फिल्म ‘संजू’ में अनुष्का शर्मा की भूमिका पर राज कुमार हिरानी का खुलासा

फिल्म निर्देशक राज कुमार हिरानी ने आगामी फिल्म ‘संजू’ से अनुष्का की भूमिका का खुलासा करते हुए कहा कि उनका किरदार एक बायोग्राफर का है और यह उनका और अभिजात जोशी का किरदार है. फिल्म के ट्रेलर लॉन्च पर बुधवार को हिरानी ने संवाददाताओं से कहा, “हमने फिल्म में दिखाया है कि अनुष्का एक बायोग्राफर हैं जो लंदन में रहती हैं, वह भारत आई हुई हैं. संजय दत्त चाहते हैं कि उनके ऊपर एक किताब लिखी जाए, लेकिन वह लिखना नहीं चाहती हैं.”

उन्होंने कहा, “हम भी जब संजय से उनकी कहानी सुन रहे थे तो बहुत बार सोचते थे कि इसे बनाएं या नहीं, इसलिए अनुष्का हमारा किरदार निभा रही हैं, लेकिन एक जीवनी लेखक के रूप में.”

फिल्म में अनुष्का घुंघराले बालों के साथ अलग अंदाज में नजर आएंगी. यह फिल्म अभिनेता संजय दत्त के जीवन के उतार-चढ़ाव पर आधरित है. फिल्म में रणबीर कपूर मुख्य भूमिका में हैं.

यह फिल्म 29 जून को रिलीज होगी.

अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘संदीप और पिंकी फरार’ की रिलीज डेट हुई पोस्टपोन, अब 2019 में होगी रिलीज

अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘संदीप और पिंकी फरार’ की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है. यह फिल्म इस साल 3 अगस्त को रिलीज होने वाली थी पर अब इसे 1 मार्च, 2019 को रिलीज किया जाएगा. कहा जा रहा है कि ‘संदीप और पिंकी फरार’ के निर्माता इस फिल्म और इसके कलाकारों की दूसरी फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ के बीच पर्याप्त समय चाहते थे. इस फिल्म की रिलीज डेट को आगे बढ़ाने की जानकारी खुद अर्जुन कपूर ने ट्वीट कर दी.

अर्जुन ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “मास्टर क्राफ्ट्समैन दिबाकर बनर्जी,परिणीति और मैं अब 1 मार्च को हमारी फिल्म ‘संदीप और पिंकी फरार’ के द्वारा आपको हंसाने आएंगे. कुछ फिल्मों को दुनिया के सामने लाने में समय लगता है और इस फिल्म की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपका इंतजार व्यर्थ नहीं जाएगा.”

आपको बता दें कि यह फिल्म दो लोगों के बारे में हैं जो अपने दुश्मनों से बचने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाते रहते हैं. इससे पहले भी अर्जुन और परिणीति फिल्म ‘इश्कजादे’ में एक साथ काम कर चुके हैं.  2012 में आई इस फिल्म से अर्जुन कपूर ने फिल्मी दुनिया में अपने पहले कदम रखे थे. इन दोनों की फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ इस साल दशहरे के मौके पर रिलीज होगी.

बीजेपी के हाथ से निकला कैराना, आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम 55000 से अधिक वोटों से जीती

लखनऊ: 2019 के चुनावी वर्ष की दशा और दिशा के लिए अहम माना जानेवाला कैराना लोकसभा सीट बीजेपी के हाथ से चला गया है. कैराना में गठबंधन की जोड़ी बीजेपी पर भारी पड़ी. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी की प्रत्याशी मृगांका सिह और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) उम्मीदवार तबस्सुम हसन में था.

आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को 55000 से अधिक मतों से हरा दिया है. कैराना लोकसभा सीट को दोबारा जितने के लिए बीजेपी ने पूरी मेहनत की थी. कैराना का परिणाम आने वाले समय में विपक्षी एकता बनाम मोदी ब्रांड की क्षमता को प्रभावित करेगा.

मृगंका सिंह से बढ़त हासिल करने के बाद तबस्सुम हसन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “यह सत्य की जीत है. मैंने जो कहा है उसी के साथ खड़ी रहूंगी. मैं कभी नहीं चाहूंगी कि भविष्य में कोई चुनाव ईवीएम से हो. संयुक्त विपक्ष के लिये 2019 का रास्ता साफ है.”

कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के लिए मतगणना गुरुवार सुबह शुरू हो गई थी. बता दें 28 मई को हुई वोटिंग के दौरान कैराना सीट पर लगभग 21 फीसदी वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी के कारण वोटिंग बाधित होने की शिकायतें दर्ज की गई थीं. जिसके बाद कैराना सीट पर कल 73 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया गया था. शाम छह बजे तक 61% मतदान हुआ था.

बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण कैराना सीट पर उपचुनाव हुए. उनकी बेटी मृगांका सिंह यहां से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतारी थी. इस सीट पर आरएलडी की तबस्सुम हसन को समजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस का समर्थन प्राप्त था.

गौरतलब है कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर भाजपा के हुकुम सिंह जीते थे. हुकुम सिंह को इस चुनाव में कुल 565,909 मत मिले थे जबकि समजवादी पार्टी की नाहिद हसन दूसरे नंबर पर रही थीं और उन्हें 32,9081 वोट मिले थे. बहुजन समाज पार्टी के कुंवर हसन तीसरे स्थान पर आए थे और उन्हें 16,0444 वोट मिले थे.

वहीँ बीजेपी को नूरपुर विधानसभा सीट पर भी झटका लगा है. यहां से समाजवादी पार्टी के नईमुल हसन ने 6211 वोटों से जीत दर्ज की है. नूरपुर में बीजेपी विधायक लोकेन्द्र सिंह चौहान की सड़क दुर्घटना में निधन की वजह से उपचुनाव हुए थे.

कैराना और नूरपुर में बीजेपी की हार के बाद सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के परिणाम यह साफ संकेत दे रहे हैं कि देश में अब लोग मोदी सरकार को हटाना चाहते हैं.

सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से आतंकी और नक्सली पस्त हुए: राजनाथ सिंह

भोपाल: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए कहा कि देश की सुरक्षा में बड़ा सुधार आया है, यही कारण है कि बीते चार वर्षों में कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई है. गुरदासपुर और पठानकोट में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले को हमारे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया.

मध्य प्रदेश के प्रवास पर आए राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देश की सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. एक तरफ आतंकी हमले की कोई बड़ी घटना नहीं हुई तो दूसरी ओर नक्सलियों को नियंत्रित किया गया है. चार साल पहले 126 जिले नक्सलवाद प्रभावित थे, जिसमें से आज 90 नक्सलवाद प्रभावित हैं. इसमें नक्सलियों की ज्यादा सक्रियता 10 से 11 जिलों तक रह गई है.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में 50 से 60 जिले ही ऐसे हैं जहां नक्सलवादियों की सामान्य घटनाएं होती रहती हैं, सरकार इस पर नियंत्रण के पूरे प्रयास कर रही है.

राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना का जिक्र करते हुए कहा कि देश की बड़ी आबादी इससे लाभान्वित हो रही है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है. हर घर तक बिजली पहुंचाने के प्रयास जारी हैं. देश की साढ़े 31 करोड़ आबादी का जन-धन योजना में खाते खुलना एक नया कीर्तिमान है.

इस संवाददाता सम्मेलन में राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे.

उपचुनाव: नहीं चला पीएम मोदी का जादू, कैराना और भंडारा-गोंदिया में बीजेपी हारी, नूरपुर विधानसभा में भी मिली शिकस्त

नई दिल्ली: यूपी के कैराना सहित चार लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. इन चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. क्योंकि ज्‍यादातर जगह पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है.बता दें कि समाजवादी पार्टी ने नूरपुर विधानसभा सीट बीजेपी से छीन ली है तो कैराना में RLD उम्‍मीदवार तब्‍बसुम हसन ने जीत हासिल की है. हालांकि बीजेपी ने चमोली जिले की थराली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव और महाराष्‍ट्र के पालघर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की है. इसके साथ ही बीजेपी की सहयोगी जेडीयू को भी बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है.

जेएमएम उम्‍मीदवारों ने झारखंड की गोमिया और सिल्‍ली विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है.दूसरी तरफ कर्नाटक के आरआर नगर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस के उम्‍मीदवार मुनिरत्‍न जीते हैं. यहां भी 28 मई को वोट डाले गए थे.

