मोदी सरकार नियामक तंत्र को नष्ट कर रही: सीताराम येचुरी

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर कर्जदार आईडीबीआई बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की एलआईसी की योजना को आईआरडीएआई द्वारा मंजूरी प्रदान करने को लेकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नियामक तंत्र को नष्ट कर रही है और मित्रवाद का निकृष्टतम उदाहरण पेश कर रही है. माकपा नेता ने कहा कि एलआईसी का पैसा जनता का पैसा है और उन्होंने सरकार पर जनता के पैसों का दुरुपयोग कर अमीर डिफाल्टरों को राहत देने का आरोप लगाया.

येचुरी ने ट्वीट किया, “लोगों के पैसों का उपयोग कर अमीर डिफाल्टरों को राहत दी जा रही है. एलआईसी में जनता का पैसा है. अमीर डिफाल्टरों से ऋण की वसूली क्यों नहीं हो रही? मित्रवाद इस मोदी सरकार की सबसे बुरी चीज है. अमीर लूटकर भाग जाते हैं, और उनके कर्ज आम जनता को चुकाने पड़ते हैं.”

उन्होंने कहा, “एलआईसी को बैंकिंग में नहीं आना चाहिए. उसे अचानक नियमों में बदलाव कर ऐसा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. नियामक तंत्र को मोदी सरकार द्वारा धवस्त किया जा रहा है, ताकि डिफाल्टरों को अपना कर्ज चुकाना न पड़े. क्या चल रहा है?”

येचुरी ने कहा, “रुपया अबतक के निचले स्तर पर पहुंच गया है, अप्रबंधनीय एनपीए के लिए एलआईसी द्वारा आईडीबीआई को राहत और गुप्त स्विस बैंक खातों में भारतीयों द्वारा जमा 2017 में 50 प्रतिशत की वृद्धि. आईसीयू में कौन है मोदीजी. अर्थव्यवस्था, राजग या फिर अच्छे दिन?”

मंदसौर गैंगरेप: राहुल गांधी ने जताया दुख, कहा- बच्चों की सुरक्षा के लिए के लिए एकजुट हो देश

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मासूम बच्ची के साथ हुई बर्बरता पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है. राहुल ने ट्वीट कर कहा है कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक 8 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ और वह अब हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ रही है. इस बर्बर घटना से मैं दुखी हूं. बता दें कि 7 साल की मासूम बच्‍ची के साथ ‘निर्भया’ जैसी हैवानियत के खिलाफ अब देशभर से आवाज उठने लगी है. समाज के हर तबके से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात की जा रही है.

बहरहाल, कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि ‘अपने बच्चों की सुरक्षा और गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए हमें एक राष्ट्र के तौर पर साथ आना होगा.’

राहुल के आलावा कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस घिनौने अपराध की निंदा की है. सिंधिया ने इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.

वहीं, अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी ट्वीट कर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.

ज्ञात हो कि मंदसौर में आठ साल की बच्ची का स्कूल से अपहरण कर उसके साथ रेप किया गया. अभी वह अस्पताल में अपने जिंदगी के लिए जूझ रही है. उसकी फटी हुई आंतों के टुकड़ों को जोड़ने के लिए कई सर्जरी हो चुकी है.

GST 1 Year: सरल, समान कर व्यवस्था अब भी दूर की कौड़ी

नई दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा सुधार कार्यक्रम मानते हुए बताया जा रहा है कि इससे देश की जटिल प्रत्यक्ष कर प्रणाली को सरल बनाते हुए समान कर व्यवस्था कायम की गई है. जीएसटी को 30 जून को एक साल पूरा हो रहा है. बताया जा रहा है कि भारत में जटिल कर प्रणाली समाप्त हो चुकी है और दर्जन भर से ज्यादा अलग-अलग तरह के करों और कई उपकरों को मिलाकर एकल कर प्रणाली बनाई गई है. मगर अब तक जीएसटी आदर्श कर व्यवस्था नहीं बन पाई है. जीएसटी की एक साल की यात्रा भी सुगम नहीं रही और पहले ही दिन से इसमें गड़बड़ी व समस्याएं बनी रहीं. हालांकि सरकार की सक्रियता के कारण कतिपय खामियों का समाधान किया गया, फिर भी रिटर्न दाखिल करने में सरलीकरण और करों को तर्कसंगत बनाना जैसे कुछ समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है.

