पीएम मोदी के बचाव में आए रामदास अठावले, कहा- राफेल सौदा पर ‘‘ज्यादा शोर’’ मचा रहे हैं राहुल गांधी

मुम्बई: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को कहा कि विपक्षी कांग्रेस और उसके प्रमुख राहुल गांधी ‘‘दो सरकारों के बीच हुए’’ राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर ‘‘ज्यादा शोर’’ मचा रहे हैं. सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री अठावले ने यहां एक समारोह से इतर कहा कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि सौदा दो देशों के बीच था और इसमें और कोई शामिल नहीं था.

मैक्रों ने हाल ही में कहा था कि राफेल सौदा ‘सरकार से सरकार’ के बीच हुआ और जब भारत तथा फ्रांस के बीच 36 लड़ाकू विमानों का अरबों डॉलर का सौदा हुआ तब वह सत्ता में नहीं थे. यह भी पढ़े: गांधी जयंती 2018: महात्मा गांधी के इन पांच आंदोलनों ने हिला दी थी अंग्रेजों की नींव

अठावले ने कहा, ‘‘कांग्रेस, खासकर उसके अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल सौदे पर ज्यादा शोर मचा रहे हैं. यह दो सरकारों के बीच सौदा है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी साफ किया है कि राफेल सौदा दो देशों के बीच है और इसमें कोई शामिल नहीं है.’’

क्लास में फोन पर बात कर रही थी छात्रा, शिक्षक ने डांटा तो स्कूल परिसर में कर ली खुदकुशी 

कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. खबरों के अनुसार इस जिले के नोनबिर्रा गांव में स्थित सरकारी स्कूल में फोन का इस्तेमाल करने पर शिक्षक ने  एक 16 वर्षीय छात्रा को डांट लगाई, जिससे आहत होकर छात्रा ने खुदकुशी कर ली. इस मामले की जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली बबली यादव नाम की छात्रा को शिक्षक ने क्लास में फोन पर बात करते हुए देख लिया और उसे डांटने लगे.

शुरुआती जांच में यह बताया जा रहा है कि शिक्षक ने जब उस छात्रा को फोन पर बात करते हुए देखा तो उसने अपना फोन खिड़की से बाहर फेंक दिया, लेकिन शिक्षक ने वहां से फोन उठा लिया और उसे खूब डांटा व इसकी शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल से भी की. जिसके बाद शनिवार को इसी स्कूल के परिसर में मौजूद एक पेड़ से फंदा लगाकर बबली ने आत्महत्या कर ली.

पुलिस के मुताबिक, शिकायत मिलते ही स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रा के पिता को इस घटना के बारे में बताने के लिए स्कूल बुलाया, लेकिन काम में व्यस्त होने के कारण उसका पिता स्कूल नहीं पहुंच सका. स्कूल की छुट्टी होने पर जब लड़की घर नहीं पहुंची तब उसका भाई उसे ढूंढता हुआ स्कूल जा पहुंचा,
जहां छात्रा की लाश पेड़ से लटकी हुई मिली.  यह भी पढ़ें: दिल्ली: महिला से दुष्कर्म करने का मामला, पुलिस ने स्वयंभू नाम के बाबा को किया गिरफ्तार

दिल्ली: महिला से दुष्कर्म करने का मामला, पुलिस ने स्वयंभू नाम के बाबा को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: राजधानी के जनकपुरी इलाके में पुलिस ने एक महिला से कथित तौर पर दुष्कर्म के आरोप में रविवार को एक स्वयंभू बाबा को गिरफ्तार किया. पुलिस ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है. 24 वर्षीय एक शिक्षिका ने आयोग से संपर्क कर आरोप लगाया था कि जुलाई में जनकपुरी के एक आश्रम के अंदर हरि नारायण (41) ने उससे दुष्कर्म किया था.

पुलिस ने कहा कि इससे पहले नारायण की एक महिला सहयोगी और पीड़िता के एक सहकर्मी को भी इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने कहा कि महिला ने कहा था कि वह अपने सहकर्मी के सुझाव पर आश्रम गई थी जिसने उसे बताया था कि नारायण द्वारा आध्यात्मिक रूप से उसे ठीक किया जाएगा। महिला ने दावा किया कि सहकर्मी उसके साथ आश्रम गया था. यह भी पढ़े 1 अक्टूबर से लागू होंगे TRAI के नए नियम, कॉल ड्रॉप हुई तो मोबाइल ऑपरेटर कपंनियों पर लगेगा जुर्माना

महिला ने डीसीडब्ल्यू को बताया कि उसे नशीला पदार्थ दिया गया जिसके बाद नारायण ने उसके साथ दुष्कर्म किया. नारायण की महिला सहयोगी ने भी उसका उत्पीड़न किया.डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने महिलाओं से अनुरोध किया था कि वे आयोग के हेल्पलाइन नंबर 181 से ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट कराएं.