वही मेघालय के अम्पाती में कांग्रेस की मियानी डी शिरा और मेघायल डेमोक्रेटिक गठबंधन के क्लेमेंट जी मोमिन के बीच कड़ा मुकाबला था. जहाँ कांग्रेस प्रत्याशी डी शिरा ने 3191 वोटों से जीत दर्ज की.

पंजाब के जालंधर जिले के शाहकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार हरदेव सिंह लाडी ने अपने निकटमत प्रतिद्वंद्वी तथा शिरोमणि अकाली  दल के उम्मीदवार नायब सिंह कोहाड़ को 38,801 वोटों से हराया है.

उत्तराखंड के थाराली में  बीजेपी के मुन्नी देवी और कांग्रेस के पूर्व विधायक जीतराम के बीच मुकाबला था. लेकिन बीजेपी से मुन्नी देवी ने जीत दर्ज की है.

कैराना उपचुनाव: बीजेपी की हार के बाद RLD नेता जयंत चौधरी बोले, ‘जिन्ना हारा, गन्ना चला’

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा. एक तरफ जहां नूरपुर विधानसभा सीट पर सपा उम्मीदवार नईमुल हसन ने बीजेपी की उम्मीदवार अवनी सिंह को हराया. तो दूजे तरफ बीजेपी की मृगांका सिंह को राष्ट्रीय जनता दल की तबस्सुम हसन ने पछाड़ दिया है. वैसे तो कैराना लोकसभा उपचुनाव का रिजल्ट अभी घोषित नहीं हुआ है लेकिन बीजेपी की हार करीब-करीब पक्की मानी जा रही है. वहीं बीजेपी कैंडिडेट मृगांका सिंह ने हार स्वीकार भी कर ली है.

इस बार के चुनाव में तबस्सुम हसन को महागठबंधन का समर्थन प्राप्त था. उत्तर के इन दो सीटों को वर्चस्व की लड़ाई मानी जा रही थी. ऐसे में बीजेपी के हाथ कुछ न लगना आने वाले समय का साफ संकेत दे रहा है कि 2019 की राह इतनी आसान नहीं होने वाली है.

इस जीत के बाद अब विरोधी दलों ने बीजेपी पर हमला शुरू कर दिया है. बीजेपी के मुद्दों पर तंज कसते हुए राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने कहा है कि ‘चुनाव में गन्ना चला, जिन्ना नहीं. उन्होंने कहा कि पार्टी में काम का श्रेय हर किसी को देना चाहिए लेकिन बीजेपी में सिर्फ एक ही व्यक्ति के आसपास यह सब घूमता है.

वहीं लगातार बीजेपी पर हमला करने वाले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि कैराना और नूरपुर की जनता, कार्यकर्ताओं, उम्मीदवारों व सभी एकजुट दलों को जीत की हार्दिक बधाई! कैराना में सत्ताधारियों की हार उनकी अपनी ही प्रयोगशाला में, देश को बाँटने वाली उनकी राजनीति की हार है. ये एकता-अमन में विश्वास करने वाली जनता की जीत व अहंकारी सत्ता के अंत की शुरूआत है.

कैराना रहा सुर्खियों में

गौरतलब हो कि कैराना में सोमवार को हुए मतदान के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आयी थीं. कैराना सीट पर कल 73 मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराया गया था. बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण कैराना सीट पर हुए उपचुनाव में उनकी बेटी मृगांका सिंह प्रत्याशी थी. इस सीट पर रालोद से तबस्सुम हसन मैदान में हैं जिन्हें सपा, बसपा और कांग्रेस का समर्थन भी प्राप्त था.

गौरतलब है कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर बीजेपी के हुकुम सिंह जीते थे. हुकुम सिंह को इस चुनाव में कुल 565,909 मत मिले थे जबकि सपा की नाहिद हसन दूसरे नंबर पर रही थीं और उन्हें 32,9081 वोट मिले थे. बसपा के कुंवर हसन तीसरे स्थान पर आए थे और उन्हें 16,0444 वोट मिले थे.

कैराना लोकसभा सीट के उपचुनाव पर देश के राजनीतिक दलों की निगाहें हैं क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे इस चुनाव की नतीजे देश की सियासत को नया संदेश देने वाले हैं. गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव से विपक्षी दलों का गठबंधन बना.

उपचुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी पर बरसे केसी त्यागी, पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर फोड़ा हार का ठीकरा

पटना: बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नीतीश की पार्टी जद (यू) को आरजेडी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. आरजेडी के शाहनवाज आलम ने जद (यू) के नेता मोहम्म्द मुर्शीद आलम को हराया. शुरुआत में मोहम्म्द मुर्शीद आलम आगे चल रहे थे, परंतु छठे राउंड के बाद राजद के उम्मीदवार शाहनवाज आलम आगे हो गए, इसके बाद वे पीछे नहीं लौटे. जोकीहाट के लिए 28 मई को मतदान हुआ था. वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई थी.

बहरहाल, उपचुनाव में मिली हार का ठीकरा जद (यू) ने केंद्र पर फोड़ा है. जद (यू) के अनुसार देश में बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों की वजह से पुरे देश में गुस्सा है. इस तरह के चुनाव नतीजों के लिए ईंधन की कीमत में लगातार वृद्धि एक कारण है. जद (यू) के महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में अभी सहयोगी अलग-थलग महसूस कर रहे हैं. उपचुनाव के ये नतीजे एनडीए के लिए चिंता का विषय हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में दो बड़े दल एक साथ आ गए हैं, इसलिए वहां के नतीजे खतरे की घंटी बन सकते हैं.

त्यागी ने आगे कहा कि चंद्रबाबू नायडू और INLD ने एनडीए का साथ छोड़ दिया है, शिवसेना और बीजेपी के रिश्ते भी अच्छे नहीं है. अकाली दल भी सरकार के कामकाज से खुश नहीं है ऐसे में 2019 आम चुनावों में एनडीए को नुकसान हो सकता है.

नीतीश ने एनडीए की नीतियों पर उठाए सवाल:

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं. नोटबंदी पर अपने बयान पर यूटर्न लेते हुए कहा था कि ये फैसला सफल नहीं हो सका. वह लगातार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठा रहे हैं.

लोकसभा उपचुनाव: 2014 के बाद से BJP का रिकॉर्ड रहा है खराब, 25 में से केवल 5 में ही मिली जीत

गुरुवार को लोकसभा के 4 सीटों के लिए हुए उप चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है. इन 4 सीटों में से बीजेपी केवल पालघर में ही जीत सकी. पार्टी को कैराना और भंडारा-गोंदिया में हार का सामना करना पड़ा बता दें कि इसी साल मार्च में यूपी में हुए दो बडे उपचुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की फुलपुर सीट से हार गई थी. यह बीजेपी के लिए बडे झटके से कम नहीं थे. बीजेपी को बिहार के अररिया और राजस्थान के अजमेर में लोकसभा के उपचुनाव में भी हार झेलनी पड़ी थी.

बता दें की 2014 में मिली शानदार जीत के बाद बीजेपी वैसे तो कई राज्यों में जीतने में कामयाब रही मगर लोकसभा उपचुनावों में उनके प्रदर्शन में भारी गिरावट आई है. बीजेपी को 2014 से लेकर मार्च 2018 के बीच 25 लोकसभा उपचुनावों में से सिर्फ 5 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, कांग्रेस 5 लोकसभा सीट जीतने में कामयाब रही है. 5 में से कांग्रेस ने 4 सीट बीजेपी से छीनी है. बीजेपी जिन-जिन सीटों पर अब तक हारी में उनमें विपक्षी एकता का हाथ रहा. वहीं, लोकसभा में बीजेपी का आंकड़ा 282 से 272 पर पहुंच गया.

आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि पिछले चार सालों में हुए लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को किसी भी पार्टी के मुकाबले सबसे ज्यादा सीटें मिली है. कांग्रेस के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस की बारी आती है. इन दोनों दलों ने 2014 के बाद हुए उपचुनाव में चार-चार सीट जीती है. बीजेपी रतलाम, गुरदासपुर, अलवर, अजमेर, गोरखपुर, फूलपुर, कैराना और भंडारा-गोंदिया में हार गई.

ज्ञात हो कि 2014 आम चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की थी. नरेंद्र मोदी के करिश्मे की वजह से भारतीय जनता पार्टी 282 सीट जीतने में कामयाब हुई थी. बीजेपी ने कांग्रेस को चारो खाने चित कर दिया था. कांग्रेस दो आंकड़ो में सिमट कर रह गई. मगर हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों से बीजेपी को झटका लगा है.