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के अनुसार, “जीएसटी ने अर्थव्यवस्था में अब अलग प्रतिमान स्थापित किया है, क्योंकि लोगों पर जीएसटी के तहत पंजीकरण करने और उनकी आर्थिक गतिविधियों को औपचारिक क्षेत्र में लाने के लिए ज्यादा दबाव होगा.” जीएसटी की एक साल की यात्रा का विश्लेषण करने के बजाय भविष्य की योजना को समझना ज्यादा महत्वपूर्ण होगा. कई अर्थशास्त्रियों का तर्क कि आदर्श जीएसटी व्यवस्था में सार्वभौमिक कवरेज और और एकल कर प्रणाली होनी चाहिए, जबकि अधिकांश लोग इस बात से भी सहमत होंगे कि भारत जैसे बड़ी आर्थिक असमानता वाले देश के लिए यह व्यावहारिक नहीं है. सरकार भी अक्सर कहती रही है कि बीएमडब्ल्यू कार और हवाई चप्पल पर एक समान कर की दर नहीं होनी चाहिए.

जीएसटी में कर की छह दरें क्रमश: 5, 12, 18 और 28 फीसदी रखी गई हैं. इसके अलावा कुछ मदों पर कर की दर शून्य है तो सोने पर तीन फीसदी कर लगाया गया है. इस तरह भारत की यह कर प्रणाली दुनिया में सबसे जटिल है। यह बात विश्व बैंक ने भारत पर अपनी छमाही रिपोर्ट इंडिया डेपवलमेंट अपडेट में स्वीकार की है.

रिपोर्ट के अनुसार, बदतर स्थिति यह है कि पेट्रोलियम उत्पादन, बिजली और रियल स्टेट को जीएसटी के दायरे से अलग रखा गया है.

विश्व बैंक ने कहा, “भारत की टैक्स की पट्टियों की संख्या ही सबसे बड़ी नहीं है, बल्कि 28 फीसदी कर एशिया में जीएसटी की सबसे ऊंची और दुनिया में चिली के बाद दूसरी सबसे ऊंची दर है.”

नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली के लागू होने के तुरंत बाद नीति आयोग के सदस्य और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाह परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबराय ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “भारत आदर्श जीएसटी व्यवस्था से काफी दूर है और यह निकट भविष्य में आदर्श नहीं बन पाएगा.”

सभी मदों पर जीएसटी की अधिकतम तीन दरों के पक्षधर देबराय ने कहा कि सात दरों से शुरू करके भारत को ऐसी स्थिति में ला दिया है कि आदर्श जीएसटी नहीं बन सकता है.

पिछले साल एक जुलाई को जीएसटी लागू होने के पहले दिन से ही जीएसटी नेटवर्क पोर्टल में तकनीकी खामियां रहने से करदाताओं को इसपर पंजीकरण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसके कारण सरकार को रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा कई बार बढ़ानी पड़ी.

इन खामियों के कारण निर्यात रिफंड (वापसी) काफी बढ़ गया और निर्यातकों के पास नकदी का संकट उत्पन्न हो गया क्योंकि उनकी पूंजी फंस गई.

हालांकि सरकार की ओर से इसके लिए चलाए गए 15 दिनों के दो अभियानों से कारोबारियों को फंसी हुई पूंजी का एक बड़ा हिस्सा मिलना मुमकिन हुआ, मगर अभी तक कुछ बचा हुआ है.

जीएसटी नेटवर्क की समस्याओं के समाधान और इसकी कार्यप्रणाली को सुगम बनाने के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में पांच मंत्रियों की एक समिति का गठन किया गया है.