तनाव बन रहा है दिल्लीवासियों के लिए हृदय संबंधी समस्याओं का कारण, नए अध्ययन में हुआ खुलासा 

नयी दिल्ली: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक ऐसी मानसिक बीमारी बनकर उभरी है जिससे अधिकांश लोग पीड़ित हैं. ऑफिस के कामकाज की चिंता और घर-परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने के चक्कर में बहुत से लोग तनावग्रस्त होते जा रहे हैं. तनाव आमतौर पर दो प्रकार का होता है, पहला अच्छा और दूसरा बुरा. जब तनाव अच्छा होता है तो व्यक्ति अपने काम को सही तरीके से और समय पर करने में कामयाब होता है. जबकि बुरा तनाव सेहत के लिए हानिकारक होता है और यह कई तरह की मानसिक बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है.

एक नए अध्ययन के अनुसार, कामकाज से जुड़ा तनाव और अन्य मानसिक चिंताएं दिल्ली में रहने वाले वयस्कों की सेहत को प्रभावित कर रहा है. इसके लिए धूम्रपान, अल्कोहल और देर रात खाना खाने जैसी आदतों को जिम्मेदार बताया जा रहा है. हालांकि तनाव के कारण हृदय सबंधी परेशानियों का खतरा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा पाया गया है.

दिल्ली में हुए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है कि सुस्त जीवनशैली की वजह से दिल्ली वासियों में हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ रहा है. मैक्स हेल्थकेयर, साकेत के हृदय विज्ञान विभाग ने 20 से 60 साल की उम्र के दिल्ली वासियों की जीवनशैली को समझने के लिए अध्ययन कराया. इस अध्ययन में करीब 1000 लोगों ने हिस्सा लिया था. यह भी पढ़ें: अपर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम का अभाव, दिल को समय से पहले बूढ़ा कर देती है

इस अस्पताल द्वारा रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस अध्ययन में यह दावा भी किया गया है कि पुरुषों (32 फीसदी) की तुलना में महिलाएं (44 फीसदी) अधिक धूम्रपान करती हैं.

यूपी: एसडीएम ने होमगार्ड की राइफल से गोली मारकर की आत्महत्या, पुलिस मामले की जांच में जुटी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिला ललितपुर में बतौर एसडीएम तैनात हेमेंद्र कुमार ने होमगार्ड की रायफल से खुद को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली है. घटना के बाद हेमेंद्र कुमार को आनन- फानन में पास के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों  ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. फिलहाल अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है, कि उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया.

वहीं इस घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गोली मारने के तुरंत बाद ही एसडीएम हेमेंद्र कुमार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी. लेकिन उन्होंने सुसाईड क्यों किया फिलहाल वजहों का पता अभी तक नहीं चल पाया है. पुलिस इस घटना के बाद आत्महत्या का मामला दर्ज करके मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है.यह भी पढ़े: 1 अक्टूबर से लागू होंगे TRAI के नए नियम, कॉल ड्रॉप हुई तो मोबाइल ऑपरेटर कपंनियों पर लगेगा जुर्माना

बता दें कि सुसाईड करने वाले एसडीएम हेमेंद्र कुमार उत्तराखंड के रहने वाले है. करीब 3 महीने पहले ही इनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के जिला ललितपुर में हुई थी. दोपहर को उन्होंने होमगार्ड के रायफल देखने के बहाने मांगा. जिसके बाद अचानक से खुद को गोली मार ली. मृतक एसडीएम हेमेंद्र कुमार के पत्नी और दो बच्चें है, जो मुराबाद में रहते है.

केंद्रीय मंत्री के बिगड़े बोल, कहा- साल में एकाध ही फौजी होता है शहीद, दिलवाऊंगा 1 करोड़ का मुआवजा

जींद: केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह सर्जिकल स्ट्राइक कार्यक्रम में शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मानित करने पहुंचे. इस समारोह में उन्होंने शहीदों की शहादत को लेकर ऐसा विवादित बयान दे दिया, जिससे शहीदों की वीरांगनाएं आहत हो गई. इस कार्यक्रम में बीरेंद्र सिंह ने कहा कि ‘फौजी रोज थोड़े ही मरते हैं बल्कि साल में एकाध ही सैनिक मरता है’. इसलिए मैं हरियाणा सरकार से अपील करूंगा कि शहीदों के परिवार वालों को 50 लाख रूपये की जगह 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री के इस विवादित बयान पर शहीद परिवारों की महिलाओं ने कड़ी आपत्ति जताई है. केंद्रीय मंत्री के इस विवादित बयान से गुस्साई शहीदों की पत्नियों ने कहा कि एक तरफ सरकार फौज में युवाओं को भर्ती होने के लिए प्रेरित करती है और दूसरी तरफ ऐसे नेता शहीदों की शहादत को लेकर विवादित बयान दिए जा रहे हैं.