केरल में निपाह वायरस ने छिनी दो और जिंदगियां, ऐसे रखें खुद का ख्याल

तिरुवनन्तपुरम: निपाह वायरस ने केरल में दो और जिंदगियां छीन ली है. सिर्फ केरल में इस वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गया है. निपाह वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता के लिए हाल ही में एक एडवाइजरी भी जारी की थी.

केरल स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि करासरी निवासी अखिल का कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल  (केएमसीएच) में इलाज के दौरान कल रात मौत हो गई. उन्होंने बताया कि दो अन्य लोगों के भी इस वायरस की चपेट में आने की पुष्टि हुई है. उनका इलाज भी केएमसीएच में जारी है.

वहीँ निपाह वायरस की चपेट में आए 55 वर्षीय पेशे से वकील पी मधुसूदन की एक दुसरे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मधुसूदन कई दिनों से इलाज के लिए भर्ती थे.

इस बीच नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने बताया है कि, केरल में जिस वायरस ने लोगों की जान ली है, उसकी जड़ें बांग्लादेश में हैं. यहां के मरीजों के बलगम की जांच के दौरान पाया गया कि केरल में बांग्लादेश टाइप के वायरस ने लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है.

निपाह वायरस से बचने के लिए ऐसा करें –

-यह वायरस सुअर और चमगादड़ से फैलता है

-ताड़ी, जमीन पर पड़े पहले से खाए हुए फलों का सेवन न करें

-पुराने कुओं के पास न जाएं

-बीमारी के कारण मारे गए लोगों के शवों का अंतिम संस्कार सरकारी परामर्श के अनुसार करें

-ऐसे भोजन का इस्तेमाल न किया जाए, जो किसी चमगादड़ या उसके मल से दूषित हुआ हो

-किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में रहने पर साबुन से 20 सेकेंड तक हाथ धोएं.

गौरतलब है कि कोलकाता में निपाह वायरस के संभावित संक्रमण से पहली मौत का मामला सामने आया है. कल अलीपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती सैनिक शिशु प्रसाद की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि केरल के इस सैनिक को वायरल बुखार होने के बाद कोलकाता लाकर आर्मी के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि मृत सैनिक के नमूने लिए गए हैं. इन्हें जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया है.

रणबीर ने स्वीकारा आलिया के साथ अपना रिश्ता, कहा-“अभी सब कुछ नया है”

रणबीर कपूर आज कल अपनी आने वाली फिल्म ‘संजू’ की वजह से सुर्खियों का हिस्सा बने हुए हैं. बुधवार को उनकी इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया था. दर्शकों को यह ट्रेलर काफी पसंद भी आ रहा है. ‘संजू’ के अलावा आलिया भट्ट से अपनी नजदीकियों के कारण भी रणबीर लाइमलाइट में हैं. जब सोनम कपूर और आनंद आहूजा की शादी के रिसेप्शन में रणबीर और आलिया ने एक साथ एंट्री ली थी, तब इन दोनों के अफेयर की खबरों ने और जोर पकड़ा था. हाल ही में रणबीर ने आलिया के साथ अपने रिश्ते को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है.

जीक्यू इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में रणबीर ने यह स्वीकार किया कि 14 फिल्में करने के बावजूद भी उनका करियर ज्यादा सफल नहीं है. इसके बाद रणबीर से पूछा गया कि क्या वह आलिया को डेट कर रहे हैं . इसका जवाब देते हुए रणबीर ने कहा कि, “अभी सब कुछ नया है और मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता. अभी इसे वक्त की जरुरत है. एक कलाकार के तौर पर, एक व्यक्ति तौर के पर आलिया अभी निखर रही हैं. जब मैं उनका काम देखता हूं,उनकी एक्टिंग देखता हूं ,बल्कि जिंदगी में भी, वह जो कुछ भी देती है मैं उसे अपने लिए लेना चाहता हूं.”

आपको बता दें कि आलिया और रणबीर जल्द ही फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ में साथ दिखाई देंगे. इस फिल्म में इन दोनों के अलावा अमिताभ बच्चन और मौनी रॉय भी अहम भूमिका में हैं. अयान मुखर्जी इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग का आधा शेड्यूल पूरा हो चुका है.