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “जीएसटी बड़ा और जटिल काम है, इसलिए पूरी तरह सोच-समझकर इसकी कवायद करने पर इसे बेहतर ढंग से लागू किया जा सकता था.”

जीएसटी लागू करने को लेकर जो आशंका थी, वह तब सच साबित हुई जब जीएसटी संग्रह सितंबर के 92,000 (बाद में संशोधित आंकड़ा 95,132) करोड़ रुपये से घटकर अक्टूबर में 83,346 (बाद में संशोधित आंकड़ा 85,931) करोड़ रुपये और नवंबर में 80,808 (बाद में संशोधित आंकड़ा 83,716) रुपये रह गया.

वस्तुओं के अंतर्राज्यीय परिवहन के लिए एक फरवरी से ई-वे बिल लागू करने के लिए आनन-फानन में दिसंबर में जीएसटी परिषद की बैठक बुलाई गई.

ई-वेल बिल पोर्टल पहले ही दिन खराब हो गया और सरकार को आखिरकार इसे लागू करने की तिथि बढ़ाकर एक अप्रैल करनी पड़ी.

नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत जैसे देश, जिसे आईटी क्षेत्र पर गव है, उसमें आईटी सिस्टम के काम नहीं करने का कोई बहाना नहीं हो सकता है.

हालांकि एक अप्रैल को जब ई-वे बिल शुरू किया गया तब तक तकनीकी खामियों को दूर कर अवसंरचना को सुचारु ढंग से चलने के लिए पूरी तरह दुरुस्त कर लिया गया.

इस बीच मार्च में राजस्व प्राप्ति एक लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गई, हालांकि इसमें वित्त वर्ष की समाप्ति का भी असर था। इसके बाद अप्रैल में 94,000 करोड़ रुपये अधिक जीएसटी संग्रह हुआ.

कुमार ने कहा कि जीएसटी में अब स्थिरता आ गई है और इससे आर्थिक गतिविधियों को काफी प्रोत्साहन मिलेगा.

वित्त सचिव हसमुख अधिया ने इसी सप्ताह कहा कि जीएसटी अब सुचारु चरण में प्रवेश कर गया है और कर का अनुपालन अच्छी तरह हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब कर वापसी (रिटर्न) फार्म को सरल बनाना सरकार की प्राथमिकता होगी.

डेलॉयट इंडिया के पार्टनर प्रशांत देशपांडे ने कहा कि जीएसटी ने बहु कर प्रणाली और दोहरे कराधान की समस्याओं को दूर कर दिया है, मगर कुछ मसले अभी बने हुए हैं, जिनका समाधान करने की जरूरत है.

देशपांडे ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “जीएसटी का दायरा बढ़ाकर इसमें पेट्रोलियम उत्पादों, बिजली, भूमि, भवन को शामिल किया जा सकता है, जो पूराने कानून के अनुसार अभी इसके दायरे से बाहर हैं. सूचीकरण की समस्याओं को दूर करने के लिए कर की श्रेणियों की संख्या कम करने की जरूरत है.”

इसके अलावा उन्होंने जीएसटी अनुपालन व्यवस्था को सरल और मजबूत बनाने की जरूतर बताई.

सर्जिकल स्ट्राइक पर शत्रुघ्न सिन्हा ने दिया बयान, कहा- बांग्लादेश बनाने के बाद इंदिरा गांधी ने भी नहीं किया इतना प्रचार

पटना: बिहार से बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिंहा ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस हमले को सेना के शौर्य का हिस्सा बताते हुए अपनी ही पार्टी को इसका सियासी इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान बीजेपी सांसद ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सियासत ख़त्म होनी चाहिए. जब सेना ने खुद कहा है कि उन्होंने यह कार्रवाई की है तो फिर बात वहीं ख़त्म हो जाती है. सेना इससे पहले भी ऐसी कार्रवाई करती आ रही है. सर्जिकल स्ट्राइक तो रणनीति का हिस्सा रहे हैं.