इन महिलाओं ने कहा कि ये मंत्री अपने बेटों को फौज में भर्ती करवाएं और उनकी शहादत दिलवाएं, तब उन्हें शहादत का असली मोल पता चलेगा. इसके साथ ही इन महिलाओं ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर मंत्रियों के बोल इसी तरह से बिगड़े रहेंगें तो वे भविष्य में शहीदों के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगी. यह भी पढ़ें: UN महासभा में पाकिस्तान का पलटवार, कहा आरएसएस है आतंकवाद के लिए जिम्मेदार

हालांकि इस कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान बीरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने फौजियों को वन रैंक वन पेंशन की बड़ी राहत दी है. उनकी सास स्व. कर्नल की पत्नी हैं, जिन्हें पहले 53 हजार रुपये पेंशन मिलती थी,लेकिन अब वन रैंक वन पेंशन के बाद उन्हें 84 हजार मिलते हैं.

उधर, इस कार्यक्रम में शामिल शहीदों की कुछ वीरांगनाओं का कहना है कि शहीदों के सम्मान के नाम पर सरकारें कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं, लेकिन शहीदों को सम्मान किसी भी सरकार ने नहीं दिया. यहां तक कि शहीदों के परिजनों को सैंकड़ों परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. यह भी पढ़ें: 1 अक्टूबर से लागू होंगे TRAI के नए नियम, कॉल ड्रॉप हुई तो मोबाइल ऑपरेटर कपंनियों पर लगेगा जुर्माना

इन 5 वजहों से शादीशुदा महिलाएं होती हैं दूसरे मर्दों की तरफ आकर्षित

शादीशुदा रिश्ते की नाजुक डोर को मजबूत बनाए रखने के लिए पति-पत्नी के बीच प्यार और विश्वास का होना बेहद जरूरी है. जब दोनों के बीच किसी वजह से कड़वाहट बढ़ने लगती है तो यह स्थिति उनके रिश्ते के लिए घातक बन जाती हैं. कई बार किन्हीं कारणों से पति-पत्नी के रिश्ते में किसी तीसरे की एंट्री हो जाती है, जिसकी वजह से उनके रिश्ते में खटास आने लगती है. हालांकि शादी के बाद कई पुरुष दूसरी महिलाओं के प्रति आकर्षित होने लगते हैं, जबकि महिलाएं भी इस मामले में पुरुषों से पीछे नहीं हैं. रिश्ते में सब कुछ ठीक होते हुए भी आखिर क्यों कुछ महिलाएं किसी पराए मर्द की तरफ आकर्षित होने लगती हैं.

चलिए हम बताते हैं आपको वो पांच वजहें, जिसके चलते कुछ शादीशुदा महिलाएं पराए पुरुषों की तरफ आकर्षित होती हैं.

1- अतीत की तरफ झुकाव

कई मामलों में जब किसी महिला की शादी उसकी मर्जी के बिना किसी दूसरे व्यक्ति से करवा दी जाती है तो ऐसे में वो अपने पहले प्यार को भूला नहीं पाती है. अतीत की यादों भूल न पाने की वजह से कुछ महिलाएं शादी के बाद भी अपने पति से जुड़ नहीं पाती हैं. ऐसे में कई बार महिलाएं शादीशुदा होते हुए भी अपने पहले प्यार की तरफ दोबारा आकर्षित होने लगती है. यह भी पढ़ें: सामने वाला सच बोल रहा है या झूठ, जानने के लिए ट्राई करें ये 5 स्मार्ट ट्रिक्स

2- शादी से बोर हो जाने पर

शादीशुदा रिश्ते में कई बार पति की तरफ से प्यार और वक्त की कमी के चलते महिलाएं अपनी शादी से बोर होने लगती हैं. ऐसे में जब उन्हें किसी दूसरे पुरुष की तरफ से अटेंशन मिलने लगती है तो वो उनकी तरफ आकर्षित होने लगती हैं, जिसकी वजह से उनकी शादीशुदा जिंदगी में कड़वाहट आने लगती है.

3- अकेलेपन का एहसास

कई बार महिलाएं जब भावनात्मक रूप से अकेलापन महसूस करने लगती हैं तो वो अपने इस अकेलेपन को दूर करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति का सहारा लेने लगती हैं. आमतौर पर महिलाएं भावनात्मक तौर पर अकेली तब महसूस करती हैं जब उन्हें अपने पति से प्यार, सम्मान और साथ बैठकर वक्त बिताने का मौका नहीं मिलता.

