच हालांकि उसने गंवा दिया, लेकिन विंडीज गुरुवार को होने वाले पांचवें मैच में जीत हासिल कर लेती है तो सीरीज का नतीजा 2-2 से बराबर होगा. पोथास ने कहा है कि उनके पास भारत के खिलाफ रणनीति है. यह भी पढ़ें- आस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने वार्नर, स्मिथ, बैनक्रॉफ्ट के ऊपर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की

पोथास ने कहा, “मेरे पास खास रणनीति है, लेकिन मैं इसे निश्चित तौर पर मीडिया के सामने जाहिर नहीं करूंगा, लेकिन भारत के पास विश्व स्तर के खिलाड़ी हैं. आप शिखर धवन और अंबाती रायडू को नहीं भूल सकते हैं, दोनों फॉर्म में आ गए हैं. उनकी टीम में कई अच्छे खिलाड़ी हैं. इसलिए आपके पास इतनी मजबूत टीम है. हम यहां भारत के खिलाफ सिर्फ खेल नहीं रहे हैं बल्कि हम उनसे सीख भी रहे हैं. जब आप इतनी बड़ी टीम के खिलाफ खेलते हैं तो आपके पास सीखने के कई मौके होते हैं.”

दोनों टीमें गुरुवार को ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाने वाले पांचवें मैच में जीतने की कोशिश में होंगी. जीत भारत को सीरीज में 3-1 से विजेता बना देगी तो विंडीज की नजरें मेजबानों को सीरीज में दूसरी मात देकर बराबरी करने पर होंगी.