सिन्हा यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 1971 में जब इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश बनाया था तब तो इतने पोस्टर बैनर नहीं लगे थे. वाजपेयी जी के जमाने में भी सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी. ये तो रणनीति का हिस्सा है. इसके लिये सेना को सलाम.

बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक पर देश में लगातार सियासत चल रही है. कुछ दिनों पहले भरतीय सेना की ओर से इस स्ट्राइक का विडियो जारी किया गया. वीडियो के बाद भी आरोप प्रत्यारोप का दौर नहीं थमा. कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसके लिए सेना की तो तारीफ की, लेकिन बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि वह सैनिकों की शहादत और बलिदान पर राजनीति करती है. सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय सेना ने बीते दो दशकों में विभिन्न स्थानों पर अत्यंत सटीकता के साथ सर्जिकल स्टाइक किए हैं. उन्होंने 2016 से पहले हुई आठ सर्जिकल स्ट्राइक का ब्योरा पेश किया.

फिल्म अभिनेत्री तब्बू ने तोड़ी चुप्पी, कहा शादी नही करने का है कोई पक्षतावा

नई दिल्ली: एक कार्यक्रम के दौरान फिल्म अभिनेत्री तब्बू ने शादी नहीं करने के सवाल पर चुप्पी तोड़ी है. तब्बू से जब शादी नहीं करने की वजह पूछी गई तो  उन्होंने कहा कि उन्हें शादी नहीं करने का कोई पछतावा नहीं है. ‘मकबूल’, ‘चांदनी बार’, ‘चीनी कम’ और ‘हैदर’ जैसी अलग विधाओं की फिल्मों में काम के लिए पहचानी जाने वाली तब्बू ने कहा, ‘मैं सिंगल हूं..अगला सवाल.” श्रोताओं में से एक ने अभिनेत्री के ‘सिंगल’ होने पर सवाल किया कि क्या कभी उन्हें लगा कि उन्होंने सिंगल रहकर सबसे अच्छा काम किया, इस पर तब्बू ने बिना सोचे कहा, “हमेशा लगता है.” उन्होंने कहा, “क्योंकि मैं दूसरा पहलू नहीं जानती तो मैं  कैसे कह सकती हूं कि कौन सा बेहतर है. मैं जब इसका अनुभव कर पाऊंगी केवल तभी कह पाऊंगी कि कौन सा बेहतर है.”

उन्होंने कहा, “मैंने कभी शादी नहीं की इसलिए, मुझे नहीं पता यह अच्छा कैसे है या बुरा कैसे है. ‘शादी नहीं करने का पछतावा होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने लंबी चुप्पी साध ली. तब्बू ने मुस्कुराते हुए कहा, “नहीं, कभी नहीं.’ तब्बू बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री हैं. इनका असली नाम तबस्सुम फातिमा हाशमी है.उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, मराठी और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है. तब्बू को उनकी बेहतरीन और दमदार अदाकारी के लिए जाना जाता है. उन्हें दो बार राष्ट्रीय और छह बार फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. तब्बू को पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है.

तब्बू का जन्म 4 नवंबर 1971 को हैदराबाद में हुआ था. तब्बू की एक बड़ी बहन फरहा नाज है, वह भी अभिनेत्री रही हैं.

पाकिस्तान: पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी लड़ेंगे चुनाव, अदालत ने दी मंजूरी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी को अदालत से बड़ी राहत मिल गई है. अब्बासी को आम चुनाव लड़ने की मंजूरी मिल गई है. इसके पहले उन्हें संपत्ति की सही जानकारी ना देने की वजह से चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दिया गया था. अब्बासी के पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दिया जा चुका है. पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होंगे. अब्बासी मुरी के रहने वाले हैं और इसी सीट से चुनाव लड़ते हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने इसी सीट से नामांकन दाखिल किया था. जांच के दौरान पाया गया कि अब्बासी ने अपनी संपत्ति की सही जानकारी चुनाव आयोग को नहीं दी थी . इसके बाद इलेक्शन कमीशन ने अब्बासी का नामांकन रद्द कर दिया .