4- जरूरत पूरी करने के लिए

वैवाहिक रिश्ते में कई बार जब पति अपनी पत्नी की मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक जरूरतों का ख्याल ठीक तरह से नहीं रख पाते हैं तो ऐसी स्थिति में महिलाएं अपनी इन जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी और जरिए को तलाशती हैं. कई बार वो अपनी इन्हीं जरूरतों को पूरी करने के लिए शादीशुदा होते हुए भी किसी पराए मर्द से अफेयर करती हैं. यह भी पढ़ें: अपनी इन आदतों से जानें, आप एक अच्छे जीवनसाथी हैं या नहीं

5- बदला लेने की भावना

कई बार महिलाएं अपने पार्टनर द्वारा मिले अनादर से इस कदर आहत हो जाती हैं कि पति से इस बात का बदला लेने के लिए किसी और से अफेयर कर लेती हैं. इसके जरिए वो अपने पति को जताती हैं कि हमेशा किसी को दबाव में रखने और उसका अनादर करने पर कैसा लगता है.

इंडोनेशिया में भूकंप के बाद आई सुनामी, लापता लोगों को परिवार वाले फेसबुक से तलाशने में लगे

जकार्ता: सुलावेसी द्वीप क्षेत्र में आए भूकम्प और सुनामी में लापता प्रियजनों की तलाश में इंडोनेशिया के लोग फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. आपदा का परिमाण अब भी स्पष्ट नहीं होने, दूरसंचार अस्त-व्यस्त होने और कुछ इलाके अब भी पहुंच से दूर होने के कारण परिजन परिवार के लापता सदस्यों के फोटो, विवरण और संपर्क नम्बर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं, ताकि उनके बारे में जानकारी हासिल हो सके। 6,843 सदस्यों वाले फेसबुक समूह पर एक उपयोगकर्ता ने पूछा ‘‘इन तस्वीरों में से आपने क्या किसी को भी देखा है.’’

इसमें कहा गया है, ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि क्या वे सुरक्षित हैं. अभी तक उनके बारे में मुझे कोई सूचना नहीं मिली है. संपर्क अब तक कायम नहीं हो पा रहा है। मुझे बताएं क्या आपने उन्हें देखा है.’’अन्य लोग बुरी तरह प्रभावित पालू में दोस्तों को मदद देने का प्रयास कर रहे हैं। एक पिता, मां और बच्चे के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पोस्ट में कहा गया है, ‘‘पालू एवं नगर के आसपास के इलाकों में कृपया कोई भी मदद करे। मेरे दोस्त के परिवार के सदस्य अब तक लापता हैं.’’ यह भी पढ़े: UN महासभा में पाकिस्तान का पलटवार, कहा आरएसएस है आतंकवाद के लिए जिम्मेदार
कुछ उपयोगकर्ताओं ने पालू के निवासियों के बारे में सूचना साझा की है जिन्हें बचाकर सुरक्षित इलाके तक पहुंचाया गया है. गत 29 सितम्बर के पोस्ट में 53 नागरिकों के नाम हैं जिन्हें इंडोनेशिया के सरकारी बिजली कंपनी के दफ्तर में सुरक्षित रखा गया है. इसमें मदद की गुहार भी लगाई गई है. पोस्ट में लिखा गया है, ‘‘यहां बचाए गए लोगों को भोजन, पानी और बिजली की सख्त जरूरत है.’’

महाराष्ट्र: अस्पताल के पास से बैग में नवजात का शव बरामद, पुलिस मामले की जांच में जुटी

मुंबई: महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक गरीब परिवार ने दो दिन के नवजात का अंतिम संस्कार करने के बजाए उसके शव को कथित तौर पर प्लास्टिक के थैले में डालकर फेंक दिया. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि इस घटना का खुलासा तब हुआ जब नासिक सिविल अस्पताल की कैंटीन के पास स्थित कूड़े के ढेर से कुत्ते एक प्लास्टिक का थैला निकाल लाए और उसे काटने लगे.

उन्होंने कहा कि जब वहां मौजूद लोगों ने इस पर ध्यान दिया तो अस्पताल के कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई. कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नवजात के शव को कब्जे में लिया. नासिक सिविल अस्पताल के सर्जन डॉ. सुरेश जगदाले ने रविवार को कहा कि नासिक के इगतपुरी तालुका के धामनगांव की एक आदिवासी महिला ने 24 सितंबर को एक बेहद कमजोर बच्चे को जन्म दिया था. यह भी पढ़े: इंडोनेशिया: भूकंप और सुनामी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 420

स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की वजह से 25 सितंबर को बच्चे की मौत हो गई थी और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था. जगदाले ने बताया कि नवजात की मां की हालत अब भी गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है. सरकारवाड़ा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि घटना का पंचनामा किया जा रहा है और आगे की कार्रवाई जारी है.