बता दें कि चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ अब्बासी ने कोर्ट में अपील की थी. अब्बासी को प्रधानमंत्री बनने का मौका तब मिला था जब पिछले साल जुलाई में नवाज़ शरीफ़ को सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से पद से हटा दिया था और उनके चुनाव लड़ने पर ताउम्र प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद नवाज़ शरीफ़ की पार्टी- पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज़ ने शाहिद ख़ाक़ान अब्बासी को देश का प्रधानमंत्री बनाया था

अपने हक में आए इस फैसले को लेकर  शाहिद खकान अब्बासी ने  खुशी जाहिर की है. अब्बासी  का  कहना है कि  “जैसा सब  जानते हैं कि वह पक्षपातीपूर्ण फैसला  था  मैंने उस फैसले के खिलाफ  लाहौर हाई कोर्ट में अपील की थी और वहां से इस फैसले को पलट दिया गया. अब मैं मुरी सीट से चुनाव लड़ सकता हूं.”

ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि मुरी सीट से अब्बासी को क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान  चुनौती देंगे. ऐसे में इस सीट से मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है.

IANS Input

मंदसौर गैंगरेप: पीड़िता के परिवार से बोले BJP विधायक सुदर्शन गुप्ता- सांसद जी आए हैं, धन्यवाद कहिए

इंदौर: कठुआ के बाद मध्य प्रदेश के मंदसौर में मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्‍कर्म की घटना पर पूरे देश में गुस्सा है. मासूम बच्ची गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती है. हर कोई आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रहा हैं. इसबीच बीजेपी विधायक का शर्मानक बयान सामने आया है. विधायक सुदर्शन गुप्ता ने पीड़ित बच्ची के परिवार वालों से कहा कि उन्हें हॉस्पिटल में मिलने आए बीजेपी सांसद को धन्यवाद कहना चाहिए. सुदर्शन गुप्ता के अंसेवदनशील बयान की आलोचना हर कोई कर रहा है.

दरअसल, मामले के सामने आने के बाद शक्रवार को बीजेपी के क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता पीड़ित बच्ची की तबीयत का जायजा लेने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचे थे. उनके साथ विधायक सुदर्शन गुप्ता भी पहुंचे थे. इस दौरान वहां पीड़ित मासूम बच्ची के माता-पिता भी मौजूद थे. सांसद ने डॉक्टरों से बच्ची की तबीयत पूछने के बाद उसके मां-बाप से भी मुलाकात की.

इस दौरान विधायक सुदर्शन गुप्ता ने बच्ची के माता-पिता से कहा, ‘सांसद जी को धन्यवाद बोलिए, स्पेशल आपके लिए आए हैं.’ इस पर बच्ची के माता-पिता ने सांसद सुधीर गुप्ता के सामने हाथ जोड़ लिए. बता दें कि सुदर्शन गुप्ता मध्य प्रदेश के बीजेपी उपाध्यक्ष और इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक से विधायक हैं.

ज्ञात हो कि मंदसौर में आठ साल की बच्ची का स्कूल से अपहरण कर उसके साथ रेप किया गया. अभी वह अस्पताल में अपने जिंदगी के लिए जूझ रही है. उसकी फटी हुई आंतों के टुकड़ों को जोड़ने के लिए कई सर्जरी हो चुकी है.

डबलिन: दुसरे टी-20 में टीम इंडिया ने आयरलैंड को दी पटखनी, सीरीज पर 2-0 से जमाया कब्जा

भारत ने अपने हरफनमौला खेल के दम पर शुक्रवार को द विलेज मैदान पर खेले गए दूसरे एवं आखिरी मैच में मेजबान आयरलैंड को 143 रनों से करारी शिकस्त देकर दो मैचों की सीरीज पर 2-0 से अपने नाम कर ली. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आयरलैंड के सामने 214 रनों की विशाल चुनौती रखी। मेजबान टीम इस विशाल स्कोर के सामने लड़खड़ा गई और 12.3 ओवरों में 70 रनों पर ही पवेलियन लौट गई .यह अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचों में रनों के लिहाज से भारत की अभी तक की सबसे बड़ी जीत है.इससे पहले उसने श्रीलंका को 93 रनों से मात दी थी. साथ ही खेल के सबसे छोटे प्रारुप में अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर यह किसी भी टीम द्वारा रनों के लिहाज से हासिल की गई संयुक्त रूप से दूसरी सबसे बड़ी जीत है. भारत के अलावा पाकिस्तान ने इसी साल एक अप्रैल को वेस्टइंडीज को 143 रनों से मात दी थी

आयरलैंड इस मैच में हमेशा से ही बैकफुट पर रही। पहले भारतीय बल्लेबाजों- मैन ऑफ द मैच लोकेश राहुल (70), सुरेश रैना (69) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर उसने निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 213 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. उसके बाद युजवेंद्रा चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी ने मेजबान टीम के बल्लेबाजों को विकेट पर पैर नहीं जमाने दिए. इन दोनों ने तीन-तीन विकेट लिए. उमेश यादव को दो सफलताएं मिलीं जबकि अपना पहला मैच खेल रहे सिद्धार्थ कौल और हार्दिक पांड्या के हिस्से एक विकेट आया.

मेजबान टीम के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके जिसमें सबसे ज्यादा 15 रन गैर विल्सन ने बनाए। विलियम पोर्टरफील्ड 14 और स्टुअर्ट थॉम्पसन 13 रन ही बना सके.अंत में बोयड रैंकिन ने 10 रनों का आंकड़ा छुआ.

मेजबान टीम ने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर अपना पहला विकेट पॉल स्टीरलिंग के रूप में खोया। उमेश ने पॉल को खाता भी नहीं खोलने दिया। उमेश ने ही पीटर को पवेलियन भेजा। जेम्स शेनन (2) कौल का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला शिकार बने.

यहां से विकेट गिरने का सिलसिल शुरू हो गया। कुलदीप और चहल की जोड़ी ने शुरुआती झटकों से मेजबानों को बाहर नहीं आने दिया और भारत को जीत दिलाई.

इससे पहले राहुल और रैना के अलावा आयरलैंड को पांड्या के कहर का भी सामना करना पड़ा। राहुल ने महज 36 गेंदों में छह छक्के और तीन चौकों की मदद से तेज तर्रार खेली. वहीं रैना ने 45 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। पांड्या ने अंत में तेजी से रन बटोरे और महज नौ गेंदों में चार शानदार छक्के और एक चौके की मदद से नाबाद 39 रनों की पारी खेल भारत को 200 के पार पहुंचाया.

चार बदलावों के साथ इस मैच में उतरी भारतीय टीम के बल्लेबाज इस मैच में भी आयरलैंड के गेंदबाजों पर हावी रहे। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सलामी जोड़ी में बदलाव किया और शिखर धवन के स्थान पर इस मैच में शामिल किए गए राहुल को लेकर खुद पारी की शुरुआत करने आए.

दोनों ने पहले विकेट के लिए 22 रन जोड़े। कोहली नौ रन ही बना सके और पीटर चेस की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद रैना और राहुल ने आयरलैंड के गेंदबाजों की अच्छी खबर ली। राहुल और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 106 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम के बड़े स्कोर की नीवं रख दी. राहुल को केविन ओ ब्रायन ने 128 के कुल स्कोर पर अपनी गेंद पर लपक कर पवेलियन भेजा.

पारी की शुरुआत करने के आदि हो चुके रोहित शर्मा चौथे नंबर पर आए लेकिन सिर्फ दो गेंद खेलकर बिना खाता खोले आउट हो गए.

केविन ने ही रैना की पारी का अंत किया। भारत का स्कोर 169 था और यहीं रैना केविन की गेंद पर जॉर्ज डॉकरेल के हाथों लपके गए.

अंत में पांड्या ने तेजी से रन बटोर भारत को 200 के पार पहुंचाया। मनीष पांडे 20 गेंदों में 21 रन बनाकर पांड्या के साथ नाबाद लौटे.
आयरलैंड के लिए केविन ने तीन सफलताएं अर्जित कीं, जबकि चेस को एक विकेट मिला.

खराब मौसम के कारण रोकी गई अमरनाथ यात्रा, भारी बारिश के चलते हजारों श्रद्धालूओं को शिविरों में रोका गया

जम्मू कश्मीर: जम्मू एवं कश्मीर में लगातार हो रही बारिश की वजह से शनिवार को भी अमरनाथ यात्रा स्थगित रही. दर्शन करने जा रहे श्रद्धालूओं के बारे में प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि , भारी बारिश की वजह से जम्मू में भगवती नगर यात्री निवास से घाटी की ओर किसी भी वाहन को जाने की मंजूरी नहीं दी गई है.  पिछले दो दिन से वहा पर रूक-रूक कर तेज  बारिश हो रही है. प्रशासन किसी भी तरीके का खतरा मोल नही लेना चाहता है ,इसलिए किसी भी श्रद्धालूओं को आगे नही जाने दिया जा रहा है . मौसम विभाग के अधिकारीयों  को उम्मीद है की मौसम जल्द से जल्द ठीक हो जाएगा. मौसम ठीक होते ही दर्शन करने जाने वाले सभी श्रद्धालूओं को दर्शन के लिए रवाना कर दिया जाएगा .

अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. इलेक्‍ट्रोमेगनेटिक चिप, बाइक, बुलेटप्रूफ एसयूवी से लैस पुलिस काफिले और जगह-जगह बुलेटप्रूफ बंकर बनाए गए हैं. दक्षिण कश्मीर स्थित हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर बसी अमरनाथ गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन के लिए अब तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्‍ट्रेशन कराया है. यात्रा मार्ग जम्मू से पहलगाम और बालटाल पर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 40 हजार से ज्यादा सशस्त्र जवानों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का भी इस बार काफी इस्तेमाल किया जा रहा है.

बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था गुरुवार सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित बेस कैंप से रावना हुआ था. 60 दिनों तक चलने वाली यात्रा 26 अगस्त को समाप्त होगी.

Inputs from IANS

 

बीजेपी एग्जिक्युटिव कमिटी की बैठक में कार्यकर्ताओं से बोले येदियुरप्पा- कांग्रेस, जेडीएस के बागियों को पार्टी में करो शामिल

बेंगलुरु: कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी ने अभी तक अपने प्रयास खत्म नहीं किए हैं. वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा लगातार सूबे की सियासी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और वह लगातार बीजेपी द्वारा सरकार के गठन की संभावनाएं तलाश कर रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को कर्नाटक बीजेपी के आला नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में बीजेपी नेतृत्व ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहा है कि वह नाराज चल रहे जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों से मुलाकात करें और उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने को कहे. सूबे में इसी साल संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद यह बीजेपी एग्जिक्युटिव कमिटी की पहली बैठक है.

इस बैठक के दौरान येदियुरप्पा ने कहा कि उन्हें मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस सरकार के 5 साल ख़त्म होने से पहले ही दुबारा सत्ता में आने का भरोसा है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता बीजेपी को सत्ता में देखना चाहती हैं और मैं पार्टी के नेताओं से अपील करता हूं कि वे गठबंधन के नाराज नेताओं से घर जाएं और उनसे बीजेपी ज्वाइन करने को कहे. उन्होंने आगे कहा कि हम कर्नाटक और देश की विकास की चिंता करने वाले हर किसी का स्वागत करते हैं.

इस दौरान येदियुरप्पा ने कहा कि वह जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को अस्थिर बताते हुए कहा कि, ‘जेडीएस और कांग्रेस का अपवित्र गठबंधन अपने आप गिर जाएगा. दोनों मिलकर पांच साल पूरे नहीं कर पाएंगे. हम बजट पेश करने तक इंतजार करेंगे और उसके बाद अपना अगला कदम उठाएंगे.’